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गांव के विकास पर सरकार भले ही करोड़ों रुपये बहा रही है, लेकिन अब भी कुछ गांव विकास से कोसो दूर हैं। आलम यह है कि गांव के लोगों को आवागमन के लिए पक्का संपर्क मार्ग तक मयस्सर नहीं है। जिससे लोगों को मुख्य मार्ग से जुड़ने के लिए एक किमी तक का चक्कर लगाना पड़ता है। शनिवार को संपर्क मार्ग को लेकर रामनगर बगाही गांव के लोगों ने प्रदर्शन कर प्रशासन से अविलंब सड़क निर्माण की मांग की।
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अभोली ब्लॉक के रामनगर बगाही गांव सराय कंसराय स्टेशन के उत्तर तरफ स्थित है। यहां पर सरोज, ठाकुर, ब्राह़्मण, गौतम आदि जातियां रहती हैं, जिनकी आबादी एक हजार है। इस गांव में आने के लिए कोई भी पक्का संपर्क मार्ग नहीं है। जहां से लोग मीरगंज, गुरगुजी, अभिया, कमासिन आदि गांव से लोग स्टेशन पर आते हैं। कई बार शिकायत के बाद भी सुनवाई न होने पर शनिवार को नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। अवधेश सरोज ने कहा कि ब्लॉक प्रमुख निधि से जो पहले का खड़ंजा बिछा हुआ था उसे उखाड़ दिया गया। यह कहा गया कि इंटरलॉकिंग कराया जाएगा लेकिन इंटरलॉकिंग नहीं कराई गई बल्कि उसी खड़ंजा को उखाड़ कर आधा अधूरा बिछा कर छोड़ दिया गया, जिससे लोगों को और भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गांव में 25 मई को शादी है। इसको लेकर ग्रामीण परेशान हैं।
रमेश सिंह ने कहां की यहां के लोग जब कभी बीमार पड़ते हैं या शादी होती है तो लोगों को कंधे पर उठाकर एक किलोमीटर पैदल लेकर जाना पड़ता है।
इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में राहुल सरोज, राजेश सिंह, राधेश्याम गौतम, अतुल पांडे, राजधर दुबे, लाल बहादुर गौतम, समर बहादुर गौतम, हंसराज सरोज, प्रेमचंद, विनोद, त्रिभुवन, भोलानाथ ,हरीनाथ, पप्पू ,करन, पन्नालाल ,आजाद आदि रहे।
अभोली ब्लॉक के रामनगर बगाही गांव सराय कंसराय स्टेशन के उत्तर तरफ स्थित है। यहां पर सरोज, ठाकुर, ब्राह़्मण, गौतम आदि जातियां रहती हैं, जिनकी आबादी एक हजार है। इस गांव में आने के लिए कोई भी पक्का संपर्क मार्ग नहीं है। जहां से लोग मीरगंज, गुरगुजी, अभिया, कमासिन आदि गांव से लोग स्टेशन पर आते हैं। कई बार शिकायत के बाद भी सुनवाई न होने पर शनिवार को नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। अवधेश सरोज ने कहा कि ब्लॉक प्रमुख निधि से जो पहले का खड़ंजा बिछा हुआ था उसे उखाड़ दिया गया। यह कहा गया कि इंटरलॉकिंग कराया जाएगा लेकिन इंटरलॉकिंग नहीं कराई गई बल्कि उसी खड़ंजा को उखाड़ कर आधा अधूरा बिछा कर छोड़ दिया गया, जिससे लोगों को और भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गांव में 25 मई को शादी है। इसको लेकर ग्रामीण परेशान हैं।
रमेश सिंह ने कहां की यहां के लोग जब कभी बीमार पड़ते हैं या शादी होती है तो लोगों को कंधे पर उठाकर एक किलोमीटर पैदल लेकर जाना पड़ता है।
इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में राहुल सरोज, राजेश सिंह, राधेश्याम गौतम, अतुल पांडे, राजधर दुबे, लाल बहादुर गौतम, समर बहादुर गौतम, हंसराज सरोज, प्रेमचंद, विनोद, त्रिभुवन, भोलानाथ ,हरीनाथ, पप्पू ,करन, पन्नालाल ,आजाद आदि रहे।
पक्का संपर्क मार्ग न होने पर ग्रामीणों का प्रदर्शन - अमर उजाला
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