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नाहन (सिरमौर)। लौटते मानसून ने फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। बरसात और भूस्खलन के चलते जहां नाहन-कुमारहट्टी-शिमला नेशनल हाईवे 907ए साढ़े तीन घंटे बंद रहा। वहीं उपमंडल राजगढ़ में पशुशाला ढहने से दो मवेशियों की मौत भी हो गई। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग की एक सड़क बंद हो गई, जिसे बहाल कर दिया गया।
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बरसात से एनएच और सड़कों पर मलबे और पत्थरों के गिरने से वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार रात्रि भारी भूस्खलन के चलते नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाइवे 907ए नाहन से करीब सात किलोमीटर दूर जांगीरूग के पास बंद हो गया। इस दौरान मार्ग के दोनों और वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
इनमें निजी गाड़ियों सहित लंबे रूट की निगम बसें भी फंसी रहीं। सूचना मिलने के तुरंत बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी की जेसीबी मौके पर पहुंची और मार्ग बहाली का कार्य शुरू किया। करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रात 12 बजे के आसपास मार्ग को वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया। अभी भी इस सड़क पर भूस्खलन जारी है। मलबे के ढेर सड़क किनारे लगे हैं। सिर्फ आवाजाही के लिए ही सड़क को खोला गया है। यह मार्ग कभी भी बंद हो सकता है।
बारिश के चलते उपमंडल राजगढ़ के लेऊनाना में जगदीश पुत्र धनीराम की एक गोशाला जमींदोज हो गई। इसमें जगदीश को करीब 30 हजार रुपये नुकसान हुआ है। राजगढ़ उपमंडल के ही कूथल गांव में प्रीति देवी की भैंस और संत राम की एक गाय की पशुशाला ढहने से दबकर मौत हो गई। दोनों को 30-30 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।
उधर, नेशनल हाइवे ऑथोरिटी के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि शुक्रवार देर रात्रि नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाईवे 907ए जांगीरूग के पास अवरुद्ध हो गया था। इसे रात्रि 12 बजे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया।
बरसात से एनएच और सड़कों पर मलबे और पत्थरों के गिरने से वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार रात्रि भारी भूस्खलन के चलते नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाइवे 907ए नाहन से करीब सात किलोमीटर दूर जांगीरूग के पास बंद हो गया। इस दौरान मार्ग के दोनों और वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
इनमें निजी गाड़ियों सहित लंबे रूट की निगम बसें भी फंसी रहीं। सूचना मिलने के तुरंत बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी की जेसीबी मौके पर पहुंची और मार्ग बहाली का कार्य शुरू किया। करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रात 12 बजे के आसपास मार्ग को वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया। अभी भी इस सड़क पर भूस्खलन जारी है। मलबे के ढेर सड़क किनारे लगे हैं। सिर्फ आवाजाही के लिए ही सड़क को खोला गया है। यह मार्ग कभी भी बंद हो सकता है।
बारिश के चलते उपमंडल राजगढ़ के लेऊनाना में जगदीश पुत्र धनीराम की एक गोशाला जमींदोज हो गई। इसमें जगदीश को करीब 30 हजार रुपये नुकसान हुआ है। राजगढ़ उपमंडल के ही कूथल गांव में प्रीति देवी की भैंस और संत राम की एक गाय की पशुशाला ढहने से दबकर मौत हो गई। दोनों को 30-30 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।
उधर, नेशनल हाइवे ऑथोरिटी के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि शुक्रवार देर रात्रि नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाईवे 907ए जांगीरूग के पास अवरुद्ध हो गया था। इसे रात्रि 12 बजे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया।
भूस्खलन से नाहन-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग साढ़े तीन घंटे रहा बंद - अमर उजाला
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