संवाद सहयोगी, कोटद्वार: रिखणीखाल ब्लॉक के अंतर्गत निर्माणाधीन दरखास्तीखाल-डिड-डबराल मार्ग पिछले दो माह से क्षतिग्रस्त पड़ा है। नतीजा, ग्रामीणों को कई किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक पहुंचना पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार सिस्टम सुध लेने को तैयार नहीं है।
ग्रामीणों के लंबे संघर्ष के बाद शासन ने बाद कुछ वर्ष पूर्व दरखास्तीखाल-डिड-डबराड मोटर मार्ग को पांच किलोमीटर तक बनाने की स्वीकृति दी थी। वर्तमान में करीब ढाई किलोमीटर तक मार्ग कटिग कार्य भी पूरा हो चुका है। ग्राम प्रधान राकेश बिष्ट ने बताया कि पहाड़ी का बोल्डर गिरने से मार्ग का एक हिस्सा पूरी तरह टूट गया। सड़क के अभाव में डबराड तल्ला, डबराड मल्ला, बूथानगर व डिड के ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की दैनिक उपयोग की सामग्री कोटड़ीसैंण बाजार से सिर पर ढोने को मजबूर हैं। गांव के बीमार व्यक्तियों को मुख्य मार्ग तक लाने के लिए डोली का सहारा लिया जा रहा है। कहा कि मार्ग से बोल्डर हटाने के साथ ही मरम्मत करने के लिए ग्रामीण कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा।
क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मी देवी ने बताया कि सड़क पर मलबा गिरने के कारण क्षेत्रीय जनता को भारी परेशानी हो रही है। कहा कि डिड से ल्यूठ तक सड़क मलबा आने के कारण बंद है, जबकि दरखास्तीखाल से डिड के मध्य सड़क में बहुत अधिक गड्ढे होने के कारण इस मार्ग पर वाहन संचालित नहीं हो रहे हैं। इधर, लोक निर्माण विभाग लैंसडौन खंड के अधिशासी अभियंता विवेक सेमवाल ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में है। कहा कि संबंधित ठेकेदार को मार्ग से मलबा हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही मार्ग पर गड्ढ़ों के भरान का भी कार्य जल्द पूर्ण किया जाएगा।
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दस दिनों से मार्ग क्षतिग्रस्त, नींद में सिस्टम - दैनिक जागरण
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