जागरण टीम, पिथौरागढ़/धारचूला/ मुनस्यारी: तीन दिन बाद धूप खिलने से राहत मिली, परंतु सायं को फिर से बादल छा गए। शुक्रवार की रात को जिले भर में भारी बारिश और चोटियों पर हिमपात हुआ। उच्च हिमालय की तीनों घाटियां बर्फ लकदक हो चुकी हैं। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग छियालेख से आगे तो मुनस्यारी-मिलम मार्ग बुगडियार से आगे बर्फ से लकदक है। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर बूंदी से आगे मार्ग बंद हो चुका है। बारिश, हिमपात के चलते जिले में तापमान में कमी आई है। न्यूनतम तापमान चार डिग्री अधिकतम तापमान 18 डिग्री पहुंच चुका है।
शुक्रवार रात्रि की भारी बारिश के बाद शनिवार सुबह मौसम साफ था। बाद में बादलों की आवाजाही से दिन में धूप छांव का खेल चलता रहा। तीन दिन बाद धूप खिलने से लोगों को हल्की राहत मिली। अपराह्न के बाद एक बार फिर आसमान बादलों से घिर गया। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार धारचूला तवाघाट मार्ग पर शुक्रवार को मलबा आने से बंद मार्ग शनिवार को खोल दिया गया है। मार्ग खुलने के बाद दारमा, व्यास और चौदास घाटी का सम्पर्क बहाल हो गया है।
दूसरी तरफ व्यास मार्ग पर मार्ग चौड़ीकरण के दौरान बूंदी के पास दो बैड क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिसके चलते मार्ग यातायात के लिए बंद हो चुका है। सूत्रों के अनुसार मार्ग के मई प्रथम सप्ताह तक ही खुलने के आसार हैं। उच्च हिमालय में गुंजी सहित आसपास के क्षेत्रों में लगभग डेढ़ फीट हिमपात हआ है। मुनस्यारी से प्राप्त सूचना के अनुसार भारी हिमपात से मुनस्यारी-मिलम मार्ग बंद हो चुका है। बुगडियार से आगे मिलम तक पूरा मार्ग बर्फ से ढका है। मुनस्यारी के शीर्ष खलिया टॉप में भी पांच इंच तक बर्फ जमी है। छिपलाकेदार पर्वतमाला हिमाच्छादित हो चुकी है।
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप
हिमपात से व्यास और मिलम मार्ग बंद, तवाघाट मार्ग खुला - दैनिक जागरण
Read More
No comments:
Post a Comment