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सतपुली-पोखड़ा-बैजरो मार्ग संगलाकोटी के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण बंद हो गया। सड़क पर पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। वहीं लोक निर्माण विभाग पाबौ खंड बृहस्पतिवार शाम तक सड़क खोलने के लिए जेसीबी नहीं भेज सका। मार्ग बंद होने के कारण बड़ी संख्या में यहां लोग फंस गए। उन्हें वाहन बदलकर गंतव्य के लिए रवाना होना पड़ा।
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पोखड़ा के पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत, लालसिंह भंडारी, संतोष सिंह रावत ने बताया कि सतपुली पोखड़ा मार्ग संगलाकोटी के सामने पहाड़ी से भूस्खलन के कारण संवेदनशील हो गया है। तीन दिन तक चली बारिश के बाद मार्ग पर लगातार मलबा आ रहा है। यह सड़क लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज की विधानसभा क्षेत्र में पड़ती है, जहां लोनिवि पाबौ की ओर से एक जेसीबी भी नहीं खड़ी की गई है। वहीं लोनिवि के अवर अभियंता हरपाल सिंह ने बताया कि जेसीबी भेजी जा रही है। शुक्रवार को सड़क यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
नहीं खुल पाईं सड़कें, पैदल आवाजाही कर रहे ग्रामीण
कोटद्वार। भारी बारिश से लोनिवि दुगड्डा, लैंसडौन और बैजरो की 14 सड़कें बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी बंद रहीं, जिससे इन मार्गों से जुड़े सैकड़ों गांवों के लोग पैदल आवाजाही के लिए मजबूर हैं। लोनिवि की ओर से जेसीबी लगाकर सड़कों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि एक दो दिन में सभी सड़कों पर यातायात सुचारु हो जाएगा।
बारिश के कारण मलबा आने से चैताधार-परसोली मोटर मार्ग, रिखणीखाल-वयेला मल्ला मोटर मार्ग, बड़खेत-तिमलसैंण मोटर मार्ग समेत कई मार्ग चौथे दिन भी बंद रहे। मार्ग बंद होने के कारण इन मार्गों से जुड़े सैकड़ों गांवों का सड़क संपर्क कट गया है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, वरिष्ठ नेता राजेंद्र भंडारी, पोखड़ा के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत, महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रंजना रावत ने प्रदेश सरकार पर पर्वतीय क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों की सुध नहीं लेने का आरोप लगाया। कहा कि सड़कें बंद होने के कारण ग्रामीण जरूरी काम से भी बाजार नहीं आ पा रहे हैं।
चार दिन बाद खुला सतपुली-दुधारखाल मार्ग
सतपुली। पिछले चार दिनों से बंद सतपुली दुधारखाल मार्ग बृहस्पतिवार को यातायात के लिए खुल गया है। गवाणा कस्बे के निकट करीब 50 मीटर सड़क ध्वस्त हो जाने से यातायात चार दिनों से ठप था। जयहरीखाल ब्लाक के पट्टी मल्ला बदलपुर के दुधारखाल, बबीना, बंदूण, घेरूवा, टसीला, थल्दा समेत 60 से अधिक गांव का सड़क संपर्क कटा था। लोनिवि की ओर से मार्ग सुचारु करने के लिए तीन जेसीबी लगाई गई थीं। बृहस्पतिवार शाम चार बजे के आसपास मार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया है।
पोखड़ा के पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत, लालसिंह भंडारी, संतोष सिंह रावत ने बताया कि सतपुली पोखड़ा मार्ग संगलाकोटी के सामने पहाड़ी से भूस्खलन के कारण संवेदनशील हो गया है। तीन दिन तक चली बारिश के बाद मार्ग पर लगातार मलबा आ रहा है। यह सड़क लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज की विधानसभा क्षेत्र में पड़ती है, जहां लोनिवि पाबौ की ओर से एक जेसीबी भी नहीं खड़ी की गई है। वहीं लोनिवि के अवर अभियंता हरपाल सिंह ने बताया कि जेसीबी भेजी जा रही है। शुक्रवार को सड़क यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
नहीं खुल पाईं सड़कें, पैदल आवाजाही कर रहे ग्रामीण
कोटद्वार। भारी बारिश से लोनिवि दुगड्डा, लैंसडौन और बैजरो की 14 सड़कें बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी बंद रहीं, जिससे इन मार्गों से जुड़े सैकड़ों गांवों के लोग पैदल आवाजाही के लिए मजबूर हैं। लोनिवि की ओर से जेसीबी लगाकर सड़कों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि एक दो दिन में सभी सड़कों पर यातायात सुचारु हो जाएगा।
बारिश के कारण मलबा आने से चैताधार-परसोली मोटर मार्ग, रिखणीखाल-वयेला मल्ला मोटर मार्ग, बड़खेत-तिमलसैंण मोटर मार्ग समेत कई मार्ग चौथे दिन भी बंद रहे। मार्ग बंद होने के कारण इन मार्गों से जुड़े सैकड़ों गांवों का सड़क संपर्क कट गया है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, वरिष्ठ नेता राजेंद्र भंडारी, पोखड़ा के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत, महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रंजना रावत ने प्रदेश सरकार पर पर्वतीय क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों की सुध नहीं लेने का आरोप लगाया। कहा कि सड़कें बंद होने के कारण ग्रामीण जरूरी काम से भी बाजार नहीं आ पा रहे हैं।
चार दिन बाद खुला सतपुली-दुधारखाल मार्ग
सतपुली। पिछले चार दिनों से बंद सतपुली दुधारखाल मार्ग बृहस्पतिवार को यातायात के लिए खुल गया है। गवाणा कस्बे के निकट करीब 50 मीटर सड़क ध्वस्त हो जाने से यातायात चार दिनों से ठप था। जयहरीखाल ब्लाक के पट्टी मल्ला बदलपुर के दुधारखाल, बबीना, बंदूण, घेरूवा, टसीला, थल्दा समेत 60 से अधिक गांव का सड़क संपर्क कटा था। लोनिवि की ओर से मार्ग सुचारु करने के लिए तीन जेसीबी लगाई गई थीं। बृहस्पतिवार शाम चार बजे के आसपास मार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया है।
संगलाकोटी-पोखड़ा मार्ग पर आया मलबा - अमर उजाला
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