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Wednesday, March 31, 2021

संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त होने से राहगीर परेशान - अमर उजाला

मंडावली-मौअज्जमपुर मार्ग खस्ताहाल। - फोटो : NAZIBABAD

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मंडावली-मौजमपुर संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त होने से राहगीर परेशान
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मंडावली। मंडावली क्षेत्र के मंडावली-मौजमपुर संपर्क मार्ग और कांठपुर-दहीरपुर संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त होने से राहगीरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त मार्गों की मरम्मत कराने की मांग की है।
ग्रामीण मोहन कश्यप, छत्रपाल सिंह, नसिम अंसारी ने कहा कि मंडावली-मौजमपुर संपर्क मार्ग मंडावली क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों को जोड़ता है। करीब चार किलोमीटर तक संपर्क मार्ग पर नुकिले पत्थर और जगह-जगह गड्ढे बने है। जिस कारण मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। कई राहगीर मार्ग के गड्ढों में गिरकर चोटिल भी हो गए हैं। उधर, मंडावली क्षेत्र के कांठपुर-दहीरपुर संपर्क मार्ग खस्ताहाल होने से राहगीर परेशान हैं। मार्ग के खस्ताहाल होने से कांठपुर, दहीरपुर, सराय, काशीरामपुर, भागूवाला आदि गांवों के लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। क्षेत्रीय ग्रामीण सुरेंद्र सिंह, संजीव, सुनील ने बताया कि मार्ग पर करीब दो किलोमीटर तक गहरे गड्ढ़े है। जिनमें गिरकर राहगीरों के चोटिल होने आशंका बनी है।

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रतलाम : मोक्ष मार्ग सौदे का नहीं त्याग का मार्ग - Nai Dunia

Publish Date: | Wed, 31 Mar 2021 10:50 PM (IST)

रतलाम। सागोद रोड स्थित जैन दिवाकर स्मारक पर आगमज्ञाता गुरुदेव डा. समकित मुनिजी ने कहा कि बिना पकड़ छूटे आदमी संसार से नहीं छूट सकता। दीक्षा कर्मों से मुक्त होने के लिए नहीं बल्कि पकड़ से मुक्त होने के लिए ली जाती है। मोक्ष मार्ग सौदे का नहीं त्याग का मार्ग है। जो पकड़ में अटक गया समझो वह भटक गया। पकड़ को पकड़ कर आज तक किसी की साधना सिद्ध नहीं हुई।

उन्होंने कहा कि जब कान प्रशंसा के शब्द सुनने के लिए आतुर हो और प्रशंसा के शब्द कान में न पड़े तो व्यक्ति परेशान हो जाता है। जो व्यक्ति दूसरों को परेशान करने की न सोचे वही सरल होता है। जब अपने ही अपनों को मजबूर कर देते हैं, उस समय अपनों को अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ता है। रिश्ते जब पाप के होते हैं तो तकलीफ देते हैं। खाने में संयम नहीं तो पेट में झगड़ा शुरू हो जाता है और बोलने में संयम नहीं तो घर में झगड़ा शुरू हो जाता है। जितनी तेज जुबान हिलती है, उतना ही तेज मन भागता है। मन को कंट्रोल करना है तो जीभ को कंट्रोल करो। शांति की इच्छा है तो पहले इच्छाओं को शांत करो। इच्छाएं जब खत्म होती है, तब जाकर खुशियां प्रारंभ होती है।

मुमुक्षु सुहास गांधी का किया बहुमान

सैलाना। आचार्यश्री उमेश मुनिजी के शिष्य प्रवर्तक जिनेंद्र मुनिजी, गिरीश मुनिजी, रवि मुनिजी तथा महासती किरणबाला श्रीजी आदि होली चातुर्मास के लिए स्थानक भवन में विराजित है। इस अवसर पर स्थानीय जैन धर्मशाला स्थित अणु वाटिका में आयोजित धर्मसभा में रतलाम के धर्मनिष्ठ गांधी परिवार के मुमुक्षु सुहास गांधी को युवा मंडल के सदस्य भगवान महावीर, जय उमेश, जय जिनेंद्र के जयकारों के साथ जुलूस के रूप में लेकर आए। प्रवर्तकश्री की धर्मप्रभावना के पश्चात श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ अध्यक्ष करुण संघवी, उपाध्यक्ष श्रेणिक पितलिया, सचिव राजेश सियार, अणु मित्र मंडल अध्यक्ष अमित पितलिया, उपाध्यक्ष अभिनव सियार आदि ने दीक्षार्थी सुहास गांधी का अभिनंदन पत्र, शाल, रजत फल, माला से बहुमान किया। साथ ही दीक्षार्थी के वीर माता-पिता नरेंद्र गांधी, सपना गांधी,दो बहनों का सम्मान भी संघ द्वारा किया गया। श्रावक कन्हैयालाल मोगरा, भंवरलाल संघवी, कांतिलाल संघवी, ओमप्रकाश पितलिया, प्रदीप पितलिया, सुनील चंडालिया, मुकेश संघवी, विमल कटारिया, धर्मेंद्र संघवी, धनसुख सुराणा, नितेश संघवी, संदीप रांका, भूपेंद्र रांका, महेंद्र संघवी, सुनील सियार, योगेश संघवी, विजय संघवी, श्रेणिक लोढ़ा, प्रवीण संघवी आदि गुरुभक्त उपस्थित थे।

Posted By: Nai Dunia News Network

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पोखरी-सिमलना बिचला मार्ग को शासन से मिली हरी झंडी - अमर उजाला

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दुगड्डा ब्लाक के अंतर्गत पोखरी-सिमलना बिचला 5 किमी. मोटर मार्ग निर्माण को शासन ने 99.72 लाख की वित्तीय एवं शासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। मार्ग निर्माण की स्वीकृति मिलने से क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और यमकेश्वर विधायक ऋतु भूषण खंडूड़ी का आभार जताया।
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दुगड्डा ब्लॉक के दूरस्थ ग्राम पंचायत सिमलना तल्ला, मल्ला और बिचला गांवों को तीरथ सिंह रावत की सरकार ने सड़क की सौगात दी। प्रमुख सचिव आरके सुधांशु की ओर से 30 मार्च को यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में पोखरी से सिमलना बिचला तक पांच किमी मार्ग के निर्माण के लिए 99.72 लाख की वित्तीय और शासकीय स्वीकृति प्रदान की है। सांसद प्रतिनिधि चंडी प्रसाद कुकरेती ने कहा कि यह मार्ग पौखाल-कण्वाश्रम एवं मथाणा-बल्ली-कोटद्वार मार्ग से जुड़ेगा और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ग्राम पंचायत सिमलना बिचला की प्रधान माधुरी देवी, सिमलना मल्ला की प्रधान सुमन देवी, केष्टा की प्रधान ममता देवी, ग्रामीण देवेंद्र रावत, रामपाल सिंह, पीतांबर सिंह, दिगंबर सिंह, नरेश सिंह, टेकम सिंह ने सड़क स्वीकृति पर खुशी जताई है।

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पोखरी-सिमलना बिचला मार्ग को शासन से मिली हरी झंडी - अमर उजाला
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रफ्ता-रफ्ता हो रहा है रेल और सड़क मार्ग का विकास - दैनिक जागरण

फोटो 31 एसएआर 4,5,6

- सहरसा जिला का 68 वां स्थापना दिवस आज

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जासं, सहरसा : आज सहरसा 68वां स्थापना दिवस मनाएगा। इतने लंबे अरसे के बाद भी यह भले यह बड़ा शहर नहीं बन सका हो, लेकिन रफ्ता- रफ्ता यह शहर जरूर बनता जा रहा है। रेल व सड़क मार्ग का लगातार विकास होता जा रहा है। इसके साथ-साथ व्यापार के क्षेत्र में भी शहर का विस्तार हो रहा है। चार नए नगर पंचायत, दो नगर परिषद के साथ ही शहरी सुविधाओं के बढ़ने की संभावना बनी है।

