अमेठी । नौ महीने पहले भवसिंहपुर गांव की ओर से पुल तक 50 लाख की लागत से पहुंच मार्ग का निर्माण कराया गया। शुकुलपुर गांव की ओर पुल तक पहुंच मार्ग किसानों के विरोध के कारण नहीं बन पाया। किसानों की ओर से मुआवजा की मांग के चलते पहुंच मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया। कई बार कार्यदायी संस्था ने पुलिस की मदद से मार्ग का निर्माण कराए जाने का प्रयास किया। लेकिन, विरोध के चलते कामयाबी नहीं मिली। एक ओर नौ माह से मार्ग का निर्माण अधर में लटका हुआ है। वहीं दूसरी ओर बना पहुंच मार्ग निर्माण में अनियमितता के चलते जगह जगह गड्ढे में तब्दील हो गया है, जबकि इस मार्ग पर महज दो पहिया वाहन ही आवागमन करते हैं।
अभय शुक्ला ने कहा कि पुल को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण गुणवत्ताविहीन किया गया है। बिना आवागमन के सड़क क्षतिग्रस्त हो गई।त्रिवेणी प्रसाद ने कहते है कि मार्ग निर्माण की अनियमितता की जांच होनी चाहिए। सड़क का निर्माण मानक के विपरीत किया गया है। अशोक शुक्ला कहते हैं कि पुल निर्माण के साथ सड़क निर्माण में बहुत गड़बड़ी की गई है। इसकी जांच कर जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। परमसुख सड़क निर्माण कार्य के नौ महीने बाद उसका अस्तित्व समाप्त हो गया संस्था और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। लगभग पचास लाख की लागत से सात सौ मीटर सड़क का निर्माण किया जाना था। बरसात के कारण सड़क खराब हुई है। सड़क की मरम्मत का कार्य होगा। इसकी जानकारी है। कार्यदायी संस्था को मार्ग ठीक कराने का निर्देश दिया गया है।
नौ माह से मार्ग का निर्माण अधर में लटका हुआ – Tarun Mitra - Tarun Mitra
Read More
No comments:
Post a Comment