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चिलरखाल-लालढांग मार्ग पर बरसाती नदी सिगड्डीसोत में वैकल्पिक मार्ग बनाकर वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी है। इससे कोटद्वार भाबर के लोगों को हरिद्वार और देहरादून आवाजाही के लिए सहूलियत हो गई है।
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बीते 19 अगस्त केे भारी बारिश में सिगड्डीसोत में सौ मीटर का पैच बह गया था, जिससे आवाजाही बाधित रही। लालढांग और आसपास के लोग नदी में उतरकर आवाजाही करते रहे। जीएमओयू के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल का कहना है कि नदी के उफनाने के दौरान बस सेवाएं यूपी के नहर वाले रास्ते से भेजी जाती है। सामान्य दिनों में चिलरखाल-लालढांग मार्ग पर बसों का संचालन हो रहा है। जीएमओयू की मार्ग पर हर दिन 20 से अधिक बस सेवाएं चल रही है। गंगाभोगपुर कौड़िया और डाडामंडल के लोग भी कोटद्वार आनेजाने के लिए मार्ग का उपयोग करते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि चिलरखाल-लालढांग मोटर मार्ग पर केवल दो स्थानों पर पुल बन जाए, तो पूरे सालभर मार्ग का उपयोग हो सकता है।
चिलरखाल-लालढांग मार्ग पर आवाजाही बंद नहीं की गई है। केवल भारी बारिश के दौरान सिगड्डीसोत और मैहलीसोत नदी उफनने से यातायात ठप रहा। सिगड्डीसोत में वैकल्पिक मार्ग बना दिया गया है। विभाग की ओर से मार्ग का सुदृढ़ीकरण का काम जारी है।
-प्रदीप उनियाल, रेंज अधिकारी कोटद्वार
बीते 19 अगस्त केे भारी बारिश में सिगड्डीसोत में सौ मीटर का पैच बह गया था, जिससे आवाजाही बाधित रही। लालढांग और आसपास के लोग नदी में उतरकर आवाजाही करते रहे। जीएमओयू के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल का कहना है कि नदी के उफनाने के दौरान बस सेवाएं यूपी के नहर वाले रास्ते से भेजी जाती है। सामान्य दिनों में चिलरखाल-लालढांग मार्ग पर बसों का संचालन हो रहा है। जीएमओयू की मार्ग पर हर दिन 20 से अधिक बस सेवाएं चल रही है। गंगाभोगपुर कौड़िया और डाडामंडल के लोग भी कोटद्वार आनेजाने के लिए मार्ग का उपयोग करते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि चिलरखाल-लालढांग मोटर मार्ग पर केवल दो स्थानों पर पुल बन जाए, तो पूरे सालभर मार्ग का उपयोग हो सकता है।
चिलरखाल-लालढांग मार्ग पर आवाजाही बंद नहीं की गई है। केवल भारी बारिश के दौरान सिगड्डीसोत और मैहलीसोत नदी उफनने से यातायात ठप रहा। सिगड्डीसोत में वैकल्पिक मार्ग बना दिया गया है। विभाग की ओर से मार्ग का सुदृढ़ीकरण का काम जारी है।
-प्रदीप उनियाल, रेंज अधिकारी कोटद्वार
चिलरखाल-लालढांग मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू - अमर उजाला
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