प्राकृतिक आपदाओं से त्रस्त यह जिला धार्मिक, पौराणिक ²ष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा है। एक अप्रैल 1954 को भागलपुर से अलग होकर सहरसा जिला बना था। स्थापना के समय जिला के अन्तर्गत तीन अनुमंडल सहरसा सदर, मधेपुरा एवं सुपौल तथा 15 थाने थे। वर्ष 1965 में खगड़िया अनुमंडल के फरकिया परगना (सिमरीबख्तियारपुर व कोपरिया) को जोड़कर इस जिले के भूखंड को बढ़ाया गया। परंतु, विकास की संभावनाओं को तरजीह दिए जाने के कालक्रम में 09 मई 1981 को मधेपुरा तथा 14 मार्च 1991 को सुपौल को जिला बना दिया गया। इन साढ़े छह दशक के कार्यकाल में जिले का विकास भी हुआ, परंतु इसकी गति काफी कम रही। आजादी के इतने समय बाद भी जिले की बड़ी आबादी वर्ष में छह महीना बाढ़ की समस्या झेलती है। जिले के दस में पांच प्रखंड बाढ़ प्रभावित हैं तो शेष पांच में सुखाड़ की समस्या बनी रहती है। तटबंध के अंदर रहने वाले लोगों के सामने स्वास्थ्य, सड़क व रोजगार की समस्या है।

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नयी सड़कों से बदला-बदला सा होगा जिला

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कोसी नदी पर बलुआहा में साढ़े चार सौ करोड़ की लागत से महासेतु जिले के लिए नया सबेरा लेकर आया है। वहीं हरदी-चौघारा से माठा तक नयी सड़क इस जिले की महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। आसाम से बिदुपुर (हाजीपुर) तक नयी सड़क प्रस्तावित है। इस सड़क मार्ग से राजधानी पटना और नजदीक हो जाएगा। इस प्रस्तावित सड़क मार्ग के निर्माण से तटबंध के अंदर के लोगों के लिए नया विकल्प खुल जाएगा। दूसरी ओर भेजा में कोसी नदी पर बन रहा एशिया का सबसे लंबा पुल बनने से कई विकल्प लोगों के पास हो जाएंगे। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली सड़क परसरमा- बनगांव-महिषी होते हुए उच्चैठ भगवती स्थान से जुड़ेगी। इससे धार्मिक पर्यटन का एक मार्ग खुल जाएगा।

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खुले कई नए संस्थान

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भारती मंडन कृषि महाविद्यालय, आइटीआई, इंजीनियरिग कॉलेज जैसे कई उल्लेखनीय संस्थानों के खुलने से जिले के विकास की उम्मीद जगी है। वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई उपलब्धियां सामने है।

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रह गयी कसक

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ओवरब्रिज

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जिले का लंबा इतिहास व विकास देखकर थोड़ा संतोष भले हो लेकिन जब यहां के लोग गंगजला, शिवपुरी, पोलिटेक्निक व बंगाली बाजार जाते हैं तो विकास की सारी बातें बेमानी सी लगती है। अतिक्रमित सड़कें, बेतरतीब गाड़ियां व बंद रेल फाटक के कारण जाम में फंसे लोग यहां के राजनेताओं को कोसते हैं। हर चुनाव में बड़ा मुद्दा बनने वाला ओवरब्रिज आज तक नहीं बन सका।

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मेडिकल कॉलेज

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प्रमंडलीय मुख्यालय सहरसा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना नहीं हुई। यहां एम्स को लेकर भी लोगों ने आंदोलन किया। जिला प्रशासन से सरकार को प्रस्ताव भी भेजा लेकिन अब यह दरभंगा में बनने जा रहा है। जिले का सदर अस्पताल कभी कोसी का पीएमसीएच हुआ करता था। सुपौल व मधेपुरा के मरीज भी यहां आते थे। आज यहां के निजी नर्सिंग होम में आसपास के जिले के मरीज आते हैं।

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बैजनाथपुर पेपर मिल

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बैजनाथपुर पेपर मिल से इस साल भी धुंआ नहीं निकला। जिला प्रशासन व उद्योग विभाग यहां नया उद्योग लगाने के लिए प्रयासरत है।

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Tuesday, March 30, 2021

मार्ग दुर्घटना में युवक की मौत, चाचा घायल - अमर उजाला

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पुवायां। सोमवार को अलग-अलग स्थानों पर हुई मार्ग दुर्घटना में एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई तो दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सीएचसी पर भर्ती कराया गया।
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थाना निगोही के गांव गुरगवां निवासी 34 वर्षीय संजू उर्फ संजय अपने चाचा जगरूप के साथ पुवायां आया था। वह सोमवार को बाइक से पुवायां से शाहजहांपुर की ओर जा रहा था। शाहजहांपुर रोड पर बड़ा गांव के पास शाहजहांपुर की ओर से आ रही बाइक से उसकी बाइक टकरा गई। इससे संजू उर्फ संजय और उसके चाचा जगरूप गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां पर डॉक्टर ने संजू को मृत घोषित कर दिया। जबकि जगरूप को जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।
इसके अलावा गांव मदापुर बैबाह निवासी 20 बर्षीय पप्पू मार्ग दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया।
बंडा। अलग-अलग जगहों पर हुई मार्ग दुर्घटना में छह लोग घायल हो गए। इसमें पांच लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है ।
खुटार के गांव रौतापुर निवासी रचित कुमार की 25 वर्षीय पत्नी सुशीला देवी मायके बंडा के गांव रनमस्तपुर आई थी। मंगलवार को अपने भाई संजय के साथ अपनी पांच वर्षीय पुत्री पिंकी को लेकर ढका घनश्याम के एक निजी अस्पताल जा रही थीं। बिलसंडा मार्ग पर ढका मोड़ से आगे वह बाइक से नीचे गिर गईं, जिससे वह और उनकी पुत्री गंभीर रूप से घायल हो गईं। दूसरी घटना में गांव हेतमनगला निवासी वीरपाल अपने सात वर्षीय पुत्र अश्वनी कुमार को लेकर साइकिल से मोहिउद्दीनपुर आया था। तभी एक तेज रफ्तार बाइक सवार ने उसकी साइकिल में जोरदार टक्कर मार दी जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची बंडा पुलिस ने दोनों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। इसके अलावा गांव मुड़िया छावन निवासी ओमप्रकाश की 45 वर्षीय पत्नी विमला देवी, पुवायां के गांव चांदर गौंटिया निवासी 45 वर्षीय रामदुलारे, गांव ताजपुर निवासी 52 वर्षीय रामस्वरूप विभिन्न सड़क हादसों में घायल हो गए।

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अपडड़िया-हरिपरा संपर्क मार्ग बनने से खुशी - दैनिक जागरण

जागरण संवाददाता, मऊ : दोहरीघाट ब्लाक के अंतर्गत ग्राम अपडड़िया हरिपरा का संपर्क मार्ग आखिरकार पक्की सड़क में तब्दील हो गया। इससे आस-पास के लोगों में खुशी छा गई। गौतमबुद्ध नगर के सांसद प्रतिनिधि के प्रति आभार जताया।

