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Friday, August 6, 2021

गोटेगांव से सांकल जाने वाले मार्ग की हालत लंबे समय से खराब - Nai Dunia

Publish Date: | Fri, 06 Aug 2021 04:01 PM (IST)

गोटेगांव(नईदुनिया प्रतिनिधि)। गोटेगांव से खोबी-सांकल सड़क पर भारी-भरकम गड्ढों से ग्रामीणों को आवागमन के दौरान हर समय अनहोनी का खतरा सता रहा है। सड़क पूरी तरह खस्ताहाल है और गड्ढों में पानी जमा है जिससे वाहन चालकों को यह भी पता नहीं रहता कि कौन से गड्ढे की कितनी गहराई-चौड़ाई है। बरसात का सीजन होने के बाद भी मार्ग को सुरक्षित यातायात के लिए सुधारा नहीं जा सका है।

गोटेगांव-सांकल सड़क का कार्य पूर्व में प्रधानमंत्री सड़क योजना से किया गया था। जिसकी गारंटी अवधी 2022 तक होने के बाद भी तीन साल में यहां सुधार कार्य नहीं किया गया। कुछ महिनों पहले यह सड़क लोनिवि को हस्तातंरित कर इसके निर्माण का भूमिपूजन हो गया। लेकिन ठेकेदार द्वारा जहां सड़क की हालत खराब है वहां से निर्माण कार्य शुरू न कर नरसिंहपुर तरफ से किया है। जिससे क्षेत्रीय नागरिक नाराज है और कह रहे है कि सड़क का कार्य गोटेगांव तरफ से होना था ताकि गड्ढों से राहत मिलती।

इस 35 किमी लंबी सड़क की हालत क्षेत्र में खासी खराब है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनने के बाद इसकी 5 साल की गारंटी थी और 2022 तक ठेकेदार को सुधार कार्य करना था। लेकिन प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार से सड़क बनाने के बाद कोई सुधार कार्य नहीं किया। जिससे सड़क की हालत लगातार खराब होती रही। अधिकारियों ने भी ठेकेदार को बिना कार्य कराए जमा राशि का भुगतान करा दिया। कुछ महिने पहले इसी सड़क को लोनिवि को सौंपते हुए सड़क निर्माण का भूमिपूजन दो-दो केंद्रीय मंत्रियों ने कर दिया। लोगों को उम्मीद थी कि ठेकेदार गोटेगांव तरफ से सड़क निर्माण शुरू करेगा क्योंकि यहां सड़क की हालत ज्यादा खराब है। लेकिन ठेकेदार द्वारा नरसिंहपुर तरफ से कार्य शुरू किया गया है। जबकि उस तरफ सड़क की हालत अभी अच्छी थी। कार्य गोटेगांव तरफ से होना था अथवा प्रशासन को बरसात की स्थिति देखते हुए सड़क को सुधरवाने की कार्रवाई करना थी।

बरसात में बढ़ रही मुसीबतः क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि पूरी सड़क गड्ढों में तब्दील है। जिससे वाहन चालकों, राहगीरों को गड्ढों के बीच से निकलने की मजबूरी बनी है। हर समय अनहोनी का डर बना रहता है, आए दिन हादसे हो रहे है। वाहन चालकों ने सुरक्षित निकलने के लिए गड्ढों के बीच जो सड़क बची है उससे ही निकलने के लिए अपने स्तर पर जगह बना ली है। अधिकारियों को गोटेगांव तरफ से खोबी-सांकल तक सड़क का निरीक्षण करना चाहिए। जिससे उन्हें लोगों की परेशानी का ज्ञान हो सके। प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों से भी पूछा जाए कि उन्होंने बिना सुधार कार्य कराए कैसे राशि का भुगतान कर दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि लोनिवि के हिस्से में सड़क आने के बाद भी लोनिवि के एसडीओ सड़क का निरीक्षण कर सुधार कार्य नहीं करा रहे है। वह हमेशा अपने क्वाटर में रहते है उन्हें लोगों की परेशानियों की परवाह नहीं है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी सड़कों की दुर्दशा पर ध्यान नहीं दे रहे है। जिससे अधिकारियों की मनमानी जारी है। ग्रामीण हर दिन जोखिम उठाकर आवागमन करने मजबूर है। ऐसे में यदि कोई घटना होती है तो इसके लिए प्रशासन को जिम्मेदार माना जाना चाहिए।

Posted By: Nai Dunia News Network

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