चौसाना। बिडौली-गंगोह मार्ग पर भरा पानी - फोटो : SHAMLI
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बिड़ौली-गंगोह मार्ग बदहाल, ग्रामीणों में आक्रोश
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शामली, चौसाना। बिड़ौली-गंगोह मार्ग को जोड़ने वाले यमुना तटबंध के किनारे बनी सड़क बरसात के दिनों में परेशानी का सबब बन गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि मार्ग के बदतर हालत होने के कारण दुर्घटना व बदमाशों से लूटपाट का खतरा भी रहता है। प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। सोमवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना देते हुए मार्ग के निर्माण की मांग की है।
बिड़ौली से गंगोह जाने वाला यमुना तटबंध का मार्ग महत्वपूर्ण मार्ग है। करीब 25 किमी के इस मार्ग से लगभग 12 गांव जुड़े हैं, जिनकी आबादी 30 हजार से ज्यादा है। ग्रामीण बताते हैं कि दो साल पूर्व निर्माण के लिए सड़क को तोड़ा गया था। सड़क उखाड़ने के बाद पत्थर डाला गया, लेकिन इसके बाद किसी ने पलटकर नहीं देखा। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिले के उच्चाधिकारियों को भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना है कि टूटी हुई सड़क के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दुपहिया वाहनों का तो इस मार्ग से चलना मुश्किल हो गया है।
सोमवार को भाकियू ब्लाक अध्यक्ष अरविंद चौधरी के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। प्रशासन से मार्ग के निर्माण की मांग की गई। ब्लॉक अध्यक्ष अरविंद चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन इसकी ओर ध्यान नहीं देता है, तो क्षेत्र के लोगों के साथ मिलकर बिड़ौली-गंगोह मार्ग को जाम करेंगे। पूर्व ग्राम प्रधान नाईनगला महिपाल सिंह का कहना है कि दो साल पूर्व सड़क के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन सड़क को उखाड़ने के बाद इसकी ओर देखा तक नहीं गया। आरोप लगाया कि सड़क का निर्माण कार्य कागजों में दिखा दिया गया है। मौके विपिन कुमार, सोमपाल, राजकुमार, हर्ष, देवेंद्र, महीपाल, सचिन, रोजू मौजूद रहे।
शामली, चौसाना। बिड़ौली-गंगोह मार्ग को जोड़ने वाले यमुना तटबंध के किनारे बनी सड़क बरसात के दिनों में परेशानी का सबब बन गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि मार्ग के बदतर हालत होने के कारण दुर्घटना व बदमाशों से लूटपाट का खतरा भी रहता है। प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। सोमवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना देते हुए मार्ग के निर्माण की मांग की है।
बिड़ौली से गंगोह जाने वाला यमुना तटबंध का मार्ग महत्वपूर्ण मार्ग है। करीब 25 किमी के इस मार्ग से लगभग 12 गांव जुड़े हैं, जिनकी आबादी 30 हजार से ज्यादा है। ग्रामीण बताते हैं कि दो साल पूर्व निर्माण के लिए सड़क को तोड़ा गया था। सड़क उखाड़ने के बाद पत्थर डाला गया, लेकिन इसके बाद किसी ने पलटकर नहीं देखा। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिले के उच्चाधिकारियों को भी की, लेकिन कोई समाधान नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना है कि टूटी हुई सड़क के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दुपहिया वाहनों का तो इस मार्ग से चलना मुश्किल हो गया है।
सोमवार को भाकियू ब्लाक अध्यक्ष अरविंद चौधरी के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। प्रशासन से मार्ग के निर्माण की मांग की गई। ब्लॉक अध्यक्ष अरविंद चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन इसकी ओर ध्यान नहीं देता है, तो क्षेत्र के लोगों के साथ मिलकर बिड़ौली-गंगोह मार्ग को जाम करेंगे। पूर्व ग्राम प्रधान नाईनगला महिपाल सिंह का कहना है कि दो साल पूर्व सड़क के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन सड़क को उखाड़ने के बाद इसकी ओर देखा तक नहीं गया। आरोप लगाया कि सड़क का निर्माण कार्य कागजों में दिखा दिया गया है। मौके विपिन कुमार, सोमपाल, राजकुमार, हर्ष, देवेंद्र, महीपाल, सचिन, रोजू मौजूद रहे।
शामली चौसाना में प्रदर्शन करते भाकियू कार्यकर्ता- फोटो : SHAMLI
बिड़ौली-गंगोह मार्ग बदहाल, ग्रामीणों में आक्रोश - अमर उजाला
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