टीम जागरण, धारचूला/मुनस्यारी (पिथौरागढ़) : बीते सप्ताह हुए भारी हिमपात के चलते चीन सीमा को जोडऩे वाले तीन मार्गाेें पर दो मार्ग खुलने के कगार पर है। तीसरे मार्ग के मई प्रथम सप्ताह तक खुलने के आसार हैं। दारमा मार्ग पर नागलिंग से आगे अभी भी बर्फ जमा है। मार्ग खुलने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है।
बीते सप्ताह के भारी हिमपात से उच्च हिमालयी दारमा घाटी को जोडऩे वाला तवाघाट-सोबला-तिदंाग मार्ग सेला से आगे बंद हो गया था। मार्ग पर भारी हिमपात के अलावा ग्लेशियरों से बर्फ खिसककर आ गई थी। दुग्तू, दातंू से आगे तो चार से पांच फीट तक बर्फ जमा हो गई थी। जिसके चलते मार्ग बंद हो गया था। विगत तीन दिनों से धूप खिलने से मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य जारी है, परंतु कई फीट बर्फ जमा होने से सड़क खुलने में समय लगने के आसार हैं।
वहीं, मार्ग संचालक सीपीडब्ल्यूडी मार्ग पर जमा बर्फ हटा रही है। सोमवार तक मंगलवार को भी मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य जारी रहा, परंतु अभी तक सेला, चल तक भी बर्फ नहीं हटाई जा सकी है। दुग्तू, दांतू में तो भारी बर्फ जमी है। यह मार्ग आवाजाही के लिए अभी नहीं खुला है। प्रशासन के अनुसार मार्ग के शीघ्र खोलने का प्रयास जारी है।
दूसरी तरफ मुनस्यारी में धापा बैंड-मिलम मार्ग बुग्िरडयार से आगे भारी हिमपात से बंद हो गया था। बीआरओ मार्ग से बर्फ हटा रही है। तीन दिन से मौसम साफ रहने के कारण जहां बर्फ तेजी से पिघल रही है वहीं मार्ग से बर्फ हटाई जा रही है। मार्ग के बुधवार तक खुलने के आसार हैं। व्यास घाटी में गर्बाधार से लिपुलेख मार्ग में चौड़ीकरण कार्य के चलते यातायात बंद है। बूंदी के पास मोड़ सुधारीकरण के चलते दो मोड़ क्षतिग्रस्त हुए हैं। बीआरओ के अनुसार मार्ग के मई प्रथम सप्ताह तक खुलने के आसार हैं। बूंदी से आगे पैदल आवाजाही हो रही है। इस समय ग्रामीण माइग्रेशन में जा रहे हैं।
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चीन सीमा को जोड़ने वाले तीन मार्ग बंद, नागलिंग से आगे अभी भी सड़क बर्फ से ढकी - दैनिक जागरण
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