कोरौली-अहिरानी संपर्क मार्ग के दाहिने से पोखरापार-अपडड़िया हरिपरा दो किमी संपर्क मार्ग काफी दिनों से उपेक्षित था। यह पक्का नहीं हो सका था। यहां के मूल निवासी जनार्दन गोंड ने गौतमबुद्वनगर के सांसद व पूर्व मंत्री भारत सरकार डा. महेश शर्मा के प्रतिनिधि संजय बाली को पत्र के माध्यम से सूचित किया। इसके उपरांत बाली ने लोक निर्माण विभाग मंत्री केशव प्रसाद मौर्य को 10 जुलाई 2019 को पत्र लिखकर पक्कीकरण कराने की मांग की थी। 18 जुलाई 2019 को पत्र प्राप्ति के पश्चात विभागीय स्तर पर कारवाई तेज हो गई और वित्तीय वर्ष 2019.-20 की बैठक के दौरान राज्य सड़क निधि से नव निर्माण के लिए शासन स्तर से स्वीकृति प्राप्त हो गई तथा फंड भी जारी हो गया। मंगलवार को लोक निर्माण विभाग मऊ के द्वारा सड़क का नव निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया। इस उत्कृष्ट कार्य के लिए ग्रामवासियों ने प्रदेश की योगी सरकार को बधाई दी।

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खैरगढ़ पृथ्वीपुर मार्ग को बनवाए जाने की मांग उठाई - Hindustan हिंदी

30 मार्च, 2021|6:19|IST

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Indian Railways: यूपी के इस स्टेशन से गुजरने वाली 6 ट्रेनों का बदलेगा रूट, यात्रा से पहले देखें अपडेट - Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • मऊ स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग कार्य
  • कई ट्रेनों के परिचालन में होगा बदलाव

भारतीय रेलवे (Indian Railways) यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए पटरियों में बदलाव के साथ लगातार यार्ड के रिमॉडलिंग का काम करता रहता है. जिससे कम समय में सुविधाजनक यात्रा कराई जा सके. इसी के तहत पूर्वोत्तर रेलवे (North East Railway) के मऊ स्टेशन पर 02 से 05 अप्रैल, 2021 तक यार्ड रिमाडलिंग के लिए नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा.


पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि समस्तीपुर रेलमंडल सहित पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से खुलने वाली जो ट्रेनें मऊ स्टेशन से गुजरती या रुकती हैं उनका रूट डायवर्ट किया जाएगा. रेलवे के मुताबिक ऐसी 6 स्पेशल ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया जा रहा है.

परिवर्तित मार्ग से चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेनें
> 02 से 04 अप्रैल, 2021 तक आनन्द विहार टर्मिनस से चलने वाली ट्रेन नंबर 04006 आनन्द विहार टर्मिनस-सीतामढ़ी विशेष गाड़ी निर्धारित मार्ग औंड़िहार-मऊ- भटनी-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग औंड़िहार-बलिया-छपरा के रास्ते चलाई जाएगी.  

> 02 से 04 अप्रैल, 2021 तक जयनगर से चलने वाली 04651 जयनगर- अमृतसर विशेष गाड़ी निर्धारित मार्ग छपरा-बलिया-मऊ-शाहगंज के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-बलिया-फेफना-गाजीपुर सिटी-औंड़िहार-जौनपुर के रास्ते चलाई जाएगी.

> 04 अप्रैल, 2021 को अमृतसर से चलने वाली 04652 अमृतसर-जयनगर विशेष गाड़ी निर्धारित मार्ग शाहगंज-मऊ-बलिया-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग जौनपुर-औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-फेफना-छपरा के रास्ते चलाई जाएगी.

> 02 अप्रैल, 2021 को अहमदाबाद से चलने वाली 09165 अहमदाबाद-दरभंगा विशेष गाड़ी निर्धारित मार्ग शाहगंज-मऊ-बलिया-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग वाराणसी-औंड़िहार-गाजीपुर सिटी-बलिया-छपरा के रास्ते चलाई जाएगी.

> 03 अप्रैल, 2021 को गोरखपुर से चलने वाली 05050 गोरखपुर-कोलकाता विशेष गाड़ी निर्धारित मार्ग मऊ-इन्दारा-फेफना-छपरा के स्थान पर परिवर्तित मार्ग इन्दारा-फेफना-छपरा के रास्ते चलाई जाएगी.

> 04 अप्रैल, 2021 को कोलकाता से चलने वाली 05049 कोलकाता-गोरखपुर विशेष गाड़ी निर्धारित मार्ग छपरा-बलिया-फेफना-इन्दारा-मऊ के स्थान पर परिवर्तित मार्ग छपरा-बलिया-फेफना-इन्दारा के रास्ते चलाई जाएगी.

नियंत्रित कर चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेनें

05 अप्रैल, 2021 को सीतामढ़ी से चलने वाली 04005 सीतामढ़ी-आनन्द विहार टर्मिनस विशेष गाड़ी वाराणसी मंडल पर 60 मिनट नियंत्रित कर चलाई जाएगी.

05 अप्रैल, 2021 को दरभंगा से चलने वाली 09166 दरभंगा-अहमदाबाद विशेष गाड़ी वाराणसी मंडल पर 40 मिनट नियंत्रित कर चलाई जाएगी.


 

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Sunday, March 28, 2021

अल्मोड़ा-सोमेश्वर मार्ग पर गड्ढे ही गड्ढे - अमर उजाला

अल्मोड़ा-सोमेश्वर मार्ग में मनान में सड़क का उखड़ा डामर। - फोटो : ALMORA

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अल्मोड़ा। पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है, लेकिन लंबे समय बाद भी अल्मोड़ा-सोमेश्वर मार्ग की दशा नहीं सुधरी है। डामर उखड़ने से सड़क पर जगह-जगह गड्ढ़े हो गए हैं, लेकिन लोनिवि इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
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करीब चालीस किमी लंबा अल्मोड़ा-सोमेश्वर मार्ग प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कौसानी को भी जोड़ता है। इस मार्ग से होकर गरुड़, बागेश्वर, कपकोट, द्वाराहाट, चौखुटिया, कौसानी, ग्वालदम समेत गढ़वाल मंडल को सैकड़ों वाहन प्रतिदिन आते-जाते हैं। सड़क का डामर कई स्थानों पर उखड़ गया है, जिससे वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दोपहिया वाहन आए दिन दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं।
बारिश के पानी की निकासी के लिए सड़क किनारे नालियां भी नहीं बनी हैं। बारिश होने पर गंदा पानी सड़क पर बने गड्ढों में भर जाता है। मार्ग पर स्थित कस्बों कोसी, हवालबाग, देवस्थल, मनान, सोमेश्वर आदि स्थानों पर भी पानी की निकासी के लिए नालियां नहीं बनी हैं। बारिश होने पर गंदा पानी सड़क पर बहना आम बात है। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही पैदल चलने वाले लोगों को भी दिक्कतों से जूझना पड़ता है। लोग लंबे समय से सड़क के सुधारीकरण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन शासन, प्रशासन, विभाग और जनप्रतिनिधि उदासीन बने हुए हैं। इससे लोगों में रोष है।
सड़क के सुधारीकरण के लिए निविदा आमंत्रित कर ली गई हैं। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद सड़क के सुधारीकरण का कार्य शुरू किया जाएगा।
संजय कनवाल, अवर अभियंता, लोनिवि।

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लोग खुद मोटर से निकाल रहे मार्ग का पानी - दैनिक जागरण

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : वार्ड 46 की न्यू फ्रेंड्स कालोनी निवासी विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। कालोनी के कई मार्ग बहुत नीचे पड़ गए हैं। घर का पानी बाल्टी से फेंकना पड़ रहा है। सफाई व्यवस्था की भी मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। कूड़े की गाड़ी कुछ गलियों में ही जाती है। लोगों का कहना कि चुनाव के समय नेता वोट मांगने आ जाते हैं, लेकिन जब जीत जाते हैं, तो विकास कार्यों से मुंह मोड़ लेते हैं। नगर निगम टैक्स तो ले लेता है, लेकिन विकास कार्य नहीं करता। लोगों में जनप्रतिनिधियों व नगर निगम के खिलाफ गुस्सा है। दैनिक जागरण की टीम ने रविवार को कालोनी का जायजा लिया, तो स्थानीय निवासियों ने प्रमुखता से अपनी समस्याओं को बयां किया।

