लालगंज (बलिया)। मुरारपट्टी पुलिया से लालगंज बाजार को जोड़ने वाला छवरी मार्ग का आज तक न तो खड़ंजा हुआ न ही पिच। हालांकि इस मार्ग को खड़ंजा या पिच कराने के लिए क्षेत्रीय लोग अनेकों बार जनप्रतिनिधियों व आला हुक्मरानों का दरवाजा खटखटा चुके हैं। लेकिन अब तक इसकी किसी ने सुधि नहीं ली। वहीं इस कच्ची सड़क के किनारे बसे लोग सड़क की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर पक्का निर्माण करने लगे हैं। इससे दिन प्रतिदिन यह मार्ग सकरा होता जा रहा है। अस्तित्व खोने के कगार पर पहुंच गया है।
इस मार्ग से होकर लालगंज बाजार का मुख्य मार्ग जो मुरारपट्टी पुलिया से लालगंज बाजार को जोड़ता है। छवरी मार्ग के नाम से प्रसिद्ध इस सड़क से मुरारपट्टी, हृदयपुर, गड़ेरिया, बलवंतछपरा, बहुआरा, सेमरिया, लगनटोला, लच्छूटोला, शिवपुर कपूर दीयर आदि गांव के लोग लालगंज बाजार आते-जाते हैं। अवैध रूप से कब्जा कर पक्का निर्माण कराये जाने से सड़क सकरा हो गया आने-जाने भर का मामूली रास्ता बचा है, जिसकी हल्की बरसात के कच्ची सड़क के रास्ते में बने खंडहर में पानी जमा हो जाता है। विवशता में इन गांवों के लोग डेढ़ से दो सौ मीटर अधिक दूरी तय कर लालगंज बाजार आने को मजबूर हैं। राजस्व विभाग के रिकार्ड में इस कच्ची छवरी मार्ग की चौड़ाई लगभग 30 से 35 कड़ी दर्ज है। बावजूद जाने भर का रास्ता मात्र बचा है। क्षेत्रीय लोगों ने सड़क की जमीन पर कब्जा हटाने और खंड़जा या पिच कराने की मांग जनहित में की है। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए न्याय की गुहार लगायी है।
अस्तित्व खोने के कगार पर पहुंचा छवरी मार्ग - Hindustan हिंदी
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