नांगलसोती- पूर्व प्रधान मगनेस - फोटो : NAZIBABAD
ख़बर सुनें
पुंडरीकलां-बरमपुर संपर्क मार्ग पर आवाजाही ठप
विज्ञापन
नांगलसोती/नजीबाबाद। पुंडरीकलां-बरमपुर संपर्क मार्ग के बीच मालन नदी पर राहगीरों को नदी पार कराने का एक मात्र साधन ट्यूबवाली नाव को पुलिस ने बंद करा दिया है, जिससे मार्ग पर एक दर्जन गांवों के लोगों की आवागमन ठप हो गया है। ग्रामीणों को पशुओं के चारे समेत अन्य कार्यों के लिए नदी के तीन फीट पानी से गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से नदी पर पुल निर्माण होने तक ट्यूब वाली नाव चलानेे की मंजूरी देने की मांग की है।
पुंडरीकलां-बरमपुर संपर्क मार्ग से पुंडरीकलां, पूंडरीखुर्द, बरकातपुर, सबलपुर बीतरा, तहारपुर, बूढ़पुर, पाडली, लच्छीवाला, शाहपुर, सीकरी आदि गांव जुड़े हैं। मार्ग के बीच मालन नदी पर पुल न होने के कारण बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ने से आवागमन बंद हो जाता है। राहगीरों को नदी पार कराने के लिए कुछ ग्रामीणों ने ट्यूब वाली नाव लगाई थी, जिससे मार्ग पर आवागमन सुचारु हुआ था, लेकिन पुलिस ने नदी पार करने का एक मात्र साधन ट्यूबवाली नाव को भी बंद करा दिया है, जिससे मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। अब ग्रामीणों को पशुओं के चारे समेत अन्य कार्यों के लिए मालन नदी के तीन फीट पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीण पूर्व प्रधान सुबोध राजपूत, दुष्यंत कुमार, अरुण कुमार, मंगेश सिंह, सतपाल सिंह, सुरेश, संदीप का कहना है कि गांव के अधिकांश किसानों की खेत नदी पार है। प्रतिदिन किसान खेतों पर कार्य करने और चारा लाने के लिए नदी पार जाते हैं। नदी पर पुल और आसपास कोई मार्ग न होने के कारण किसानों को मजबूरन नदी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे ग्रामीणों की जान पर खतरा बना है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक नदी पर पुल नहीं बनाया जाता तब तक नदी पार करने के लिए ट्यूबवाली नाव के संचालन की अनुमति प्रशासन को देनी चाहिए।
वर्जन
ट्यूबवाली नाव से नदी पार करने से हादसा होने का अंदेशा बना है, इसलिए एसडीएम के निर्देश पर नाव को बंद कराया गया है।
- रविंद्र सिंह, थाना प्रभारी, नांगलसोती।
ग्रामीण रेलवे पुल से गुजरने का उठाते है जोखिम
नांगलसोती। क्षेत्रीय ग्रामीण नदी पार करने से बचने के लिए मार्ग से डेढ़ किमी दूर नदी पर बने रेलवे पुल से आवाजाही करने का जोखिम उठाते हैं। बरमपुर के पूर्व प्रधान मगनेस सिंह, पुंडीकलां के पूर्व प्रधान सुबोध राजपूत, सागर सिंह ने बताया कि अधिकांश पैदल जाने वाले यात्री और पशुओं के लिए चारा लेने वाले किसान आवागमन में रेलवे पुल का प्रयोग करते हैं, जिससे उनकी जान को खतरा बना रहता है। करीब छह वर्ष पूर्व पुंडरीकलां-बरमपुर मार्ग के समीप नदी पर बने रेलवे पुल से गुजरने वाले कई लोग ट्रेन हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं।
नांगलसोती/नजीबाबाद। पुंडरीकलां-बरमपुर संपर्क मार्ग के बीच मालन नदी पर राहगीरों को नदी पार कराने का एक मात्र साधन ट्यूबवाली नाव को पुलिस ने बंद करा दिया है, जिससे मार्ग पर एक दर्जन गांवों के लोगों की आवागमन ठप हो गया है। ग्रामीणों को पशुओं के चारे समेत अन्य कार्यों के लिए नदी के तीन फीट पानी से गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से नदी पर पुल निर्माण होने तक ट्यूब वाली नाव चलानेे की मंजूरी देने की मांग की है।
पुंडरीकलां-बरमपुर संपर्क मार्ग से पुंडरीकलां, पूंडरीखुर्द, बरकातपुर, सबलपुर बीतरा, तहारपुर, बूढ़पुर, पाडली, लच्छीवाला, शाहपुर, सीकरी आदि गांव जुड़े हैं। मार्ग के बीच मालन नदी पर पुल न होने के कारण बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ने से आवागमन बंद हो जाता है। राहगीरों को नदी पार कराने के लिए कुछ ग्रामीणों ने ट्यूब वाली नाव लगाई थी, जिससे मार्ग पर आवागमन सुचारु हुआ था, लेकिन पुलिस ने नदी पार करने का एक मात्र साधन ट्यूबवाली नाव को भी बंद करा दिया है, जिससे मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। अब ग्रामीणों को पशुओं के चारे समेत अन्य कार्यों के लिए मालन नदी के तीन फीट पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीण पूर्व प्रधान सुबोध राजपूत, दुष्यंत कुमार, अरुण कुमार, मंगेश सिंह, सतपाल सिंह, सुरेश, संदीप का कहना है कि गांव के अधिकांश किसानों की खेत नदी पार है। प्रतिदिन किसान खेतों पर कार्य करने और चारा लाने के लिए नदी पार जाते हैं। नदी पर पुल और आसपास कोई मार्ग न होने के कारण किसानों को मजबूरन नदी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे ग्रामीणों की जान पर खतरा बना है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक नदी पर पुल नहीं बनाया जाता तब तक नदी पार करने के लिए ट्यूबवाली नाव के संचालन की अनुमति प्रशासन को देनी चाहिए।
वर्जन
ट्यूबवाली नाव से नदी पार करने से हादसा होने का अंदेशा बना है, इसलिए एसडीएम के निर्देश पर नाव को बंद कराया गया है।
- रविंद्र सिंह, थाना प्रभारी, नांगलसोती।
ग्रामीण रेलवे पुल से गुजरने का उठाते है जोखिम
नांगलसोती। क्षेत्रीय ग्रामीण नदी पार करने से बचने के लिए मार्ग से डेढ़ किमी दूर नदी पर बने रेलवे पुल से आवाजाही करने का जोखिम उठाते हैं। बरमपुर के पूर्व प्रधान मगनेस सिंह, पुंडीकलां के पूर्व प्रधान सुबोध राजपूत, सागर सिंह ने बताया कि अधिकांश पैदल जाने वाले यात्री और पशुओं के लिए चारा लेने वाले किसान आवागमन में रेलवे पुल का प्रयोग करते हैं, जिससे उनकी जान को खतरा बना रहता है। करीब छह वर्ष पूर्व पुंडरीकलां-बरमपुर मार्ग के समीप नदी पर बने रेलवे पुल से गुजरने वाले कई लोग ट्रेन हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं।
नांगलसोती-सागर सिंह, निवासी पुंडरीकला।- फोटो : NAZIBABAD
नांगलसोती के पुंडरीकला-बरमपुर मार्ग पर नदी से ट्यूबवाली नाव का गुजरते ग्रामीण। (फाइल फोटो)- फोटो : NAZIBABAD
पुंडरीकलां-बरमपुर संपर्क मार्ग पर आवाजाही ठप - अमर उजाला
Read More
No comments:
Post a Comment