मुरादाबाद से बरेली के बीच रेलमार्ग को देश का सबसे खराब रेल मार्ग माना जाता है। अब इस मार्ग पर रेल संचालन बेहतर होने जा रहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन : मुरादाबाद से बरेली के बीच रेलमार्ग को देश का सबसे खराब रेल मार्ग माना जाता है। इसीलिए नए कोच का परीक्षण इसी मार्ग पर किया जाता है, लेकिन अब मंडल रेल प्रशासन ने इस मार्ग को ठीक करने का काम शुरू कर दिया है। 17 किलोमीटर रेल मार्ग बदलेगा और तीन स्टेशनों से मैनुअल सिस्टम हटाकर आधुनिक सिस्टम लगाया जा रहा है।
मुरादाबाद से बरेली 90 किमी रेल मार्ग की स्थिति बहुत खराब है। रामपुर के पास राजरानी एक्सप्रेस भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है। नए कोच, बोगी, इंजन को चलाने से पहले अनुसंधान, डिजाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) परीक्षण के लिए सबसे खराब रेल मार्ग का चयन करता है। इसलिए सबसे तेज गति से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस समेत आधुनिक इंजन, कोच आदि का ट्रायल मुरादाबाद बरेली के बीच किया गया। इस मार्ग की 17 किलो मीटर रेल मार्ग को छोड़कर शेष रेललाइन को बदल दिया गया है। अब इस मार्ग पर 160 किलोमीटर प्रति घटे की गति से ट्रेन चलाने के लिए स्लीपर बदले जा चुके हैं। अधिकाश स्टेशनों के यार्ड के प्वाइंट तक बदल दिए गए हैं। साथ ही तीन स्टेशनों को छोड़कर सभी स्टेशनों के ट्रेन संचालन के लिए मैनुअल सिस्टम को हटा दिया गया है और उसके स्थान पर आधुनिक सिग्नल सिस्टम लग चुका है। रामपुर समेत तीन स्टेशनों से मार्च तक मैनुअल सिस्टम को हटा दिया जाएगा। इतना सुधार हो जाने के बाद ट्रेनें तेज गति से चलानी शुरू हो गई हैं। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि मुरादाबाद-बरेली रेल मार्ग के खराब होने का दाग मिटेगा और आने वाले समय में सबसे सुरक्षित रेल मार्ग होगा। इस मार्ग पर अधिक के अधिक ट्रेनें चलाने के लिए दो स्टेशनों के बीच आटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाया जा रहा है।
अब ठीक हो रहा देश का सबसे खराब रेल मार्ग - दैनिक जागरण
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