ठुलीगाड़ में टीजे रोड के प्रारंभिक स्थल पर लगातार धसता पूर्णागिरि मार्ग। विज्ञप्ति - फोटो : TANAKPUR
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टनकपुर (चंपावत)। टनकपुर-जौलजीबी (टीजे) रोड निर्माण से मां पूर्णागिरि धाम सड़क में हो रहे लगातार धंसाव से सड़क की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। समय रहते बचाव कार्य नहीं हुआ तो सड़क कभी भी धंस सकती है। विभाग ने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजकर जल्द सुरक्षा कार्य कराने का आग्रह किया है।
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मंगलवार से शुरू श्रद्धा पक्ष खत्म होते ही शारदीय नवरात्र शुरू होंगे। इस दौरान मां पूर्णागिरि धाम में श्रद्धालुओं की आवाजाही खासी बढ़ जाएगी। पूर्णागिरि में जहां चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है, वहीं शारदीय नवरात्र में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
नवरात्रों की नजदीकी को देखते हुए मंदिर समिति ने प्रशासन ने भैरव मंदिर से मुख्य मंदिर तक पैदल मार्ग की मरम्मत के साथ ही ठुलीगाड़-भैरव मंदिर मोटर मार्ग की दशा भी सुधारने की मांग की है। इधर, टीजे रोड निर्माण के लिए हुई पहाड़ियों की कटिंग से कई जगह पूर्णागिरि मार्ग की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
ठुलीगाड़ में जौलजीबी मोटर मार्ग के प्रारंभिक स्थल में धंसाव से पूर्णागिरि मार्ग का करीब 200 मीटर हिस्सा लगातार धंस रहा है। इससे आगे भी दो स्थानों में सड़क का करीब सौ-सौ मीटर हिस्सा धंसाव की चपेट में है।
इससे कभी भी मार्ग के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना है। स्थिति यह है कि समय रहते ट्रीटमेंट नहीं किया गया तो किसी भी वक्त पूर्णागिरि मार्ग में यातायात पर ब्रेक लग सकता है।
ठुलीगाड़ में टीजे रोड के प्रारंभिक स्थल पर पूर्णागिरि मार्ग लगातार धंस रहा है। इससे आगे भी दो स्थानों पर धंसाव से मार्ग के क्षतिग्रस्त होने का खतरा है। निरीक्षण करने के बाद ट्रीटमेंट के लिए रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। भूगर्भीय सर्वे करा कर शीघ्र ट्रीटमेंट कराने की संस्तुति की गई है। - एपीएस बिष्ट, एई लोनिवि, टनकपुर।
मंगलवार से शुरू श्रद्धा पक्ष खत्म होते ही शारदीय नवरात्र शुरू होंगे। इस दौरान मां पूर्णागिरि धाम में श्रद्धालुओं की आवाजाही खासी बढ़ जाएगी। पूर्णागिरि में जहां चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है, वहीं शारदीय नवरात्र में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
नवरात्रों की नजदीकी को देखते हुए मंदिर समिति ने प्रशासन ने भैरव मंदिर से मुख्य मंदिर तक पैदल मार्ग की मरम्मत के साथ ही ठुलीगाड़-भैरव मंदिर मोटर मार्ग की दशा भी सुधारने की मांग की है। इधर, टीजे रोड निर्माण के लिए हुई पहाड़ियों की कटिंग से कई जगह पूर्णागिरि मार्ग की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
ठुलीगाड़ में जौलजीबी मोटर मार्ग के प्रारंभिक स्थल में धंसाव से पूर्णागिरि मार्ग का करीब 200 मीटर हिस्सा लगातार धंस रहा है। इससे आगे भी दो स्थानों में सड़क का करीब सौ-सौ मीटर हिस्सा धंसाव की चपेट में है।
इससे कभी भी मार्ग के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना है। स्थिति यह है कि समय रहते ट्रीटमेंट नहीं किया गया तो किसी भी वक्त पूर्णागिरि मार्ग में यातायात पर ब्रेक लग सकता है।
ठुलीगाड़ में टीजे रोड के प्रारंभिक स्थल पर पूर्णागिरि मार्ग लगातार धंस रहा है। इससे आगे भी दो स्थानों पर धंसाव से मार्ग के क्षतिग्रस्त होने का खतरा है। निरीक्षण करने के बाद ट्रीटमेंट के लिए रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। भूगर्भीय सर्वे करा कर शीघ्र ट्रीटमेंट कराने की संस्तुति की गई है। - एपीएस बिष्ट, एई लोनिवि, टनकपुर।
टीजे रोड निर्माण से पूर्णागिरि मार्ग में धसाव, तीन जगहों पर रोड क्षतिग्रस्त होने का खतरा - अमर उजाला
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