विशेषता

लोकेशन की लिहाज से कालोनी महत्वपूर्ण है। कालोनी से कुछ दूरी पर ही जिला संयुक्त अस्पताल है। 24 घंटे आवागमन के साधन उपलब्ध होते हैं। पास में ही फल व सब्जी बाजार लगता है। कालोनी से बस अड्डा पांच किलोमीटर और नया रेलवे स्टेशन चार किलोमीटर की दूरी पर है। दिल्ली-मेरठ हाईवे तीन किलोमीटर की दूरी पर है।

इतिहास

करीब 11 साल पहले यह कालोनी कालोनाइजर ने बसाई थी। यहां पर करीब 10 हजार लोग निवास करते हैं। कालोनी में आबादी लगातार बढ़ रही है, लेकिन विकास कार्यों की रफ्तार बहुत धीमी है।

जल निकासी के लिए खरीदना पड़ा मोटर

यहां पर जल निकासी की सबसे बड़ी समस्या है। मुख्य मार्ग को ऊंचा बना दिया गया है। इस मार्ग से जुड़ने वाले मार्गों का लेवल बहुत नीचा पड़ गया है। एक मार्ग पर तो सुबह को ड्यूटी जाने से पहले लोग घंटों तक मोटर से पानी निकालकर नाले में डालते हैं। यदि पानी नहीं निकाला जाता, तो घरों में पानी भर जाता है। बारिश होने पर पूरी गली पानी-पानी हो जाती है। कई बार पार्षद इस मार्ग को बनवाने का वादा कर चुके हैं, मगर अभी तक निर्माण कार्य के लिए टेंडर तक नहीं हुआ है।

जर्जर सड़क पर हो रहे हादसे

कालोनी की कई सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। टूटी सड़क के कारण दोपहिया वाहन चालक हादसे का शिकार हो जाते हैं। बच्चे सड़क पर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। यदि कोई बीमार हो जाता है, तो कालोनी के भीतर एंबुलेंस का आना मुश्किल हो जाता है। बारिश में सड़क पर पानी भर जाता है। कीचड़ में निकलना मुश्किल हो जाता है।

गलियों की ऊंचा ढलान बनी आफत

मुख्य मार्ग से कई मार्ग बहुत नीचे हैं। इन गलियों की ढलान बहुत ऊंची है। बुजुर्गों को मुख्य मार्ग पर चढ़ने में परेशानी होती है। बच्चे साइकिल चलाते हुए गिर जाते है। बारिश होने पर लोग फिसलकर गिर जाते हैं। मार्ग ज्यादा नीचा होने के कारण कूड़े की गाड़ी भी नहीं आ पाती है। कालोनी में साफ-सफाई नहीं होने के कारण गंदगी में मच्छर पनप रहे हैं।

वर्जन..

कालोनी में फॉगिग नहीं होती है। मच्छर से लोग परेशान हैं। नगर निगम में कई बार शिकायत कर चुके हैं। नगर निगम टैक्स ले लेता है और काम कुछ नहीं करता है।

- ईशान कौशिक, स्थानीय निवासी

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मार्ग बहुत नीचा पड़ गया है। रोज मोटर से पानी निकालना पड़ रहा है। इससे बिजली का बिल बहुत बढ़ गया है। अधिकारियों को हमारी परेशानी समझनी चाहिए।

-भृगुनाथ, स्थानीय निवासी

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कूड़े की गाड़ी मुख्य मार्ग से होती हुई बाहर से बाहर ही निकल जाती है। निगम ने दावा किया था कि डोर टू डोर कूड़ा उठाया जाएगा। अब नगर निगम में प्रदर्शन होगा।

- जावेद, स्थानीय निवासी

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बारिश शुरू होने पर हमारा घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। बारिश शुरू होने से पहले मार्ग का निर्माण किया जाना चाहिए। कालोनी के लोग परेशान हो रहे हैं।

- हरदीप चौधरी, स्थानीय निवासी

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कालोनी की किसी भी सड़क पर सीवर लाइन नहीं है। सीवर लाइन डालने पर जल निकासी की समस्या का हल होगा। कालोनी में पौधे भी रोपित होने चाहिए।

-इंदिराज सिंह, स्थानीय निवासी

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नालियों की सफाई नहीं होती है। कालोनी वालों ने निजी सफाईकर्मी को लगाया हुआ है। नगर निगम में शिकायत करके थक गया हूं। हमारी परेशानी बढ़ती ही जा रही है।

- कपिल शर्मा, स्थानीय निवासी

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लोगों ने सड़क के लेवल से काफी नीचे मकान बना रखे हैं। इसकी वजह से पानी निकासी और निर्माण कार्य में दिक्कत आ रही है।

- अजय वीर सिंह, पार्षद, 46

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मामले की जानकारी की जाएगी। मौके पर टीम भेजकर समस्या को दिखवाया जाएगा। इसके बाद समस्या का समाधान होगा।

- महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्त

---- बॉक्स..

जागरण सुझाव

- बारिश शुरू होने से पहले खड़ंजों को बनवाया जाए।

- लोगों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराई जाए।

- डोर- टू-डोर कूड़ा उठाया जाना चाहिए।

- कालोनी में सफाईकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए।

- कालोनी में सीवरलाइन डाली जानी चाहिए।

- कालोनी में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए।

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लोग खुद मोटर से निकाल रहे मार्ग का पानी - दैनिक जागरण
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रिकॉर्ड समय में यातायात के लिए बहाल हुआ मनाली-लेह मार्ग - अमर उजाला

अमर उजाला नेटवर्क, केलांग/रोहतांग (लाहौल-स्पीति) Published by: अरविन्द ठाकुर Updated Sun, 28 Mar 2021 08:27 PM IST

सरचू में टैंकरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। - फोटो : अमर उजाला

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विस्तार

सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए रिकॉर्ड समय में करीब दो माह पहले ही बहाल हो गया है। वर्ष 2020 में यह मार्ग मई के पहले सप्ताह में बहाल हुआ था। औपचारिक रूप से बहाल होने के बाद 428 किमी लंबी मनाली-लेह सड़क पर सेना समेत अन्य वाहन दौड़ पाएंगे। जल्द बॉर्डर तक इस मार्ग से सेना की कानवाई देखने को मिलेगी। रविवार को पेट्रोल-डीजल से भरे सात टैंकरों को लेह के लिए रवाना किया गया।
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मनाली-लेह मार्ग बहाल होने के बाद सेना के लिए रसद व बारूद इसी मार्ग से लेह तक आसानी से पहुंच सकेगा। मार्ग की बहाली से सेना ने भी राहत की सांस ली है। सर्दियों में बर्फबारी के बाद इस मार्ग से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। इस बार सर्दियों में कम बर्फबारी हुई है।

कम बर्फबारी के चलते इस बार बीआरओ को मनाली लेह मार्ग की बहाली में जल्द कामयाबी मिली है। इस संबंध में बीआरओ के कमांडर कर्नल उमाशंकर ने कहा कि टैंकरों को हिमाचल प्रदेश के मुख्य अभियंता ब्रिगेडियर अरविंद्र सिंह और परियोजना दीपक के मुख्य अभियंता ब्रिगेडियर एमएस बागी ने संयुक्त रूप से सरचू में टैंकरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

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रड्डू मंधौल मोटर मार्ग के सुधारीकरण की मांग - Hindustan हिंदी

