जागरण संवाददाता, चम्पावत : एक ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए पीडब्लूडी विभाग नतमस्तक हो गई है। करीब ढ़ाई साल पूर्व ठेकेदार ने प्लॉट से मिट्टी खनन करने के चक्कर में टनकपुर अस्कोट अश्व मार्ग क्षतिग्रस्त कर दी। मार्ग के क्षतिग्रस्त हो जाने से सैकड़ों लोगों का संपर्क कट गया। लोग खेतों में उड़ खाड़ रास्ते से आवाजाही करने को मजबूर हैं लेकिन विभाग ठेकेदार से दीवार बनवाकर रोड चालू नहीं करवा पा रहा है। यही नहीं विभाग ने भी रोड को ठीक कराने को लेकर कोई प्रयास नहीं किया। इस आपदा में रोड एक जगह और क्षतिग्रस्त हो गई।
घटना पुनेठी ग्राम पंचायत की है। एनएच से ही टनकपुर अस्कोट अश्व मार्ग लगा हुआ है। मार्ग में कुछ सालों पूर्व सीसी हुआ था। एनएच किनारे एक उच्च पहुंच रखने वाले ठेकेदार की जमीन है। जमीन में खादान कर ठेकेदार मकान बनाना चाह रहा था। करीब ढाई वर्ष पूर्व ठेकेदार ने मिट्टी का खादान किया और दीवार नहीं बनाई। बारिश होने पर टनकपुर अस्कोट अश्व मार्ग का करीब 20 मीटर टुकड़ा ठेकेदार के प्लाट में समा गई। रोड के क्षतिग्रस्त हो जाने से तिलौन, ताराचौर, पुनेठी, कुलेठी, न्यौरा गांव के सैकड़ों ग्रामीणों का मार्ग से संपर्क कट गया। लोग अब पैदल खेतों में उबड़ खाबड़ मार्ग से आवाजाही करने को मजबूर है। मार्ग में कई लोगों के घर भी है वह भी अपने घर तक पैदल पहुंच रहे हैं।
अक्टूबर माह में आई आपदा में मार्ग एक जगह और क्षतिग्रस्त हो गया। इस मार्ग के क्षतिग्रस्त होने का कारण भी जमीन का खादान रहा। खादान करने वाले जमीन मालिक ने यहां भी मार्ग की सुरक्षा के लिए दीवार नहीं बनाई। मार्ग को बनाने के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन व पीडब्लूडी विभाग की गुहार लगाई लेकिन विभाग ने एक न सुनी। सूत्रों का कहना है कि ठेकेदार सत्तादल से ताल्लुक रखता है। जिस कारण विभाग ठेकेदार से रोड की दीवार नहीं बनवा पा रही है। जब इस संबंध में जेई महेश पुनेठा से पूछा गया तो उन्होंने भी जानकारी होने से मना कर दिया और ईई से वार्ता करने को कहा। वहीं दूसरी जगह क्षतिग्रस्त रोड के लिए उन्होंने पांच लाख का स्टीमेट बनाने की बात कही है।
ठेकेदार गोविंद पंगरिया ने बताया कि मैंने अपनी जमीन का खादान रोड से 12 फिट छोड़कर किया है। खादान करने के दो महीने बाद बारिश में रोड क्षतिग्रस्त हुई है। इसमें मेरी क्या गलती है। मैंने काफी दीवार भी बनाई है।
15 दिन के अंदर बन जाएगी सड़क : ईई
जब इस मामले में पीडब्लूडी ईई मोहन पांडेय से वार्ता की गई तो पहले वह भी बात को घुमाने का प्रयास करने लगे। एक ही बात कह रहे थे कि रोड बन जाएगी। वह भी ठेकेदार के दबाव में दिखे। बाद में उन्होंने कहा कि ठेकेदार द्वारा 15 दिन के अंदर रोड बनवा दी जाएगी। खादान के बाद सुरक्षा दीवार बनाने के लिए ठेकेदार से कहा गया था।
क्या बोले स्थानीय
करीब ढाई साल से मार्ग क्षतिग्रस्त है। प्रशासन से लेकर विभाग तक कई बार प्रार्थना पत्र दे चुके हैं लेकिन किसी ने एक बार भी नहीं सुनी। मार्ग क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही करने में काफी दिक्कत हो रही है।
- बंशीधर शर्मा, रिटायर्ड सूबेदार मेजर, पुनेठी
मैं कई बाद विभाग में पत्र देकर रोड को ठीक कराने के कह चुका हूं। हर बार बारिश में रोड जगह-जगह टूट जाती है। अब तो घर तक वाहन को भी लाना मुश्किल हो गया है। लोग घरों के आगे खेतों से पैदल आवाजाही कर रहे हैं।
- जगदीश चंद्र पुनेठा, पुनेठी, चम्पावत
प्लॉट से मिट्टी हटाने के लिए ध्वस्त कर दिया टनकपुर-अस्कोट मार्ग - दैनिक जागरण
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