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रानीखेत (अल्मोड़ा)। दुर्घटना के लिहाज से संवेदनशील सुभाष चौक-ख़िरखेत मोटर मार्ग का आज तक चौड़ीकरण नहीं हो सका है। पिछले साल इस मार्ग पर अलग-अलग वाहन दुर्घटनाओं में तीन लोगोंकी मौत हुई थी। यह सड़क जिला परिषद की तरफ से बनाई गई थी। इस सड़क का कुछ हिस्सा सेना के अधीन है। ग्रामीण हिस्से को जोड़ने वाली सड़क काफी तंग है। तीव्र मोड़ हादसे का सबब बने हुए हैं।
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रानीखेत-खिरखेतमोटर मार्ग आजादी से पूर्व बदरीनाथ धाम जाने वाले तीर्थ यात्रियों का पैदल रास्ता हुआ करता था। सैकड़ों लोग पैदल ही इस मार्ग से यात्रा को निकलते थे। धीरे-धीरे इस क्षेत्र में बसासत बढ़ती गई और किलकोट, पंतकोटली, ग्वाड़ स्टेट सहित तमाम गांवों को जोड़ने के लिए मोटरमार्ग का निर्माण किया गया लेकिन यह सड़क बेहद संकरी है। वाहन एक दूसरे को पास नहीं दे सकते हैं।
सड़क पर बस और ट्रक आदि बड़े वाहन नहीं चलते। ग्रामीणों का मुख्य बाजार रानीखेत होने के कारण लोग जान हथेली पर रखकर प्रतिदिन जीप और टैक्सी से रानीखेत पहुंचते हैं। पिछले साल अगस्त में बूचड़ी के पास कार खाई में गिर गई थी और तीन लोगों की मौत हो गई थी। सड़क की देखरेख की जिम्मेदारी रानीखेत लोनिवि निर्माण खंड के पास है। हालांकि कुछ समय पर कुछ सुधारीकरण के कार्य हुए हैं।
-सड़क अत्यधिक संकरी होने के कारण आए दिन खतरा बना रहता है। मोड़ों पर स्टील गार्डर लगाए जाने चाहिए। मोड़ इतने तंग हैं कि सामने से आने वाले वाहन का पता नहीं चल पाता। जिस कारण दुर्घटनाएं हो जाती हैं।
-पूरन पाल सिंह रावत, खिरखेत
-खिरखेत मोटर मार्ग की मरम्मत करने की जरूरत है। पंत कोटली तक सड़क का हिस्सा बेहद संकरा और संवेदनशील है। कई बार इस मार्ग पर वाहन दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कम से कम मोड़ों को तो ठीक किया जाना चाहिए। इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं।
-कुबेर सिंह, कारचुली।
रानीखेत-खिरखेतमोटर मार्ग आजादी से पूर्व बदरीनाथ धाम जाने वाले तीर्थ यात्रियों का पैदल रास्ता हुआ करता था। सैकड़ों लोग पैदल ही इस मार्ग से यात्रा को निकलते थे। धीरे-धीरे इस क्षेत्र में बसासत बढ़ती गई और किलकोट, पंतकोटली, ग्वाड़ स्टेट सहित तमाम गांवों को जोड़ने के लिए मोटरमार्ग का निर्माण किया गया लेकिन यह सड़क बेहद संकरी है। वाहन एक दूसरे को पास नहीं दे सकते हैं।
सड़क पर बस और ट्रक आदि बड़े वाहन नहीं चलते। ग्रामीणों का मुख्य बाजार रानीखेत होने के कारण लोग जान हथेली पर रखकर प्रतिदिन जीप और टैक्सी से रानीखेत पहुंचते हैं। पिछले साल अगस्त में बूचड़ी के पास कार खाई में गिर गई थी और तीन लोगों की मौत हो गई थी। सड़क की देखरेख की जिम्मेदारी रानीखेत लोनिवि निर्माण खंड के पास है। हालांकि कुछ समय पर कुछ सुधारीकरण के कार्य हुए हैं।
-सड़क अत्यधिक संकरी होने के कारण आए दिन खतरा बना रहता है। मोड़ों पर स्टील गार्डर लगाए जाने चाहिए। मोड़ इतने तंग हैं कि सामने से आने वाले वाहन का पता नहीं चल पाता। जिस कारण दुर्घटनाएं हो जाती हैं।
-पूरन पाल सिंह रावत, खिरखेत
-खिरखेत मोटर मार्ग की मरम्मत करने की जरूरत है। पंत कोटली तक सड़क का हिस्सा बेहद संकरा और संवेदनशील है। कई बार इस मार्ग पर वाहन दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कम से कम मोड़ों को तो ठीक किया जाना चाहिए। इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं।
-कुबेर सिंह, कारचुली।
रानीखेत-खिरखेत मोटर मार्ग का हो चौड़ीकरण - अमर उजाला
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