बैरिकेड गिराने के बाद आगे बढ़ते किसानों को रोकने का प्रयास करते पुलिसकर्मी।
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नोएडा। भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में बुधवार को 81 गांवों के किसानों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। किसान हरौला बरातघर के पास पुलिस से धक्कामुक्की के बाद बैरिकेडिंग तोड़कर उद्योग मार्ग पहुंचे। कई कोशिश के बाद दूसरी बैरिकेडिंग नहीं तोड़ पाने पर किसानों ने वहीं दंड-बैठक लगानी शुरू कर दी। करीब एक घंटे चले प्रदर्शन के बाद किसान धरनास्थल पर लौट आए। किसान बृहस्पतिवार को धरनास्थल पर पंचायत कर शुक्रवार को होने वाली प्राधिकरण की बोर्ड बैठक के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे। उधर, बैरिकेडिंग तोड़ने के दौरान कई महिला पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं।
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बुधवार सुबह हरौला बरातघर में किसानों ने यज्ञ किया। दोपहर करीब डेढ़ बजे किसानों की महापंचायत हुई। जिसमें युवाओं के अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इस बीच एसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी रजनीश कुमार वर्मा ने किसानों से वार्ता प्रदर्शन नहीं करने की अपील की। किसानों ने कहा कि अधिकारी उनकी समस्याएं दूर कर दें तो वह वह प्रदर्शन नहीं करेंगे। एसीपी रजनीश वर्मा ने प्राधिकरण के ओएसडी अविनाश त्रिपाठी और तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार को धरनास्थल पर बुलाया। धरनास्थल पर वार्ता में ओएसडी ने किसानों की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया और वार्ता का प्रस्ताव रखा। वहीं किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी अपने कार्यालय से उन्हें भगा देते हैं। वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने अधिकारियों को लौटा दिया।
इसके बाद युवा किसानों ने अर्धनग्न प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने हरौला बरातघर के सामने और उद्योग मार्ग पर बैरिकेडिंग की थी। किसानों ने पहली बैरिकेडिंग तोड़ दी। मौके पर पुलिस अधिकारियों और किसानों के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई। बैरिकेडिंग तोड़े जाने के दौरान कई महिला पुलिसकर्मियों के पैर और हाथ में चोट आई। किसान प्राधिकरण के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उद्योग मार्ग पहुंचे। उन्होंने कई बार बैरिकेडिंग हटाने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हुए। तब तक मुख्यमंत्री की सभा में तैनात पुलिस बल नोएडा आ चुका था। आगे नहीं बढ़ने देने से नाराज किसान उद्योग मार्ग पर ही दंड-बैठक लगाने लगे। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर धरनास्थल पर लौट गए।
किसान नेता सुखवीर खलीफा ने बताया कि दंड-बैठक लगाकर यह संदेश दिया गया कि किसान कमजोर नहीं हैं वह अपना हक मांगकर लेना जानते हैं। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को धरनास्थल पर पंचायत बुलाई गई है। जिसमें शुक्रवार को होने वाली प्राधिकरण की बोर्ड बैठक से जुड़ी रणनीति तैयार की जाएगी। इस दौरान पूर्व मंत्री मदन चौहान, सपा नेता सुनील चौधरी, रमेश चौहान, रामपाल अवाना, राजेंद्र यादव आदि समेत बड़ी तादाद में किसान मौजूद रहे। प्रदर्शन में युवा किसान रवि यादव महात्मा गांधी का रूप धारण करके पहुंचे थे। धरना प्रदर्शन के दौरान वह आकर्षण का केंद्र बने रहे।
सीएम की सभा से पहले किसानों को किया गया था नजरबंद
दादरी में मुख्यमंत्री के आने से पहले ही ग्रेटर नोएडा और नोएडा के किसानों को भी पुलिस ने नजरबंद कर दिया था। जबकि कुछ किसानों को हिरासत में ले लिया था। इनमें किसान नेता सुखवीर खलीफा, राजेंद्र यादव और सोनू समेत अन्य शामिल थे।
