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धनपुर पट्टी के सबसे दूरस्थ चिनग्वाड़ को यातायात से जोड़ने के लिए निर्माणाधीन रुद्रप्रयाग-चिनग्वाड़ मार्ग बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया है। पीएमजीएसवाई के तहत स्वीकृत दस किमी मार्ग अभी ढाई किमी की बना है लेकिन इस मार्ग की स्थिति खस्ताहाल हो गई है। शुरुआत में ही जहां 15 मीटर पुश्ता ध्वस्त हो चुका है वहीं बीस मीटर हिस्से में दरारें पड़ चुकी हैं।
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तूना-बौंठा मार्ग पर दो किमी पर स्थित डांगसेरा से चिनग्वाड़ गांव के लिए मार्ग बन रहा है। 5 करोड़ 96 लाख की धनराशि से बन रहे मार्ग का निर्माण बीते वर्ष सितंबर में शुरू हुआ था। इस मार्ग से छौड़ा, मोलखंडी, चिनग्वाड़ गांव के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। अभी तक लगभग ढाई किमी मार्ग बन चुका है लेकिन पिछले कई दिनों से दोपहर बाद हो रही मूसलाधार बारिश से निर्माणाधीन मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। शुरू में ही मार्ग का 15 मीटर पुश्ता ध्वस्त हो चुका है। साथ ही बीस मीटर से अधिक हिस्से में दरारें पड़ी हैं। वहीं, जहां तक कटिंग हो रखी है, पूरे क्षेत्र में बारिश से मलबा व बोल्डर गिरा हुआ है। स्थिति यह है दो-तीन स्थानों पर तो मार्ग पैदल चलने लायक भी नहीं रह गया है। साथ ही दो-तीन मोड़ों पर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा दरक रहा है, जिससे यहां खतरा बना हुआ है। इधर, पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता विजयपाल सिंह नेगी ने बताया कि निर्माणाधीन मार्ग का निरीक्षण करते हुए क्षति का आकलन किया जाएगा। कार्यदायी संस्था को मानकों के तहत मार्ग की कटिंग, पुश्ता निर्माण व निकास नाली निर्माण के निर्देश दिए गए हैं। मार्ग निर्माण की नियमित निगरानी की जा रही है।
तूना-बौंठा मार्ग पर दो किमी पर स्थित डांगसेरा से चिनग्वाड़ गांव के लिए मार्ग बन रहा है। 5 करोड़ 96 लाख की धनराशि से बन रहे मार्ग का निर्माण बीते वर्ष सितंबर में शुरू हुआ था। इस मार्ग से छौड़ा, मोलखंडी, चिनग्वाड़ गांव के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। अभी तक लगभग ढाई किमी मार्ग बन चुका है लेकिन पिछले कई दिनों से दोपहर बाद हो रही मूसलाधार बारिश से निर्माणाधीन मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। शुरू में ही मार्ग का 15 मीटर पुश्ता ध्वस्त हो चुका है। साथ ही बीस मीटर से अधिक हिस्से में दरारें पड़ी हैं। वहीं, जहां तक कटिंग हो रखी है, पूरे क्षेत्र में बारिश से मलबा व बोल्डर गिरा हुआ है। स्थिति यह है दो-तीन स्थानों पर तो मार्ग पैदल चलने लायक भी नहीं रह गया है। साथ ही दो-तीन मोड़ों पर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा दरक रहा है, जिससे यहां खतरा बना हुआ है। इधर, पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता विजयपाल सिंह नेगी ने बताया कि निर्माणाधीन मार्ग का निरीक्षण करते हुए क्षति का आकलन किया जाएगा। कार्यदायी संस्था को मानकों के तहत मार्ग की कटिंग, पुश्ता निर्माण व निकास नाली निर्माण के निर्देश दिए गए हैं। मार्ग निर्माण की नियमित निगरानी की जा रही है।
बारिश से ध्वस्त हुआ पुश्ता, मार्ग पर पड़ी दरारें - अमर उजाला
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