0 शान्त होने लगी सिन्ध नदी
0 अभी पुराने पुल से ही निकाले जा रहे वाहन
0 नए पुल की मरम्मत का काम शुरू
झाँसी : कोहराम मचा रही सिन्ध नदी के उफान से टूट चुके झाँसी-ग्वालियर के बीच का सड़क सम्पर्क 36 घण्टे बाद चालू हो सका है। फिलहाल पुराने पुल से दोनों तरफ के वाहनों को निकाला जा रहा है, जबकि नए पुल की मरम्मत का कार्य तेज कर दिया गया है। उधर, चिरूला पर लगा नाका भी दोपहर बाद हटा दिया गया।
पिछले 3-4 दिन से हो रही मूसलधार बारिश के कारण मध्य प्रदेश की प्रमुख सिन्ध नदी में उफान आ गया था। खतरे के निशान से ऊपर बह रही यह नदी तटबन्ध तोड़कर कई गाँवों में घुस गई थी, जिससे ह़जारों लोगों के जीवन पर संकट छा गया था। लगभग 25 मीटर तक ऊँची बह रही इस नदी में झाँसी-ग्वालियर के बीच डबरा से महज 10 किलोमीटर दूर कोटरा के पास बने पुल को अपनी चपेट में ले लिया था, जिससे झाँसी से ग्वालियर के बीच का सम्पर्क टूट गया था। दरअसल, झाँसी से ग्वालियर पर दिल्ली को जोड़ने वाले इस मार्ग पर दो पुल हैं। पुराना पुल नदी में डूबने के बाद नए पुल पर भी खतरा मँडराने लगा था, जिसके बाद दतिया प्रशासन ने 3 अगस्त को झाँसी सीमा पर स्थित चिरूला में बैरियर लगाकर झाँसी से ग्वालियर की ओर जाने वाला रास्ता बन्द कर दिया गया। उधर, झाँसी से ग्वालियर जाने के लिए लोगों के पास शिवपुरी होते हुए भी मार्ग था। पर, 100 किलोमीटर अधिक दूरी तय कराने वाला यह मार्ग भी मंगलवार को बन्द कर दिया गया। यह रास्ता शिवपुरी से ग्वालियर के बीच बहने वाली पार्वती नदी के उफान से बन्द हुआ था, क्योंकि नदी के पानी में यहाँ की सड़क व रेल मार्ग डूब गया था। बारिश थमने के बाद सिन्ध नदी का वेग कम हो गया और पुल से पानी नीचे उतर गया। मध्य प्रदेश प्रशासन ने पुल की जाँच करने के बाद गुरुवार की दोपहर को झाँसी से ग्वालियर की ओर जाने वाले रास्ते पर बने पुराने पुल पर आवागमन खोल दिया, जबकि ग्वालियर से झाँसी की ओर आने वाले वाहनों के लिए बने नए पुल के किनारे पर मिट्टी धँसने के कारण इसकी मरम्मत शुरू करा दी गई है। अभी दोनों ओर के वाहनों को पुराने पुल से ही निकाला जा रहा है।
फाइल : राजेश शर्मा
36 घण्टे बाद खुला झाँसी-ग्वालियर मार्ग - दैनिक जागरण
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