संवाद सूत्र, धारचूला: 15 दिन से बंद उच्च हिमालयी व्यास मार्ग को खोलने तथा इस मार्ग से सप्ताह में दो दिन ग्रामीणों को माइग्रेशन करने देने की मांग की गई है। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने गृह मंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है।
धारचूला-तवाघाट-लिपुलेख मार्ग में बीआरओ मांगती और लामारी के पास सड़क सुधारीकरण का कार्य चल रहा है। बीते दिनों मांगती के पास कार्य के चलते दस दिन तक मार्ग बंद रहा। मांगती में मार्ग खुला तो अब लामारी के पास कार्य चल रहा है। सड़क चौड़ीकरण कार्य के चलते भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा सड़क पर आया है। जिसके चलते 15 दिन से इस मार्ग पर आवाजाही बंद है। दूसरी तरफ अब उच्च हिमालयी व्यास घाटी के सात गांव बूंदी, गब्र्याग, गुंजी, नपलच्यू, नाबी, रोंगकोंग और कुटी के ग्रामीण ग्रीष्मकालीन प्रवास के लिए माइग्रेशन करने की तैयारी में हैं। ग्रामीण 15 अप्रैल से माइग्रेशन शुरू करते हैं, लेकिन मार्ग बंद है। इस स्थिति में ग्रामीणों का माइग्रेशन प्रभावित होने के आसार हैं। इस संबंध में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विरेंद्र नबियाल ने गुरु वार को गृहमंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि ग्रामीणों के माइग्रेशन का समय करीब आ चुका है परंतु बीआरओ ने मार्ग सुधारीकरण के नाम कर विशेष कार्य नहीं किया है। विगत एक पखवाड़े से चीन सीमा तक जाने वाला यह मार्ग आवाजाही के लिए बंद है। ग्रामीण प्रतिवर्ष ग्रीष्मकाल में अपने मूल गांवों को वापस लौटते हैं।
नबियाल ने कहा है कि मार्ग सुधारीकरण के दौरान बीआरओ से हुई वार्ता के तहत सप्ताह में तीन दिन शनिवार दोपहर बाद, रविवार और सोमवार को दिन में 12 बजे ग्रामीणों के लिए मार्ग खोलना था। इस बीच बीआरओ मार्ग सुधारीकरण के लिए ब्लास्टिंग कर दी है। जिसके चलते मार्ग पर बड़े-बड़े बोल्डर आ चुके हैं। यदि समय से मार्ग नहीं खोला गया तो ग्रामीणों के साथ अर्द्धसैनिक बल और सेना को भी आवाजाही में परेशानी झेलनी पड़ेगी। जिसे देखते हुए बीआरओ को मार्ग खोलने के लिए निर्देशित करने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वालों में ग्राम प्रधान सुरेश सिंह गुंज्याल, भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिला महामंत्री योगेश गब्र्याल, राजेश कुटियाल शामिल थे।
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पिथौरागढ़ में माइग्रेशन के लिए व्यास मार्ग खोलने की मांग - दैनिक जागरण
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