बिजनौर : भागूवाला में रपटे पर पानी आने पर मार्ग पर लगी वाहनों की कतार। - फोटो : NAZIBABAD
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हरिद्वार मार्ग पर पांच घंटे थमा रहा यातायात
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नजीबाबाद (बिजनौर)। कोटावाली नदी के भागूवाला स्थित रपटे पर अचानक जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया। करीब पांच घंटे तक वाहनों का आवागमन बंद होने से मार्ग पर लंबी दूरी के भारी वाहनों की कतारें लग गईं। प्रशासन ने रास्ते पर क्रेन लगवाकर वाहनों को रोका।
नजीबाबाद-हरिद्वार मार्ग पर भागूवाला क्षेत्र से कोटावाली नदी गुजरती है। पहाड़ों पर होने वाली वर्षा से कोटावाली नदी का जलस्तर कभी भी बढ़ जाता है। रविवार को प्रात: लगभग 11 बजे पहाड़ों पर हुई बारिश का पानी रपटे पर आने से हड़कंप मच गया। कुछ देर तक भारी वाहनों का आवागमन रपटे पर हल्के पानी के बीच जारी रहा। लेकिन जलस्तर बढ़ने पर भागूवाला क्षेत्र में बनी कृष्णायन चौकी पुलिस ने रपटे पर जेसीबी और क्रेन आदि लगाकर वाहनों का आवागमन रोक दिया। जबकि हाईवे के कोटावाली पुल से छोटे वाहनों का आवागमन जारी रहा। दोपहर एक बजे तक लगभग ढाई से तीन फुट पानी रपटे के ऊपर से होकर गुजरता रहा।
लगभग चार बजे जलस्तर घटने के बाद अधिकारियों ने भारी वाहनों का आवागमन शुरू करा दिया। कोटावाली नदी पर करीब दो दशक पूर्व पुल निर्माण कराया गया था। 2017 में एनएच-74 से जुड़े कोटावाली हाईवे पुल के पिलर में तकनीकी खराबी आने से पुल पर मरम्मत के साथ भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया था। भारी वाहनों के आवागमन लिए पुल के समानांतर रपटा निर्माण कराया गया था। सुरक्षा की दृष्टि से करीब चार वर्ष से भारी वाहन पुल के ऊपर से न गुजरकर रपटे से आवागमन करते हैं। एसडीएम परमानंद झा का कहना है कि तहसील क्षेत्र से गंगा, कोटावाली, मालन, लकड़ाहान, सुखरो आदि नदियां गुजरती है। पुलिस और राजस्व प्रशासन के माध्यम से बरसात के मौसम में नदियों के जलस्तर पर पैनी निगाह रखी जाती है।
नजीबाबाद (बिजनौर)। कोटावाली नदी के भागूवाला स्थित रपटे पर अचानक जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया। करीब पांच घंटे तक वाहनों का आवागमन बंद होने से मार्ग पर लंबी दूरी के भारी वाहनों की कतारें लग गईं। प्रशासन ने रास्ते पर क्रेन लगवाकर वाहनों को रोका।
नजीबाबाद-हरिद्वार मार्ग पर भागूवाला क्षेत्र से कोटावाली नदी गुजरती है। पहाड़ों पर होने वाली वर्षा से कोटावाली नदी का जलस्तर कभी भी बढ़ जाता है। रविवार को प्रात: लगभग 11 बजे पहाड़ों पर हुई बारिश का पानी रपटे पर आने से हड़कंप मच गया। कुछ देर तक भारी वाहनों का आवागमन रपटे पर हल्के पानी के बीच जारी रहा। लेकिन जलस्तर बढ़ने पर भागूवाला क्षेत्र में बनी कृष्णायन चौकी पुलिस ने रपटे पर जेसीबी और क्रेन आदि लगाकर वाहनों का आवागमन रोक दिया। जबकि हाईवे के कोटावाली पुल से छोटे वाहनों का आवागमन जारी रहा। दोपहर एक बजे तक लगभग ढाई से तीन फुट पानी रपटे के ऊपर से होकर गुजरता रहा।
लगभग चार बजे जलस्तर घटने के बाद अधिकारियों ने भारी वाहनों का आवागमन शुरू करा दिया। कोटावाली नदी पर करीब दो दशक पूर्व पुल निर्माण कराया गया था। 2017 में एनएच-74 से जुड़े कोटावाली हाईवे पुल के पिलर में तकनीकी खराबी आने से पुल पर मरम्मत के साथ भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया था। भारी वाहनों के आवागमन लिए पुल के समानांतर रपटा निर्माण कराया गया था। सुरक्षा की दृष्टि से करीब चार वर्ष से भारी वाहन पुल के ऊपर से न गुजरकर रपटे से आवागमन करते हैं। एसडीएम परमानंद झा का कहना है कि तहसील क्षेत्र से गंगा, कोटावाली, मालन, लकड़ाहान, सुखरो आदि नदियां गुजरती है। पुलिस और राजस्व प्रशासन के माध्यम से बरसात के मौसम में नदियों के जलस्तर पर पैनी निगाह रखी जाती है।
बिजनौर : भागूवाला में रपटे पर पानी आने पर क्रेन लगाकर रोका वाहनों का आवागमन।- फोटो : NAZIBABAD
भागूवाला की कोटावाली नदी रपटे पर पानी का तेज बहाव।- फोटो : NAZIBABAD
हरिद्वार मार्ग पर पांच घंटे थमा रहा यातायात - अमर उजाला
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