28 मार्च, 2021|5:15|IST

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त्यूणी। हमारे संवाददाता

रड्डू मुंधौल मोटर मार्ग खस्ताहाल बना हुआ है। मार्ग की मरम्मत न होने से ग्रामीणों को आवागमन करने में दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। उन्होंने लोनिवि के प्रमुख अभियंता को पत्र भेजकर मार्ग सुधारीकरण की मांग की है। अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रमुख अभियंता को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि, जल्द मांग पर संज्ञान लेते हुए मार्ग का सुधारीकरण नहीं कराया, तो ग्रामीण लोनिवि के खिलाफ आंदोलन को विवश होंगे। पत्र भेजने वालों में समाजसेवी प्रताप जोशी, रहीमानंद, श्रीनंद जोशी, सुभाष, जीया लाल, वीरेन्द्र, विजेन्द्र सिंह, नेपाल सिंह, अशोक कुमार आदि शामिल रहे।

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  • Web Title:Demand for improvement of Raddu Mandhol motorway

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बीरखाल बरसीला मोटर मार्ग निर्माण को मिली स्वीकृति - अमर उजाला

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विकासखंड कीर्तिनगर के बीरखाल-बरसीला मोटर मार्ग निर्माण के लिए शासन ने 88.77 लाख की धनराशि स्वीकृत की है। अब ग्रामपंचायत मंजूली तक चार किमी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
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मोटर मार्ग निर्माण की मांग के लिए क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधि कई बार लोक निर्माण विभाग व तहसील पर धरना प्रदर्शन और क्रमिक अनशन कर चुके है। क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए शासन ने राज्य योजना के तहत चार किमी मोटर मार्ग के द्वितीय चरण फेज-1 के निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत की है। इसके बाद मोटर मार्ग पर निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो जाएगी। विधायक ने बताया कि प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु ने लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता पौड़ी को स्वीकृति आदेश की प्रतिलिपि भेज दी है। विधायक कंडारी ने बताया कि मंजूली तक मोटर मार्ग का निर्माण होने के बाद इसे खजूरा-गोठार मोटर मार्ग से लिंक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। संवाद

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Saturday, March 27, 2021

दो घंटे से अधिक देरी तक भटेरा मार्ग पर रहा यातायात प्रभावित, लगा रहा जाम - Nai Dunia

Publish Date: | Sun, 28 Mar 2021 04:04 AM (IST)

बालाघाट। नईदुनिया प्रतिनिधि।

जिले में बायपास, रिंगरोड न होने के चलते बड़े वाहन नगरीय क्षेत्र से होकर गुजरते है। वहीं वर्तमान समय में गोंदिया-बालाघाट-जबलपुर-वारासिवनी-कटंगी ब्राडगेज कार्य पूर्ण होने के चलते अब इलेक्ट्रीक कार्य को भी पूर्ण किया जा रहा हैं। इसी कड़ी में भटेरा रेलवे फाटक पर इलेक्ट्रीक कार्य को पूर्ण करने के बाद अधिक ऊंचाई वाहले वाहन से इलेक्ट्रीक वायर की टक्कर न हो इसके लिए सुरक्षा इंतजाम के तहत हाईटगेज लगाने का कार्य किया गया। जिसके चलते यातायात प्रभावित हुआ और लोगों को परेशान होना पड़ा।

दो घंटे तक लगा रहा जाम, दोनो तरफ लगी लाइन

भटेरा रेलवे फाटक से होकर सड़क मार्ग लामता, परसवाड़ा, बैहर, नैनपुर, मंडला तक जाता हैं। जिसके चलते सवारी वाहन समेत अन्य वाहनों की भीड़ इस मार्ग पर लगी रहती हैं। शनिवार को रेलवे विभाग द्वारा हाईटगेज लगाने का कार्य सुबह करीब दस बजे से शुरु किया गया जो करीब 12 से अधिक समय तक चला। इस मार्ग का कोई वैकल्पिक मार्ग न होने के चलते करीब एक घंटे से भी अधिक देरी तक रेलवे फाटक के दोनो तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही और राहगीर जाम में फंसकर परेशान होते रहे।

आठ से दस पुलिसकर्मियों ने संभाली कमान

भटेरा रेलवे फाटक पर कार्य के दौरान लगे जाम को व्यवस्थित करने के साथ परसवाड़ा, बैहर समेत अन्य मार्गो के तरफ जाने वाले वाहनों को डायवर्ड करने के लिए यातायात विभाग के करीब आठ से दस पुलिसकर्मी तैनात रहे है। जिन्होंने काफी मशक्त की और वाहनों को एक लाइन में लगाकर यातायात को काफी हद तक संभाल कर रखा।

इसलिए होती है परेशानी

ट्रेनों के आवागमन के दौरान सरेखा रेलवे फाटक, बैहर चौकी रेलवे फाटक, भटेरा रेलवे फाटक व गर्रा रेलवे फाटक लगने की स्थिति में जाम की स्थिति हमेशा निर्मित होती है। कारण फाटक लगने की स्थिति में वाहनों को अन्य स्थान से डायवर्ड करने के लिए न तो ओवरब्रिज की सुविधा है और न ही बायपास या रिंग रोड हैं। जिसके चलते इस तरह की स्थिति आए दिन देखने को मिलती हैं। हालांकि हाल में बजट में मध्यप्रदेश शासन सरेखा रेलवे फाटक, भटेरा रेलवे फाटक व गर्रा रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज स्वीकृत किए है, लेकिन इनके बनने की प्रक्रिया में लंबा समय लगेगा।

Posted By: Nai Dunia News Network

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विधायक ने किया मार्ग निर्माण का शुभारंभ - अमर उजाला

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अगस्त्यमुनि विकासखंड के बच्छणस्यूं पट्टी के मध्य क्षेत्र के छह से अधिक गांवों की मोटर मार्ग निर्माण की वर्षों पुरानी मुराद पूरी होने वाली है। स्वीकृत पांच किमी दैजीमांडा-पौड़ीखाल मोटर मार्ग के निर्माण कार्य का विधायक भरत सिंह चौधरी ने भूमि पूजन किया।
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विधायक ने कहा कि ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग अब पूरी होने वाली है, जिससे उन्हें मीलों पैदल चलने से निजात मिलेगी। मार्ग के बनने से रामपुर, मरगांव, पौड़ीखाल, पणधारा, कलेथ, सुनाऊं, चॉम्यूं, ढिगणी व ढमणी गांव के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इस मौके भाजपा मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र जोशी, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कप्रवाण, कनिष्ठ प्रमुख शशि नेगी, सुरेंद्र रावत, अजय सेमवाल, विकास डिमरी, मंजू रावत, विक्रम पटवाल, भूपेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र बिष्ट, दिगंबर रम्लवाण आदि मौजूद थे।

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मुक्ति का मार्ग बताता है भागवत कथा का सार - दैनिक जागरण

संवाद सूत्र, दलाही: भागवत कथा का सार मुक्ति का मार्ग बताता है। भागवत कथा को सुखदेव गोस्वामी महाराज से राजा परीक्षित ने जिस प्रकार सुन कर बैकुंठ धाम की यात्रा कर मोक्ष प्राप्त किया, इस कलिकाल में भी श्रोता व वक्ता भागवत निष्ठ होकर कथा को सुनते व सुनाते हैं तो मोक्ष का द्वार खुल सकता है। उन्हें मानव जीवन व अन्य योनियों में पुन: बार बार नहीं भटकना पड़ता है। उन्हें प्रभु श्रीकृष्ण के चरणों में स्थान मिल जाता है।

