अयोध्या-बनारस के बीच मार्ग का संकट अब दूर होगा। अंबेडकरनगर होकर बनारस जाने का अभी तक जो मार्ग प्रचलित रहा है उसकी सेहत लंबे अरसे से खराब है। अब लोगों को बनारस जाने के लिए न केवल बदहाल मार्ग से निजात मिलेगी बल्कि बसखारी होकर अयोध्या से बनारस तक जो नया मार्ग विकसित किया जा रहा है वह फोरलेन है।
पूराबाजार (अयोध्या) : अयोध्या-बनारस के बीच मार्ग का संकट अब दूर होगा। अंबेडकरनगर होकर बनारस जाने का अभी तक जो मार्ग प्रचलित रहा है, उसकी सेहत लंबे अरसे से खराब है। अब लोगों को बनारस जाने के लिए न केवल बदहाल मार्ग से निजात मिलेगी, बल्कि बसखारी होकर अयोध्या से बनारस तक जो नया मार्ग विकसित किया जा रहा है, वह फोरलेन है। यह मार्ग केंद्र सरकार की महनीय भारत माला योजना के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों को राजमार्गों से जोड़ने का व्यापक अभियान चल रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को पूराबाजार ब्लॉक के ग्राम देवगढ़ से 83 किलोमीटर लंबे अयोध्या-बसखारी मार्ग को फोरलेन के रूप में विकसित किए जाने का काम शुरू किया गया। 83 किलोमीटर लंबे फोरलेन पर मयाबाजार, गोसाईंगंज, अंबेडकरनगर एवं बसखारी में बाईपास मार्ग का निर्माण भी किया जाना है। यह मार्ग अयोध्या जिला में 42 किलोमीटर और अंबेडकरनगर जिला में 41 किलोमीटर लंबा है। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग से ठेका लेने वाली छात्र शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रबंधक राजकुमार सिंह ने बताया कि वन विभाग, पावर कार्पोरेशन सहित अन्य विभागों से अनापत्ति प्रमाणपत्र मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया गया। 83 किलोमीटर लंबे फोरलेन की अनुमानित लागत करीब छह अरब रुपये है। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2019 में अयोध्या से अकबरपुर होते हुए बसखारी तक फोरलेन मार्ग निर्माण की घोषणा की थी। लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड अयोध्या के अधिशासी अभियंता रमाशंकर यादव ने बताया कि यह मार्ग 24 मीटर चौड़ा होगा।
फोरलेन मार्ग से जुड़ेगी श्रीराम एवं भोले की नगरी - दैनिक जागरण
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