बैरिकेडिंग तोड़ने की सूचना मिलते ही पहुंचे डीसीपी और एडीसीपी पहुंचे
हरौला बरातघर के पास बैरिकेडिंग तोड़ने की जानकारी मिलते ही डीसीपी राजेश एस और एडीसीपी रणविजय सिंह दादरी सीएम की सभा खत्म होते ही नोएडा के लिए रवाना हो गए थे। हालांकि दोनों अधिकारियों के उद्योग मार्ग पर पहुंचने से पहले किसान प्रदर्शन समाप्त कर लौटने लगे थे।
बुधवार सुबह हरौला बरातघर में किसानों ने यज्ञ किया। दोपहर करीब डेढ़ बजे किसानों की महापंचायत हुई। जिसमें युवाओं के अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इस बीच एसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी रजनीश कुमार वर्मा ने किसानों से वार्ता प्रदर्शन नहीं करने की अपील की। किसानों ने कहा कि अधिकारी उनकी समस्याएं दूर कर दें तो वह वह प्रदर्शन नहीं करेंगे। एसीपी रजनीश वर्मा ने प्राधिकरण के ओएसडी अविनाश त्रिपाठी और तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार को धरनास्थल पर बुलाया। धरनास्थल पर वार्ता में ओएसडी ने किसानों की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया और वार्ता का प्रस्ताव रखा। वहीं किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी अपने कार्यालय से उन्हें भगा देते हैं। वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने अधिकारियों को लौटा दिया।
इसके बाद युवा किसानों ने अर्धनग्न प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने हरौला बरातघर के सामने और उद्योग मार्ग पर बैरिकेडिंग की थी। किसानों ने पहली बैरिकेडिंग तोड़ दी। मौके पर पुलिस अधिकारियों और किसानों के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई। बैरिकेडिंग तोड़े जाने के दौरान कई महिला पुलिसकर्मियों के पैर और हाथ में चोट आई। किसान प्राधिकरण के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उद्योग मार्ग पहुंचे। उन्होंने कई बार बैरिकेडिंग हटाने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हुए। तब तक मुख्यमंत्री की सभा में तैनात पुलिस बल नोएडा आ चुका था। आगे नहीं बढ़ने देने से नाराज किसान उद्योग मार्ग पर ही दंड-बैठक लगाने लगे। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर धरनास्थल पर लौट गए।
किसान नेता सुखवीर खलीफा ने बताया कि दंड-बैठक लगाकर यह संदेश दिया गया कि किसान कमजोर नहीं हैं वह अपना हक मांगकर लेना जानते हैं। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को धरनास्थल पर पंचायत बुलाई गई है। जिसमें शुक्रवार को होने वाली प्राधिकरण की बोर्ड बैठक से जुड़ी रणनीति तैयार की जाएगी। इस दौरान पूर्व मंत्री मदन चौहान, सपा नेता सुनील चौधरी, रमेश चौहान, रामपाल अवाना, राजेंद्र यादव आदि समेत बड़ी तादाद में किसान मौजूद रहे। प्रदर्शन में युवा किसान रवि यादव महात्मा गांधी का रूप धारण करके पहुंचे थे। धरना प्रदर्शन के दौरान वह आकर्षण का केंद्र बने रहे।
सीएम की सभा से पहले किसानों को किया गया था नजरबंद
दादरी में मुख्यमंत्री के आने से पहले ही ग्रेटर नोएडा और नोएडा के किसानों को भी पुलिस ने नजरबंद कर दिया था। जबकि कुछ किसानों को हिरासत में ले लिया था। इनमें किसान नेता सुखवीर खलीफा, राजेंद्र यादव और सोनू समेत अन्य शामिल थे।
बैरिकेडिंग तोड़ने की सूचना मिलते ही पहुंचे डीसीपी और एडीसीपी पहुंचे
हरौला बरातघर के पास बैरिकेडिंग तोड़ने की जानकारी मिलते ही डीसीपी राजेश एस और एडीसीपी रणविजय सिंह दादरी सीएम की सभा खत्म होते ही नोएडा के लिए रवाना हो गए थे। हालांकि दोनों अधिकारियों के उद्योग मार्ग पर पहुंचने से पहले किसान प्रदर्शन समाप्त कर लौटने लगे थे।
बुधवार को अर्धनग्न किसानों ने प्रदर्शन के दौरान लगाई दंड-बैठक। फोटो : राजन राय
बैरिकेडिंग तोड़ उद्योग मार्ग पहुंचे अर्धनग्न किसान - अमर उजाला
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