Rechercher dans ce blog

Monday, April 5, 2021

मार्ग आवागमन बंद करने से पूर्व डीएम ने वन अफसरों से दो बिंदुओं पर मांगा जवाब - अमर उजाला

ख़बर सुनें

पीलीभीत। माधोटांडा-खटीमा मार्ग से पूर्णागिरि जाने वाले तीर्थयात्रियों के रात में जंगल से गुजरने पर रोक लगने संबंधी भेजे गए प्रस्ताव पर डीएम ने पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर से दो बिंदुओं पर जवाब मांगा है। इसके बाद ही मार्ग पर आवागमन बंद करने की अनुमति मिलने के आसार हैं।
विज्ञापन

उत्तराखंड के चंपावत जिले में मां पूर्णागिरि मेले में जाने वाले तीर्थयात्री माधोटांडा-खटीमा मार्ग से होकर गुजर रहे हैं। इसमें पैदल जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या भी खासी होती है। इसी मार्ग पर मुस्तफाबाद के आगे करीब 20 दिन से बाघिन अपने तीन शावकों के साथ घूमते देखी जा रही हैं। ऐसे में रात्रि के समय इस मार्ग से गुजरने मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना की आशंका बनी हुई है। मामले को संज्ञान में लेते हुए पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल वन्यजीवों की आवाजाही और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देजर रात में माधोटांडा-खटीमा मार्ग पर आवागमन बंद करने का प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को भेजा था। इधर सोमवार को वन अफसरों द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर डीएम पुलकित खरे ने दो बिंदुओं पर जवाब मांगा है। इसमें वन अफसरों से मार्ग पर आवागमन बंद होने के बाद यात्रियों के लिए क्या विकल्प रहेगा और मार्ग आवागमन बंद करने का समय स्पष्ट करने को कहा गया है। इन दोनों बिदुंओं पर जवाब मिलने पर आगे निर्णय लिया जाएगा।
वन विभाग के अधिकारियों ने मार्ग बंद करने को लेकर प्रस्ताव भेजा था। इसमें वैकल्पिक रास्ते और समय को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं थी। मार्ग बंद होने पर यात्रियों के निकलने की सुविधा को देखते हुए दोनों बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है।
पुलकित खरे, डीएम

Let's block ads! (Why?)


मार्ग आवागमन बंद करने से पूर्व डीएम ने वन अफसरों से दो बिंदुओं पर मांगा जवाब - अमर उजाला
Read More

No comments:

Post a Comment

जोखिम भरा है सिढ़पुरा-सहावर मार्ग पर सफर करना - दैनिक जागरण

सिढ़पुरा, संवाद सूत्र : सिढ़पुरा-सहावर बाया मोहनपुर तक सड़क बदहाल हालत में है। इस मार्ग पर सफर करना जोखिम भरा है। वाहन चालकों को तो परेशानी ...