विकासनगर धर्मावाला-कुंजा मार्ग के डामरीकरण में लोक निर्माण ने नया कारनामा कर दिखाया। मार्ग पर हो रहे जलभराव को रोकने के लिए विभाग ने मिट्टी के नाले का निर्माण करा दिया।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: धर्मावाला-कुंजा मार्ग के डामरीकरण में लोक निर्माण ने नया कारनामा किया, उन्होंने नालियों से रिसकर मार्ग पर फैल रहे पानी को रोकने के लिए मिट्टी की ढांग बना दी, लेकिन मिट्टी से रोका गया यह पानी कितने दिन तक रुका रहेगा इसका कोई प्रबंध नहीं है। निर्माण कार्य में आड़े आ रही समस्या के स्थायी समाधान के बारे में विभाग के पास कोई जवाब नहीं है। उनका कहना है कि, फिलहाल मार्ग के निर्माण का ही बजट मिला हुआ है, नाली के लिए अतिरिक्त धन मिलने पर उसे भी बना दिया जाएगा। उधर, ह्युमन राइट एंड आरटीआइ एसोसिएशन ने लोनिवि अधिकारियों के इस रवैये को सरकारी धन को ठिकाने लगाने की कवायद बता रहा है।
धर्मावाला-कुंजा मार्ग के डामरीकरण का कार्य तीन दिन पूर्व क्षेत्रीय विधायक सहदेव सिंह पुंडीर ने उद्घाटन किया था। 64 लाख रुपये की लागत से बनने वाली इस सड़क का कार्य लोक निर्माण विभाग की ओर से कराया जा रहा है। मार्ग पर 31 ऐसे स्थान हैं, जहां निकास की व्यवस्था नहीं होने के कारण जलभराव की स्थिति बनी रहती है। हालत यह है कि दर्जनभर से अधिक गलियों में स्थित आवासीय भवनों से निकलने वाला पानी जगह-जगह सड़क पर फैलता है। उद्घाटन के समय ही यह सवाल उठा था कि नियमित जलभराव के कारण यदि डामरीकरण किया जाएगा तो वह कितने दिन टिकेगा। इस सवाल को नजर अंदाज करते हुए विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने ग्राम कुंजा के शक्तिनहर तिराहे से डामरीकरण का कार्य भी शुरू कर दिया। ग्रामीणों के आरोप के बाद निर्माण कार्य को दो दिन पहले रोक दिया गया। लोनिवि के अवर अभियंता भरत कपरवाण का कहना था कि मार्ग पर जलभराव की समस्या का समाधान करने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। समस्या के समाधान का जो तरीका विभाग ने अपनाया है वह किसी के भी गले नहीं उतर रहा है। ह्युमन राइट एंड आरटीआइ एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविद शर्मा का कहना है जिस प्रकार से मार्ग के निर्माण के लिए नालियों के किनारों पर मिट्टी लगाकर पानी को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। वह दो दिन भी चलने वाला नहीं है। इस प्रयास से सिर्फ इतना होगा कि लोनिवि सड़क बनाकर निकल जाएगा। इसके दो चार दिन बाद फिर से सड़क पर जलभराव की स्थिति बनी रहेगी। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों से मार्ग निर्माण के साथ नालियों का निर्माण कराए जाने की मांग भी की है।
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मार्ग के डामरीकरण से पहले सड़क पर आने वाले पानी को रोकने की तमाम व्यवस्था की जा रही हैं। छह स्थानों पर सिचाई विभाग की ओर से पाइपलाइन डाली गई है। इसके अलावा जल संस्थान भी पाइप लाइन की लीकेज को ठीक करने का काम कर रहा है। विभाग के स्तर से भी हर प्रकार की व्यवस्था कराई जा रही है। नीरज कुमार त्रिपाठी, सहायक अभियंता लोनिवि।
Edited By: Jagran
मार्ग पर जलभराव रोकने को लोनिवि ने बनाई मिट्टी की नाली - दैनिक जागरण
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