जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : दो दिन से हो रही भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो चुका है। कुमाऊं में यात्रा करने पहुंचे पर्यटक आधे रास्ते में फंस गए है। इसमें हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ समेत कई राज्यों के पर्यटक शामिल हैं। सभी पर्यटकों के मोबाइल बंद हो गए हैं। स्वजन बेचैन हैं। कहीं से उन्हें फोन से सूचना नहीं मिल पा रही है।
अल्मोड़ा, रानीखेत से 18 अक्टूबर की रात को हल्द्वानी की ओर से पर्यटक लौट रहे थे। तेज बारिश व भूस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने पर्यटकों को कैंची धाम के आसपास रिजार्ट में ठहरा दिया गया। ताकि किसी तरह का खतरा न हो। मंगलवार सभी पहाड़ी मार्गों पर मलबा आ गया है। मार्ग बंद हो चुके हैं। इसकी वजह से पर्यटक फंस गए हैं। बिजली न होने की वजह से मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते स्वजनों से संपर्क कट चुका है। चंडीगढ़ निवासी राजीव का कहना है कि स्वजनों से सुबह से संपर्क नहीं हो सका है। प्रशासन का कहना है कि फिलहाल इस मार्ग पर किसी तरह का हादसा नहीं हुआ है।
जिला नैनीताल में प्रभावित मार्ग
1- नैनीताल से हल्द्वानी मार्ग मड-हाउस ज्योलीकोट के पास मुख्य मार्ग ढह जाने से यातायात पूर्ण रूप से बाधित।
2- नैनीताल से भवाली मार्ग पाइंस के पास मलवा आने से बाधित।
3- नैनीताल से कालाढूंगी मार्ग नारायण नगर के पास मलवा आने अवरूद्ध।
4- रामनगर से अल्मोड़ा मार्ग धनगढ़ी रामनगर नाले में पानी के उफान के कारण बंद है।
5- भवाली से अल्मोड़ा मार्ग खैरना के पास मलवा आने से बंद है।
6- हल्द्वानी से चोरगलिया, सितारगंज मार्ग गौला पुल ढहने से अवरूद्ध है।
7- काठगोदाम से चोरगलिया, सितारगंज मार्ग शेरनाला में पानी के तेज बहाव के कारण अवरूद्ध है।
8- रामगढ़ से मुक्तेश्वर मार्ग मलवा आने से अवरूद्ध है।
9- भीमताल से पदमपुरी मार्ग विनायक के पास मलवा आने से अवरूद्ध है।
10- भीमताल से काठगोदाम मार्ग सलडी के पास मलवा आने से अवरूद्ध है।
11- रूसी बाईपास के पास मलवा आने से रूसी बाईपास सुखाताल की और मार्ग बंद है।
उत्तराखंड में कई मार्गों पर फंसे दिल्ली, हरियाण, चंडीगढ़ के पर्यटक, 11 मार्ग अवरुद्ध - दैनिक जागरण
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