नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। गाजियाबाद में मुरादनगर से हरिद्वार के बीच गंगनहर पटरी पर नए कांवड़ मार्ग का निर्माण वन विभाग की एनओसी के चलते लटका हुआ है। 111.49 किमी लंबे इस नए कांवड़ मार्ग में गाजियाबाद में केवल 12.35 किमी भाग का निर्माण होना है। प्रोजेक्ट के लिए शासन पांच करोड़ रूपए भी जारी कर चुका है। प्रोजेक्ट के लिए टेंडरिंग भी पूरी हो चुकी है। लेकिन चार महीने के बाद भी अब तक गंगनहर नए कांवड़ मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। वहीं पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग की एनओसी जल्द मिलने वाली है। जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
अप्रैल में शुरू होना था काम
नए कांवड़ मार्ग को बनाने की शुरूआत अप्रैल से ही होनी थी। जिसमें दो लेन की सात मीटर की काली सडक़ का निर्माण होना है। इसके अलावा मार्ग के दोनों ओर ढाई मीटर की पटरी का निर्माण भी होना है। यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकताओं में शामिल है। वन विभाग की एनओसी नहीं मिलने से 628.74 करोड़ के प्रोजेक्ट में लगातार देरी होती जा रही है। हालांकि पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राजीव राय का कहना है कि क्योंकि प्रोजेक्ट में छोटे हिस्से का निर्माण गाजियाबाद में ही होना है। इसलिए कार्य को समय से निपटा लिया जाएगा। बस वन विभाग की एनओसी की जरूरत है। इस नए मार्ग के बनने से हादसों में कमी आने के साथ दिल्ली-मेरठ हाईवे पर वाहनों का दबाव भी कम होगा।
सेतु निगम के तीन पुलों का निर्माण कार्य है जारी
पूरे प्रोजेक्ट में 10 पुलों का निर्माण होना है। ऐसे में गाजियाबाद के हिस्से में आने वाले तीन पुलों का निर्माण कार्य निर्माण एजेंसी सेतु निगम की ओर से तेजी से किया जा रहा है। नए कांवड़ मार्ग में गाजियाबाद में 12.35 किमी, मेरठ में 42.30 किमी और सबसे ज्यादा 56 किमी का क्षेत्र मुजफ्फरनगर क्षेत्र में आता है। मुजफ्फरनगर में एक रेलवे ओवरब्रिज और फ्लाईओवर का निर्माण भी होना है।
वन विभाग की एनओसी ने अटकाया नए कांवड मार्ग का काम - Navodaya Times
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