वर्धा. शहर में विविध हिस्सो में फोर लेन सिमेंट मार्ग का निर्माण युध्दस्तर पर हो रहा है़ परिणामवश यातायात में बाधा पहुंचानेवाले पुराने बिजली के खंभे निकाल कर नए से खंभे खडे किये जा रहे़ परंतु इस काम में भविष्य को ध्यान में रखते हुए अनदेखी होती न आ रही है़ सिमेंट मार्ग से 3 से 4 फीट दूरी पर खंभे लगने जरुरी हैं, परंतु उक्त खंभे मार्ग से डेढ-दो फीट पर ही खडे किये जा रहे़ परिणामवश मार्ग से पुर्ण क्षमता में परिवहन होने पर यह खंभें हादसे का कारण बन सकते है़
बता दे कि, शहर में पिछले तीन वर्षों से विविध प्रकार के विकास कार्य चल रहे है़ फलस्वरुप शहर का विस्तार भी हो रहा है़ सभी प्रमुख मार्गों का फोरलेन सिमेंटीकरण हो रहा है़ कुछ मार्गों का काम पुर्ण भी हो चुका है़.
शहर में पावडे चौराहे से धूनिवाले मठ, आरती चौराहे से धुनिवाले मठ, जुनापानी चौराहे से आर्वी नाका व छत्रपति शिवाजी महाराज चौराहा, नप चौराहे से पोस्ट आफीस चौक, बसस्थानक से महात्मा गांधी प्रतिमा मार्ग, नप चौराहे से विश्रामगृह होते हुए म़ गांधी प्रतिमा मार्ग आदि का काम लगभग पुर्ण हो चुका है़.
मार्ग का विस्तार होने से इसके बिच में आनेवाले तथा भविष्य में यातायात के लिए बाधा पहुंचानेवाले बिजली के खंभे हटा दिये गए़ परिणामवश मार्ग से सटे नए से बिजली डीपी व खंभें खडे किये गए है़ कुछ मार्गों पर यह काम भविष्य को ध्यान में रखते हुए किया गया़ परंतु कुछ मार्ग ऐसे हैं, जहां बिजली खंभे खडे करते समय अनदेखी हुई है़.
महात्मा गांधी प्रतिमा से लेकर विश्रामगृह व नप चौराहे तक तैयार किये गए मार्ग पर यह लापरवाही सामने आयी है़ भूमिगत बिजली लाईन बिछाई गई़ इसके बाद बिजली के खंभे खडे किये जा रहे़ परंतु यह खंभे मार्ग से डेढ-दो फीट पर ही लगाये जा रहे है़ अगर आपदा स्थिति में किसी वाहनधारक को अपना वाहन मार्ग से निचे उतारना हो तो वह सिधे बिजली खंभे से जाकर टकराने का डर है़ इसमें भिषण दुर्घटना होकर अनहोनी घट सकती है़
मार्ग पर लगी रहती है भिड
यह मार्ग सेवाग्राम रोड से जुडता है़ मार्ग पर प्रशासकिय इमारत, यशवंत कॉलेज, कोषागार कार्यालय, विश्रामगृह, वरिष्ठ अधिकारियों के निवास भी है़ चौबीसो घंटे मार्ग की यातायात शुरु रहती है़ परिसर में प्रशासकीय कार्यालय होने से भिड रहती है़ ऐसे में उपरोक्त खंभे कभी भी हादसे का कारण बन सकते है़ इस पर प्रशासन ने विचार करना जरुरी है़
काटे गए अनेक पेड
उल्लेखनिय यह कि, मार्ग के निर्माण में बाधक बन रहे अनेक पेडों को काट दिया गया़ मार्ग से सटे कुछ पेड भविष्य में धोकादायक साबीत ना हो इस लिए हटा दिये गए़ परंतु अब मार्ग से अत्यंत नजदिक खडे किये जा रहे बिजली के खंभे भविष्य में धोकादायक साबीत हो सकते हैं, यह बात प्रशासन के ध्यान में न आना आश्चर्य की बात है़
साबीत हो सकते धोकादायक
बिजली के खंभे खडे करते समय मार्ग से करीब 3 अथवा 4 फीट दूरी रखकर खंभे लगाने जरुरी थे़ परंतु मार्ग से लग कर खंभे लगाने का काम शुरु हैं, जो भविष्य के लिए धोकादायक साबीत हो सकते है़ ऐसी प्रतिक्रिया नागरिक व्यक्त कर रहे है़
हादसे का कारण बन सकते हैं खंभे, मार्ग से 3-4 फीट दूरी जरुरी - NavaBharat
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