शुक्रवार की देर शाम कथा सुनाते हुए कथावाचक ताराचंद्र शास्त्री ने भगवान कृष्ण और माता रुक्मिणी का विवाह प्रसंग, शिशुपाल व जरासंध वध आदि प्रसंगों को बड़े ही मार्मिक ढंग से सुनाया। गो माता की महिमा का जिक्र करते हुए कहा कि गोमाता में तैतीस कोटि (प्रकार) देवताओं का स्थान है। गोबर में माता लक्ष्मी व गोमूत्र में माता गंगा का निवास है। देसी गाय के गोबर का लेप लगाकर धूप में सुखाकर नहाने से हर एक चर्म रोग से मुक्ति मिलती है। गोमूत्र में कैंसर जैसे घातक रोगों का समाधान है। केवल सुबह-शाम गोमाता पर हाथ फेरने मात्र से उच्च रक्तचाप में आशातीत लाभ प्राप्त होते हैं। हिंदू समाज के लोगों को यह समझना होगा कि गाय का दूध उनका बोनस है। केवल गोमूत्र व गोबर से अनेकानेक लाभ हैं। सैकड़ों घरेलू सामग्रियां बनाई जा सकती हैं। -------------------- कोरोना के प्रकोप से बचाने को चैताली पूजा

संवाद सहयोगी, रानीश्वर: सादीपुर के धर्मराज मंदिर में ग्राम को कोरोना महामारी के प्रकोप से रक्षा करने के लिए शनिवार को चैताली पूजा मनाई गई। पुरोहित बलाई चक्रवर्ती ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा व हवन किया।

इससे पहले शुक्रवार की देर शाम गांव के भक्तों ने प्रधान सेवाईत तरनी दे के साथ बिलकांदी गांव के धर्मराज मंदिर से धर्मराज, कालाराज, माता मनसा, माता शीतलता एवं बानेश्वर के बिग्रह के साथ पांच किलोमीटर शोभा यात्रा निकाली और गांव की परिक्रमा की। सुबह हुई पूजा में भक्तों के साथ महिला एवं पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए। सेवानिवृत्त शिक्षक निताई लायेक ने बताया कि यहां के धर्मराज अत्यंत जाग्रत हैं। पूजा का चार सौ साल का इतिहास है। महामारी से बचाने के लिए पूजा की जाती है। अभी कोरोना का प्रकोप है। लोगों की रक्षा के लिए ही पूजा की गई। बताया कि छह दशक पूर्व गांव के झाड़ू लायेक ने चैताली पूजा बंद कर दी थी, तब गांव में चेचक का प्रकोप हो गया। बिलकांदी के मंदिर में सेवाईत प्रणव दत्त, स्वपन दत्त एवं मंगल दत्त नित्य पूजा करते हैं। मंगलवार की देर शाम बिग्रहों को शोभा यात्रा के साथ बिलकांदी के मंदिर पहुंचाया जाएगा।

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हमीरपुर के राठ मार्ग पर जाम लगाने वाले 10 नामजद व 25 अज्ञात पर मुकदमा, पुलिस से की थी धक्का मुक्की - दैनिक जागरण

थानाध्यक्ष ने बताया कि सड़क जाम कर आम जनता को परेशान करना अफरा तफरी का माहौल होना दुकानदारों के द्वारा दुकानें बंद कर भागना पुलिस के साथ धक्का मुक्की व गाली गलौज करने की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है

कानपुर, जेएनएन। बीते दिन थानाक्षेत्र ललपुरा के पौथिया गांव में ट्रैक्टर व बाइक की आमने सामने हुई टक्कर में एक युवक की मौत व दूसरे के घायल होने पर ग्रामीणों के द्वारा राठ हमीरपुर मार्ग जाम कर दिया गया था, जिसमें लोगों को निकलने में परेशानी हुई थी। ग्रामीणों द्वारा किए गए इस हंगामे पर थाना पुलिस ने दस नामजद व 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

थानाध्यक्ष ललपुरा ने बताया कि 25 मार्च को पौथिया गांव में हुए सड़क दुर्घटना के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया था। जिस पर थाने के एसआइ संतराम की तहरीर के आधार पर पौथिया गांव निवासी धर्मेंद्र उर्फ मंठी, भूरा उर्फ कृष्ण कुमार, प्रेम, करणवीर, सिपाहीलाल, अशोक सचान, जयपाल सोनकर, ऋषि तथा उजनेड़ी गांव निवासी वीरेंद्र व कुसमरा गांव निवासी विकास यादव के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके साथ ही 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि सड़क जाम कर आम जनता को परेशान करना, अफरा तफरी का माहौल होना, दुकानदारों के द्वारा दुकानें बंद कर भागना, पुलिस के साथ धक्का मुक्की व गाली गलौज करने की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। 

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खरेला-मुस्करा मार्ग में एक घंटे लगा जाम, परेशान रहे वाहन चालक - अमर उजाला

खरेला-मुस्करा मार्ग में लगा जाम - फोटो : MAHOBA

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खरेला (महोबा)। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य में लगे डंपरों के कारण खरेेला-मुस्करा मार्ग पर जाम लग गया। एक घंटे तक लोगों को जाम से जूझना पड़ा।
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कस्बा खरेला व पुन्नियां से निकल रहे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है। इस कार्य में 50 से अधिक डंपर लगे हैं। पांच माह पहले डंपर चालकों के मनमानी करने पर डीएम के आदेश पर चार डंपरों को सीज किया गया था लेकिन सुधार नहीं हुआ। शनिवार को आईटीआई कॉलेज खरेला के समीप स्थित धर्मकांटा में डंपर सड़क किनारे आड़े-तिरछे खड़े किए जाने से जाम लग गया। करीब एक घंटे तक रोडवेज बसें व चार पहिया वाहन फंस गए। सूचना पर पहुंची थाना खरेला पुलिस ने सड़क किनारे खड़े डंपर चालकों को कड़ी कार्रवाई की हिदायत देकर सड़क से अलग कराया, तब जाम खुल सका।

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मानचित्र में केवल ‘स्थल’ हैं, ‘मार्ग’ क्यों नहीं? - Punjab Kesari

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
रामायण के अनुसार एक बार विश्वामित्र मुनि ने श्री राम लक्ष्मण जी को रात्रि रहते ही उठाया तथा कुछ सामान्य क्रियाओं के बाद वे आश्रम को चल पड़े थे। इस क्षेत्र में एक कहावत है :

‘भोर भरोली भय उजियारा, बक्सर जाय ताड़का मारा’

अर्थात श्री राम को जहां भोर हुई वहां भरोली गांव है तथा जहां प्रकाश हुआ वहां उजियारा गांव बसा है। इनमें आपसी अंतर भी लगभग 2 कि.मी. ही है।

यह बात ध्यान देने योग्य है कि हमने मानचित्र तथा विवरण में केवल स्थलों का विवरण दिया है, मार्ग नहीं बताया, इसके निम्रलिखित कारण हैं :

(क) अभी तक हम लगभग 41+249= 290 स्थलों की खोज कर पाए हैं। ये स्थल बहुत बड़ी संख्या में और भी होंगे जिनकी खोज हमारी तरह अन्य लोग भी कर रहे होंगे। यथासमय पाए गए अन्य स्थल भी जोड़े जाएंगे। अभी से मार्ग बनाकर भविष्य के शोध कार्य पर हम विराम नहीं लगा सकते।

(ख) वाल्मीकि रामायण के अनुसार: तदनंतर महान अस्त्रों के ज्ञाता श्री रामचंद्र जी बारी-बारी से उन सभी तपस्वी मुनियों के आश्रमों पर गए जिनके यहां वे पहले रह चुके थे। उनके पास भी (उनकी भक्ति देख) दोबारा जाकर रहे। वा.रा.3/11/23

कहीं दस महीने, कहीं साल भर, कहीं चार महीने, कहीं पांच या छ: महीने, कहीं उससे भी अधिक समय (अर्थात सात महीने), कहीं उससे भी अधिक आठ महीने, कहीं आधे मास अधिक अर्थात साढ़े आठ महीने, कहीं तीन महीने और कहीं आठ और तीन अर्थात ग्यारह महीने तक श्री राम चंद्र जी ने सुखपूर्वक निवास किया। वा.रा.3/11/24, 25

