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श्रावस्ती। इंडो-नेपाल सीमा क्षेत्र के गांव को जोड़ने वाला मुख्य संपर्क मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो गया है। मरम्मत न होने के कारण इस इलाके के लोग बीते लंबे समय से आवागमन की समस्या से जूझ कर परेशानी उठा रहे हैं। बरसात होते ही इस बदहाल मार्ग पर होने वाला जल भराव लोगों की मुश्किलें और बढ़ा देता है।
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सिरसिया विकास क्षेत्र का भचकाही गांव नेपाल सीमा से सटा हुआ है। अनुसूचित जनजाति बाहुल्य भचकाही गांव के आसपास का पूरा इलाका अनुसूचित जनजाति थारू बाहुल्य है। यहां सीमा की सुरक्षा के लिए एसएसबी का चेकपोस्ट भी स्थित है। भचकाही को सिरसिया सहित जिला मुख्यालय भिनगा से जोड़ने के लिए सिरनिया मोड़ से भचकाही तक डामर मार्ग का निर्माण कराया गया था। गुणवत्ता विहीन निर्माण के कारण यह सड़क धीरे धीरे बदहाल हो गई है। ऐसे में भचकाही, बनकटी, रावलपुर व गुज्जर गौरी सहित आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों द्वारा इस मार्ग की मरम्मत कराने की मांग लगातार किए जाने के बावजूद इस समस्या को दूर कराने पर कोई ध्यान न दिए जाने से ग्रामीणों में गहरा रोष है।
सिरसिया विकास क्षेत्र का भचकाही गांव नेपाल सीमा से सटा हुआ है। अनुसूचित जनजाति बाहुल्य भचकाही गांव के आसपास का पूरा इलाका अनुसूचित जनजाति थारू बाहुल्य है। यहां सीमा की सुरक्षा के लिए एसएसबी का चेकपोस्ट भी स्थित है। भचकाही को सिरसिया सहित जिला मुख्यालय भिनगा से जोड़ने के लिए सिरनिया मोड़ से भचकाही तक डामर मार्ग का निर्माण कराया गया था। गुणवत्ता विहीन निर्माण के कारण यह सड़क धीरे धीरे बदहाल हो गई है। ऐसे में भचकाही, बनकटी, रावलपुर व गुज्जर गौरी सहित आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों द्वारा इस मार्ग की मरम्मत कराने की मांग लगातार किए जाने के बावजूद इस समस्या को दूर कराने पर कोई ध्यान न दिए जाने से ग्रामीणों में गहरा रोष है।
सीमा क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग जर्जर - अमर उजाला
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