ख़बर सुनें
भारी बारिश के कारण मलबा आने से बंद सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग बुधवार को तीसरे दिन भी बंद रहा। गवाणा गांव के निकट पहाड़ी से मलबा आने के कारण 50 मीटर सड़क ध्वस्त हो चुकी हैं। लोनिवि लैंसडौन की ओर से जेसीबी से उक्त स्थान पर पहाड़ी की ओर सड़क काटी जा रही है, लेकिन पहाड़ी के ऊपर से लगातार आ रहे मलबे के कारण काम बाधित हो रहा है।
विज्ञापन
क्षेत्र में सोमवार को हुई भारी बारिश से गवाणा के निकट मलबा आने से सतपुली-दुधारखाल मार्ग का 50 मीटर ध्वस्त हो गया था। इसके अलावा दुधारखाल और लवाड़ गांव के समीप भी बड़ी मात्रा में मलबा आ गया था। लोनिवि विभाग की ओर से मार्ग खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है। गवाणा के समीप पहाड़ी की तरफ सड़क काटने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पहाड़ी से लगातार आ रहे मलबे के कारण मार्ग खोलना विभाग के लिए चुनौती बना है। मार्ग तीसरे दिन भी बंद होने से दुधारखाल, घेरूवा, टसीला, बबीना, कोटा, तोली, मोली समेत 50 से 60 गांवों का सड़क संपर्क कटा हुआ है। ग्रामीण राम सिंह, गणेश सिंह, श्याम सुंदर, प्रदीप सिंह ने कहा कि वाहनों को बदलकर आवाजाही करनी पड़ रही है। लोनिवि लैंसडौन के अधिशासी अभियंता विवेक सेमवाल का कहना है कि मार्ग के क्षतिग्रस्त पैच के निर्माणकर यातायात के लिए खोलने के प्रयास जारी हैं।
नहीं खुलीं सड़कें, दिक्कतें बरकरार
कोटद्वार। पिछले तीन दिन तक हुई भारी बारिश से लोनिवि श्रीनगर, लैंसडौन और बैजरो की 14 सड़कें बुधवार को तीसरे दिन भी बंद रही। सड़कें बंद होने से सैकड़ों गांवों के लोग पैदल आवाजाही के लिए मजबूर हैं। लोनिवि की ओर से जेसीबी लगाकर बंद सड़कों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बारिश के कारण मलबा आने से सतपुली-दुधारखाल-धारकोट मोटर मार्ग, गुमखाल-सारी मोटर मार्ग, थानखाल-भलगांव ग्रामीण मार्ग समेत कई मार्ग बंद हैं। द्वारीखाल के ब्लाक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा ने कहा कि विभाग की ओर से जेसीबी लगाकर बंद मार्गों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। जयहरीखाल के ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी ने बताया कि बंद सड़कों को जल्द खोलने की मांग प्रशासन और विभागीय अधिकारियों से की गई है। वहीं लैंसडौन विधायक दिलीप रावत का कहना है कि लोक निर्माण विभाग को प्राथमिकता के आधार पर सड़कों को यातायात के लिए खोलने, टूटे पुश्तों का जल्द निर्माण करने के निर्देश दिए गए हैं। संवाद
क्षेत्र में सोमवार को हुई भारी बारिश से गवाणा के निकट मलबा आने से सतपुली-दुधारखाल मार्ग का 50 मीटर ध्वस्त हो गया था। इसके अलावा दुधारखाल और लवाड़ गांव के समीप भी बड़ी मात्रा में मलबा आ गया था। लोनिवि विभाग की ओर से मार्ग खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है। गवाणा के समीप पहाड़ी की तरफ सड़क काटने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पहाड़ी से लगातार आ रहे मलबे के कारण मार्ग खोलना विभाग के लिए चुनौती बना है। मार्ग तीसरे दिन भी बंद होने से दुधारखाल, घेरूवा, टसीला, बबीना, कोटा, तोली, मोली समेत 50 से 60 गांवों का सड़क संपर्क कटा हुआ है। ग्रामीण राम सिंह, गणेश सिंह, श्याम सुंदर, प्रदीप सिंह ने कहा कि वाहनों को बदलकर आवाजाही करनी पड़ रही है। लोनिवि लैंसडौन के अधिशासी अभियंता विवेक सेमवाल का कहना है कि मार्ग के क्षतिग्रस्त पैच के निर्माणकर यातायात के लिए खोलने के प्रयास जारी हैं।
नहीं खुलीं सड़कें, दिक्कतें बरकरार
कोटद्वार। पिछले तीन दिन तक हुई भारी बारिश से लोनिवि श्रीनगर, लैंसडौन और बैजरो की 14 सड़कें बुधवार को तीसरे दिन भी बंद रही। सड़कें बंद होने से सैकड़ों गांवों के लोग पैदल आवाजाही के लिए मजबूर हैं। लोनिवि की ओर से जेसीबी लगाकर बंद सड़कों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बारिश के कारण मलबा आने से सतपुली-दुधारखाल-धारकोट मोटर मार्ग, गुमखाल-सारी मोटर मार्ग, थानखाल-भलगांव ग्रामीण मार्ग समेत कई मार्ग बंद हैं। द्वारीखाल के ब्लाक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा ने कहा कि विभाग की ओर से जेसीबी लगाकर बंद मार्गों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। जयहरीखाल के ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी ने बताया कि बंद सड़कों को जल्द खोलने की मांग प्रशासन और विभागीय अधिकारियों से की गई है। वहीं लैंसडौन विधायक दिलीप रावत का कहना है कि लोक निर्माण विभाग को प्राथमिकता के आधार पर सड़कों को यातायात के लिए खोलने, टूटे पुश्तों का जल्द निर्माण करने के निर्देश दिए गए हैं। संवाद
सतपुली-दुधारखाल मार्ग तीसरे दिन भी रहा बंद - अमर उजाला
Read More
No comments:
Post a Comment