इस प्रकार मुनियों के आश्रमों पर रहते और अनुकूलता पाकर आनंद का अनुभव करते हुए उनके दस वर्ष बीत गए। वा.रा 3/11/26

इस प्रकार सब ओर घूम-फिर कर धर्म के ज्ञाता भगवान श्री राम सीता के साथ फिर सुतीक्ष्ण के आश्रम पर ही लौट आए। वा.रा 3/11/27

श्री राम दंडक वन में पहले किन ऋषियों के पास गए यह नहीं कहा जा सकता, फिर वे प्रेम के कारण पुन: कहां-कहां जाकर सुतीक्ष्ण जी के आश्रम में आए, कहना संभव नहीं  लगता, अत: मार्ग की रेखा खींचना रामायण की मर्यादा का उल्लंघन तथा अपनी सीमा से बाहर जाना होगा।

(ग) मार्ग की दृष्टि से सुतीक्ष्ण जी का आश्रम अति महत्वपूर्ण है। उनके कई आश्रम मिले भी हैं किन्तु जहां से उन्होंने अगस्त्य जी के आश्रम के लिए प्रस्थान किया वह संभवत: नासिक जिले में सप्तशृंग के पास है जो लुप्त प्राय: है। इस संबंध में अभी शोध अपेक्षित है।

शोध कार्य में वाल्मीकि रामायण को आधार बनाकर अन्य रामायणों तथा लोक कथाओं, जन श्रुतियों को भी लिया गया है किन्तु कई बार लोक विश्वास को लेकर दुविधा की स्थिति बन जाती है। जैसे शबरी आश्रम, पंचवटी तथा विभिन्न ऋषियों के आश्रम आदि। जहां मुझे ठीक लगा उस स्थल के बारे में स्पष्ट लिखा है किन्तु जहां संगति नहीं बैठती वहां कोई टिप्पणी नहीं की है। जन मानस की आस्था व विश्वास का प्रश्र है।

अच्छी फसल और भूमि उपजाऊपन का भी त्यौहार है Holi

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JNPT ने नया इंटर-टर्मिनल मार्ग खोला, BMC को चार टर्मिनलों से जोड़ेगा - IndiaTV Paisa

JNPT ने नया इंटर-टर्मिनल मार्ग खोला, BMC को चार टर्मिनलों से जोड़ेगा- India TV Paisa
Photo:PTI

JNPT ने नया इंटर-टर्मिनल मार्ग खोला, BMC को चार टर्मिनलों से जोड़ेगा

मुंबई: देश के प्रमुख कंटेनर बंदरगाह जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) ने शनिवार को एक नए इंटर-टर्मिनल मार्ग को शुरू करने की घोषणा की। इसके जरिये बीएमसी टर्मिनल को बंदरगाह पर चार अन्य टर्मिनलों के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे यातायात को और बेहतर किया जा सकेगा। जेएनपीटी के चेयरमैन संजय सेठी ने इस टर्मिनल का उद्घाटन किया। इसमें मौके पर बंदरगाह के अन्य अधिकारी और सीमा शुल्क अधिकारी मौजूद थे।

जेएनपीटी ने बयान में कहा कि इस टर्मिनल से बीएमसी टर्मिनल और चार अन्य टर्मिनलों के बीच कंटेनरों की आवाजाही का रास्ता पहले के पांच किलोमीटर से घटकर आधा यानी ढाई किलोमीटर रह जाएगा। जेएनपीटी पांच कंटेनर टर्मिनलों का परिचालन करता है। प्रमुख घरेलू बंदरगाहों में कुल कंटेनर कार्गो में जेएनपीटी की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है।

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भीमताल-हल्द्वानी मोटर मार्ग में अब तक नहीं लगी स्ट्रीट लाइट, लोग अंधेरे में आवागमन को मजबूर - दैनिक जागरण

भीमताल नगर का प्रवेश मार्ग हल्द्वानी भीमताल मोटर मार्ग में तल्लीताल से झील के किनारे व भीमताल बाईपास मार्ग तक आज तक इस ओर नगर पंचायत ने प्रकाश व्‍यवस्‍था के ल‍िए ध्यान नहीं दिया। नगर का सर्वाधिक यातायात मार्ग होने के बावजूद पूरा मार्ग अंधेरे में है।

जागरण संवाददाता, भीमताल : नगर पंचायत के द्वारा लाखों रुपये की स्ट्रीट लाइट खरीद कर हर वार्ड हर तिराहे चौराहे आदि में लगा दी गई है। पर वहीं भीमताल नगर का प्रवेश मार्ग हल्द्वानी भीमताल मोटर मार्ग में तल्लीताल से झील के किनारे व भीमताल बाईपास मार्ग तक आज तक इस ओर नगर पंचायत ने ध्यान नहीं दिया है। जब कि नगर का सर्वाधिक यातायात मार्ग होने के बावजूद पूरा मार्ग अंधेरे में है।

नगर पंचायत की इस अव्यवस्था को लेकर अब स्थानीय जनता भी सवाल उठाने लगी है। बताते चलें के भीमताल नगर के बीचों बीच इस मार्ग के ऊपर नगर के अधिकांश होटल रिसोर्ट आदि बने हुए है। मुख्य नगर को जाने वाले मार्ग में शाम होते ही अंधेरा होता है। जिस कारण पर्यटक चाह कर भी बाहर घूमने नहीं निकल पाते हैं। 

स्थानीय निवासियों ने नगर पंचायत अध्यक्ष देवेन्द्र चनोतिया समेत अधिशासी अधिकारी विजय बिष्ट से मुख्य मोटर मार्ग में पथ प्रकाश व्यवस्था करने की मांग की है।

यहीं हाल डांठ से नौकुचियाताल को जाने वाले मार्ग का भी है यहां भी बीचों बीच शहर में एक मुख्य मोटर मार्ग जो कि नौकुचियाताल को भीमताल से जोड़ता है और पूरा मार्ग भी नगर पंचायत के अन्तर्गत है पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं की गई है। यहां के लिये सामाजिक कार्यकर्ता पूरन वृजवासी ने मुख्यमंत्री तक मामले को उठाया है पर आज तक इस मार्ग में भी पथ प्रकाश व्यवस्था नहीं हो पाई जब कि इस मार्ग में भी सुबह से लेकर शाम तक पर्यटक वाहन गुजरते रहते हैं। सामाज‍िक कार्यकर्ता पूरन का कहना है कि मेरे द्वारा कई बार कई अधिकारियों और यहां तक कि जनप्रतिनिधि जिसमें मुख्यमंत्री भी शामिल है पत्राचार किया गया है पर तीन साल बीत जाने के बाद भी लोंगों की लाइट की डिमांड पूरी नहीं हो पाई।

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Friday, March 26, 2021

कुछ ट्रेनों का मार्ग बदला तो कुछ का आंशिक समापन - Hindustan हिंदी

27 मार्च, 2021|8:19|IST

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हाईवे के वैकल्पिक पुराने मार्ग की ली जाए सुध - अमर उजाला

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चिनैनी। जम्मू-श्रीनगर हाईवे के बंद होने और जाम की स्थित में ही चिनैनी-उधमपुर वैकल्पिक मार्ग की याद आती है, लेकिन प्रशासन की ओर से मार्ग की सुध नहीं ली जा रही है। इसका खामियाजा चिनैनीवासियों, वाहन चालकों और कारोबारियों को भुगतना पड़ रहा है।
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शुक्रवार दोपहर को समरोली में चट्टाने गिरने के बाद हाईवे बंद हो गया। इस दौरान लोगों ने पुराने मार्ग का रुख किया। लेकिन मार्ग की हालत खराब होने चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा है। लोगों ने प्रशासन और विभाग से मार्ग की हालत सुधारने की मांग की है, ताकि हाईवे बंद होने पर वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग किया जा सके। मार्ग का इस्तेमाल छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए हो सकता है, लेकिन कई बार मांग उठाई जा चुकी है। लोगों ने कहा कि चिनैनी-उधमपुर मार्ग पर ही जाम व पस्सी की परेशानी आती है जिसके लिए सरकार को वैकल्पिक मार्ग की और ध्यान देकर इसे छोटे वाहनों के लिए खोलना चाहिए।

