अलीगढ़, जागरण संवाददाता। भले ही जिले में इन चार वर्षों में विकास कार्यों को पंख लगे हों, मगर अलीगढ़ मथुरा मार्ग के फोरलेन का काम शुरू नहीं हो सका, जबकि प्रस्ताव भेजा गया है। इसके बावजूद चार साल में प्रस्ताव पर मोहर नहीं लग सका। आज भी अलीगढ़ मथुरा मार्ग दो लेन का है, जिसकी चौड़ाई बमुश्किल सात मीटर है। इससे राहगीरों को बहुत परेशानी होती है। अक्सर जाम लगता है, सड़क भी ठीक नहीं है।
यह है रोेड़ा
अलीगढ़ मथुरा मार्ग शहर के प्रमुख मार्गो में से एक है। यह मार्ग वृंदावन और मथुरा जाता है। इसलिए बड़ी संख्या में लोग इस मार्ग से निकलते हैं। श्रद्धालुओं का इस मार्ग से तांता लगा रहता है। अलीगढ़ के श्रद्धालु तो वृंदावन और मथुरा जाते ही हैं यहां तक बरेली, बदायूं,मुरादाबाद आदि जिलों के भी श्रद्धालु इसी मार्ग से होकर निकलते हैं। इसलिए यह मार्ग धार्मिक और व्यापारिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। व्यापार के सिलसिले में तमाम लोग मथुरा और वृंदावन से अलीगढ़ आते हैं। अलीगढ़ में पूजन की सामग्रियां तैयार होती हैं। साथ ही ठाकुर जी और राधा रानी की पोशाक भी यहां बनती हैं। इसलिए बड़ी संख्या में लोगों का यहां आना रहता है। इसके चलते यह मार्ग हमेशा व्यस्त रहता है। इससे अलीगढ़ मथुरा मार्ग की प्रमुखता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इतना प्रमुख मार्ग होने के बावजूद इस मार्ग को चौड़ा नहीं किया गया, जबकि इसके फोरलेन की बहुत जरूरत है। यह मार्ग सात मीटर ही चौड़ा है। जबकि 14 मीटर इसकी चौड़ाई होनी चाहिए। पीडब्ल्यूडी सीडी वन इसका प्रस्ताव बनाकर कई बार भेजा चुका है, मगर प्रस्ताव पर मुहर नहीं लग सका है। मुख्य अभियंता एमएच सिद्धकी ने बताया कि मार्ग के बारे में अधिकारियों को बताया गया है। यह प्रमुख मार्गो में से एक है, इसके बनने से अलीगढ़ के विकास को भी पंख लग जाएंगे। मथुरा और वृंदावन जाना आसान हो जाएगा। इसके बाद भी इस मार्ग को अभी तक फोरलेन नहीं किया जा सका है।
शहर के तीन ओर हैं ठीक रास्ते
यदि शहर को देखा जाए विकास की दृष्टि से तो करीब-करीब चारों ओर मार्ग हैं। अलीगढ़ मथुरा मार्ग एक मात्र रह जाता है जो दो लेन है। गभाना से लेकर मेहरावल तक जीटी रोड फोरलेन हो गया है। जिससे शहर के बाहर निकलना आसान हो जाता है। आगरा रोड भी भले ही दो लेन है, मगर उसकी भी स्थिति ठीक है। जीटी रोड फोरलेन बन रहा है और उस पर निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। मुरादाबाद हाईवे भी बनकर तैयार हो गया है। इसलिए अनूपशहर की ओर निकलना आसान हो जाता है। वही रामघाट रोड का भी फोरलेन बनाने का प्रस्ताव पास हो चुका है और इसकी प्रक्रिया चल रही है। इससे यह मार्ग क्वारसी से लेकर रामघाट तक फोरलेन बन जाएगा। सिर्फ एकमात्र मार्ग अलीगढ़ मथुरा रह जाता है, जो अभी भी दो लेन है और सड़क की यदि स्थिति देखी जाए तो वह भी खस्ताहाल है ऐसे में शहर का समग्र विकास नहीं हो पाता है। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता एमएच सिद्दकी ने कहा कि प्रस्ताव दोबारा बनवा कर भेजा गया है। कोशिश है प्रस्ताव पर मुहर लग जाए और फिर इसका निर्माण कार शुरू कराया जाए।
Aligarh- Mathura Road: फोरलेन का प्रस्ताव अटका, चार साल से नहीं लग सकी मोहर - दैनिक जागरण
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