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चित्रकूट। दीपावली अमावस्या पर हजारों श्रद्धालु पंचकोसी परिक्रमा के लिए बांकेसिद्ध व डिलौरा होकर ही पैदल जाते हैं। इन दोनों स्थानों की अधूरी पड़ी सड़क से आवागमन में दिक्कत आ रही है। स्थानीय लोगों ने इस अधूरी सड़क को पूरा करने की मांग की है।
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बृहस्पतिवार को बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि सिद्धपुर से बांकेसिद्ध आश्रम के लगभग 150 मीटर पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क का डामरीकरण कराया जा रहा है। इसी दौरान यदि अधूरी सड़क लगभग 50 मीटर भी बन जाती तो बेहतर होता। इससे आश्रम जुड़ जाता तो श्रद्धालुओं को बड़ा लाभ मिलेगा। इसी मार्ग से पंचकोसी चौरासी कोसी परिक्रमा लगाने वाले श्रद्धालु गुजरते हैं।
इसी तरह तरौंहा से रामघाट को जोड़ने वाली सड़क यूपी एमपी बॉर्डर नाले से लगभग एक किमी डिलौरा की ओर निर्माणाधीन है। इस मार्ग से भी अमावस्या पर हजारों पैदल तीर्थयात्री गुजरते हैं। रामघाट का बाईपास मार्ग है। ऐसे में दोनों सड़कों का अवशेष कार्य यदि दीपावली अमावस्या के पहले हो जाएगा तो तीर्थयात्रियों को सुगमता होगी।
बृहस्पतिवार को बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि सिद्धपुर से बांकेसिद्ध आश्रम के लगभग 150 मीटर पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क का डामरीकरण कराया जा रहा है। इसी दौरान यदि अधूरी सड़क लगभग 50 मीटर भी बन जाती तो बेहतर होता। इससे आश्रम जुड़ जाता तो श्रद्धालुओं को बड़ा लाभ मिलेगा। इसी मार्ग से पंचकोसी चौरासी कोसी परिक्रमा लगाने वाले श्रद्धालु गुजरते हैं।
इसी तरह तरौंहा से रामघाट को जोड़ने वाली सड़क यूपी एमपी बॉर्डर नाले से लगभग एक किमी डिलौरा की ओर निर्माणाधीन है। इस मार्ग से भी अमावस्या पर हजारों पैदल तीर्थयात्री गुजरते हैं। रामघाट का बाईपास मार्ग है। ऐसे में दोनों सड़कों का अवशेष कार्य यदि दीपावली अमावस्या के पहले हो जाएगा तो तीर्थयात्रियों को सुगमता होगी।
बांकेसिद्ध और डिलौरा के अधूरे मार्ग जल्द बनें - अमर उजाला
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