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रियासी। वीरवार रात को हुई बारिश ने सरकारी विभागों के निर्माण कार्यों की पोल खोल कर रख दी। बारिश से जिला मुख्यालय के टोट-भमाग की तरफ जाने वाले एकमात्र मार्ग का काफी सारा हिस्सा डंगे के साथ बह गया। वहीं सड़क पर हाल में बिछाया गया तारकोल भी बह गया।
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बताया जाता है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत टोट देवीगढ़ मार्ग को बनाया जा रहा है। ग्रा मोड़ से टोट तक मार्ग पर तारकोल को बिछा दिया गया है। इस के आगे का काम जारी था। वीरवार रात को हुई बारिश से एक जगह से डंगा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही सड़क भी टूट कर पानी के साथ बह गई।
शुक्रवार सुबह गांवों से जिला मुख्यालय में आने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई। यात्री वाहन मौके से लौट गए। रियासी से जाने वाले वाहन भी काफी पीछे रोक दिए गए। नौकरी पर जाने वाले कर्मचारियों ने पैदल ही टूटे हुए मार्ग को पार करना उचित समझा।
इस दौरान अन्य ग्रामीणों ने भी पैदल ही टूटे मार्ग को पार किया। ग्रामीणों का कहना था कि सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है। कुछ समय पहले बनाई गई सड़क के बहने से विभाग का काम सामने आ गया है।
विभाग के एक्सईएन गुलाम रसूल ने कहा कि पहले सड़क लोक निर्माण विभाग के पास थी। तब उसी विभाग ने डंगे के क्रेट लगाए थे। अपने विभाग की तरफ से पांच या छह क्रेट ही लगाए होंगे। सड़क के टूटने का पता चलते ही विभाग के एईई व जेईई को मौके पर भेजा है।
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत टोट देवीगढ़ मार्ग को बनाया जा रहा है। ग्रा मोड़ से टोट तक मार्ग पर तारकोल को बिछा दिया गया है। इस के आगे का काम जारी था। वीरवार रात को हुई बारिश से एक जगह से डंगा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही सड़क भी टूट कर पानी के साथ बह गई।
शुक्रवार सुबह गांवों से जिला मुख्यालय में आने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई। यात्री वाहन मौके से लौट गए। रियासी से जाने वाले वाहन भी काफी पीछे रोक दिए गए। नौकरी पर जाने वाले कर्मचारियों ने पैदल ही टूटे हुए मार्ग को पार करना उचित समझा।
इस दौरान अन्य ग्रामीणों ने भी पैदल ही टूटे मार्ग को पार किया। ग्रामीणों का कहना था कि सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है। कुछ समय पहले बनाई गई सड़क के बहने से विभाग का काम सामने आ गया है।
विभाग के एक्सईएन गुलाम रसूल ने कहा कि पहले सड़क लोक निर्माण विभाग के पास थी। तब उसी विभाग ने डंगे के क्रेट लगाए थे। अपने विभाग की तरफ से पांच या छह क्रेट ही लगाए होंगे। सड़क के टूटने का पता चलते ही विभाग के एईई व जेईई को मौके पर भेजा है।
बारिश से टोट मार्ग पर बना डंगा बहा, सड़क क्षतिग्रस्त - अमर उजाला - Amar Ujala
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