पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता : मंगलवार की रात्रि से शुरू बारिश बुधवार को भी जारी रही। दिन भर बारिश जारी रहने से तापमान में गिरावट आ चुकी है। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग गर्बाधार के पास मलबा आने से बंद हो गया है। जिले के अन्य सभी मार्ग यातायात के लिए खुले हैं।
मंगलवार की रात्रि से बारिश प्रारंभ हुई जो बुधवार दिन भर जारी रही। भारी बारिश से कच्चे मार्गों पर पानी भर गया। जिले के कई कच्चे मार्ग दलदल बन चुके हैं। मुनस्यारी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। मुनस्यारी में सुबह चार बजे से दिन भर तेज बारिश तथा उच्च हिमालय की चोटियों सहित छिपलाकेदार एवं अन्य चोटियों पर हिमपात होने से फरवरी जैसी ठंंड पड़ रही है। उधर धारचूला के निचले इलाकों में बारिश हो रही है उच्च हिमालयी व्यास और दारमा की चोटियों पर हिमपात हो रहा है।
अन्य तहसीलों डीडीहाट, बंगापानी, थल, बेरीनाग, गंगोलीहाट तहसील क्षेत्रों में भी बारिश का दौर जारी है। प्रशासन के अनुसार अभी तक बारिश से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी बारिश की संभावना जताई है। बारिश से जंगलों में लगी आग बुझ चुकी है। अमरेंद्र चौधरी, मुख्य कृषि अधिकारी, पिथौरागढ़ ने बताया कि राजमा व खरीफ की फसल के लिए बारिश अच्छी है। बारिश होने से किसान धान की बोवाई करेंगे। बाद में धान की रोपाई के लिए नर्सरी बना सकते हैं।
आरएस वर्मा, मुख्य उद्यान अधिकारी, पिथौरागढ़ ने बताया कि आलू की फसल के लिए यह बारिश काफी लाभकारी है। इसके अलावा साग-सब्जी के लिए बारिश वरदान है। बारिश से जलस्रोतों का पानी रिचार्ज होगा। बाद में भी साग, सब्जी की सिंचाई के लिए कोई परेशानी नहीं रहेगी। फलों के लिए भी बारिश अच्छी है।
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पिथौरागढ़ की चोटियों पर हिमपात, तवाघाट-लिपुलेख मार्ग गर्बाधार के पास आया मलबा - दैनिक जागरण
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