ऋषिकेश। वरिष्ठ संवाददाता
गंगा का जलस्तर बढ़ने से चीला-हरिद्वार वैकल्पिक मार्ग पर गंगाभोगपुर तल्ला गांव का मोटरमार्ग कटकर बह गया है। मोटरमार्ग बहने से ग्रामीणों के परेशानी बढ़ गई है। मार्ग का करीब दस मीटर हिस्सा बहने से यहां वाहनों की आवाजाही भी बाधित हो गई है। लगातार भूमि कटाव होने से ग्रामीण में दहशत का माहौल है। यहां कई बीघा कृषि भूमि भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव की ओर जाने के लिए ये एकमात्र सड़क मार्ग है, जिससे आवाजाही होती है। लेकिन अब इस सड़क के कटने के बाद उनके पास सिर्फ कुछ संकरे और जंगल के बीच से जाने का विकल्प बचा है। गांव में करीब सौ से अधिक परिवार निवास करते हैं। इनकी आजीविका कृषि पर निर्भर है। गांव के विपिन कुमार बताते हैं कि अगर ऐसे ही बारिश होती रही तो सड़क कटने के बाद कई एकड़ भूमि भी कट सकती है। ग्रामीण मदन रावत का कहना है कि भू-कटाव का सिलसिला 2013 में आई बाढ़ के बाद शुरू हुआ था। उस समय कई एकड़ भूमि गंगा में बह गई थी। इसके बाद प्रशासन ने गंगा में एक पुश्ता लगाया था। लेकिन उसके बाद लगातार हर वर्ष बारिश में भू-कटाव होता रहा। प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। यमकेश्वर तहसील के तहसीलदार मंजीत सिंह ने बताया कि गंगाभोगुपर तल्ला में गंगा का जलस्तर बढ़ने से संपर्क मार्ग कटकर बह गया है। जबकि ग्रामीणों की कृषि भूमि का भी कटाव हो रहा है। जलस्तर घटने के बाद इसका आकलन किया जायेगा। तटबंध बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। फिलहाल ग्रामीणों को तट पर न जाने के लिए कहा गया है।
गंगाभोगपुर तल्ला में मोटर मार्ग कटकर बहा - Hindustan हिंदी
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