संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: मिलम मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल को सीमा सड़क संगठन ने 72 घंटे में बदल दिया। नया बैली ब्रिज लग जाने से अब उच्च हिमालय के 14 गांवों के लोगों को राहत मिल गई है।
इस वर्ष जनवरी माह में भारी हिमपात के चलते मिलम पुल ध्वस्त हो गया था। शीतकाल में यह क्षेत्र जनशून्य रहता है। माइग्रेशन पर घाटियों में आ जाने वाले उच्च हिमालयी गांवों के लोग मई से अपने मूल गांवों की ओर लौटने लगते हैं। ग्राम प्रधान जीएस पांगती ने तीन रोज पूर्व इस मामले की जानकारी जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया को दी थी। जिला पंचायत सदस्य ने मामला जिलाधिकारी आनंद स्वरू प के सामने रखा। जिला अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को नया पुल स्थापित किए जाने के निर्देश दिए। हरकत में सीमा सड़क संगठन ने 72 घंटे के भीतर मिलम में नया पुल स्थापित कर दिया। समस्या का समाधान होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष जगत मर्तोलिया ने जिलाधिकारी का आभार जताते हुए कहा कि सीमांत जिले को पहली बार इतना संवेदनशील अधिकारी मिले हैं जो जनता की तकलीफों को महसूस कर तेजी से समस्याओं का समाधान करा रहे हैं।
जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि मापांग में ध्वस्त हुए मार्ग के स्थान पर गोरी नदी के किनारे नया मार्ग बनाया जा रहा है, लेकिन नदी का जल स्तर बढ़ने पर यह मार्ग बंद हो जाएगा। उन्होंने सड़क के ऊपरी हिस्से में नया मार्ग बनाए जाने की मांग की है। ताकि लोगों को शीघ्र दिक्कतों से निजात मिल सके।
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप
आवाज उठी तो 72 घंटे में ठीक हो गया मिलम मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल - दैनिक जागरण
Read More
No comments:
Post a Comment