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पर्यटन क्षेत्रों के लिए बनेंगे पहुंच मार्ग, ट्रेकिंग कैंप भी लगेंगे - Nai Dunia

Publish Date: | Fri, 26 Mar 2021 10:29 PM (IST)

नरसिंहपुर। पर्यटन की अपार संभावनाओं वाले जिले के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने योजनाबद्घ तरीके से कार्य होगा। पर्यटन की दृष्टि से चिन्हित स्थानों पर आवाजाही के लिए पहुंच मार्ग बनेंगे। साथ ही ऐसे स्थानों पर ट्रेकिंग कैंप भी लगेंगे। 28 मार्च को बचई मुंगवानी स्थित बिजौरी एवं पुतलीखोह, सरसला, केरपानी, हीरापुर में शैलचित्र स्थित स्थानों का अधिकारियों द्वारा भ्रमण भी किया जाएगा। इसके लिए एसडीओ वन को कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर वेद प्रकाश की अध्यक्षता में जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की कार्यकारिणी समिति की बैठक बीते गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत केके भार्गव, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद जयनारायण शर्मा, सीएमओ केएस ठाकुर, सुनील कोठारी, डॉ. स्वाती चांदोरकर, लाल साहब जाट, नीलमणि दुबे सहित अन्य सदस्य एवं अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। बैठक में जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद के स्थान पर जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद करने, जिला पर्यटन कार्ययोजना तैयार बनाने, मार्ग सुविधा केंद्र निर्माण के लिए भूमियों के चयन के संबंध में, होम स्टे योजना के क्रियान्वयन, वेलनेस सेंटर स्थापित करने संबंधी व वॉटर स्पोर्ट्‌स निर्माण संबंधी चर्चा की गई। बैठक में शासन स्तर से जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद के नाम में ''संस्कृति'' शब्द जोड़कर नाम परिवर्तन नवीन नाम जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद जिला नरसिंहपुर करने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।

पर्यटन सूचना केंद्र बनाने सुझावः बैठक में सुनील कोठारी ने जिले में पर्यटक सूचना केंद्र स्थापित करने सुझाव दिया। जिस पर सभी ने सहमति जताई और प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही गोटेगांव स्थित टोन घाट बरहटा, पांडव मठ, चौगान का किला, बिल्थारी घाट राजा बलि की भूमि, नर्मदा तट के स्थानों, गुरूगुफा, छोटा धुंआधार, घूरपुर (घुरसी), सांकल घाट आदि पर्यटन की दृष्टि चिन्हित स्थानों में पहुंच मार्ग निर्माण के लिए सुझाव दिए। जिसमें दो स्थानों छोटा धुंआधार व चौगान का किला के लिए पहुंच मार्ग निर्माण एवं डेव्हलपमेंट के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। डॉ. स्वाती चांदोरकर द्वारा पर्यटन स्थलों पर स्कूली बच्चों को ले जाया जाकर ट्रेकिंग कैंप शिविर प्रोग्राम के आयोजन का सुझाव दिया। कलेक्टर ने बचई, मुंगवानी, बबरिया में एनएसएस एवं एनसीसी के छात्र-छात्राओं का हेंड होल्डिंग जो पर्यटन क्षेत्र में रूचि रखते हों के साथ ट्रेकिंग कैंप आयोजन के लिए प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिए। जनपद नरसिंहपुर के तहत ग्राम पंचायत ऊसरी में स्थित पर्यटन की दृष्टि से चिन्हित स्थल जैसे राजाबाबू जोकि ऐतिहासिक पर्यटन क्षेत्र है वहां पर ट्रेकिंग कैम्प आयोजन करने सदस्यों से सुझाव दिया।

मनरेगा से बनेगा चौगान किला पहुंच मार्गः कलेक्टर ने पीस मेमोरियल, एप्रोच रोड, किस्सा गो उत्सव की तैयारी के लिए एवं ऑनलाईन लोक नृत्य, गाना-बजाना में दक्ष कलाकारों के माध्यम से करने के लिए प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिए। दस्तावेजीकरण करने कार्यक्रम की रिकार्डिंग कराने कहा। चौगान किला स्थित पहुंच मार्ग निर्माण का कार्य मनरेगा योजना से कराने निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक ने पर्यटन के महत्व को बढ़ावा देने फोटोग्राफी स्पर्धा का आयोजन कराने सुझाव दिया।

लिपिबद्घ होंगे स्थलः कलेक्टर ने पर्यटन विभाग अंतर्गत संचालित योजना होम स्टे की जानकारी एवं जिला पर्यटन कार्ययोजना तैयार करने, जिले के जो संभावित पर्यटन स्थल है, जिन्हें चिन्हांकन किया गया है, उन स्थलों को लिपिबद्घ कराने निर्देश दिए। साथ ही जिले में जो स्थानीय खानपान, नृत्य, कलां, संगीत आदि को बढ़ावा देने के लिए इन चिन्हित स्थानों पर इनके स्टॉल लगाए जाएंगे। जिससे रोजगार उपलब्ध हो सके तथा जिले की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। जो प्राकृतिक ऐतिहासिक धरोहर हैं, उनमें किसी विशेष पर्यटन को बढावा देने के लिए हेरिटेज वॉक, ट्रेकिंग, प्रदर्शनी, सेमिनार कार्य कराने भी निर्देश दिए गए।

मार्ग सुविधा केंद्र के लिए चयनित होगी जमीनः बैठक में निर्देश दिए गए कि तेंदूखेड़ा से शाहपुर एनएच 45 राजमार्ग के आसपास, नरसिंहपुर से गाडरवारा स्टेट हाइवे पर करेली के आसपास एवं ग्राम कठोतिया तहसील करेली की शासकीय भूमि खसरा क्रमांक 176 रकबा 0.146 हे. भूमि पर्यटन संबंधी गतिविधियों के संचालन (मार्ग सुविधा केंद्र )के लिए चयनित करने की कार्रवाई करने प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिए। बरमान घाट से सूरज कुंड आदि स्थानों के घाटों के विकास, सुंदरीकरण, पहुंच मार्ग निर्माण, विस्तारीकरण एवं जीर्णोद्घार कार्य की कार्ययोजना का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। पर्यटन प्रभारी अधिकारी धर्मेन्द्र ढाकरिया द्वारा अभी तक क्रियान्वित किए गए कार्यो एवं आय-व्यय से संबंधित जानकारी दी गई।

Posted By: Nai Dunia News Network

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पर्यटन क्षेत्रों के लिए बनेंगे पहुंच मार्ग, ट्रेकिंग कैंप भी लगेंगे - Nai Dunia
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उत्तरकाशी-तिलवाड़ा मार्ग को ऑलवेदर में शामिल करें - अमर उजाला

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टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने उत्तरकाशी-कमद-आंयरखाल-बूढ़ाकेदार-घनसाली-मयाली-तिलवाड़ा मार्ग को चारधाम प्रोजेक्ट ऑलवेदर रोड में शामिल करने की मांग केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री से की।
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सांसद शाह ने लोक सभा में नियम 377 के तहत सीमांत जिला उत्तरकाशी और टिहरी के मार्ग को ऑलवेदर में शामिल करने का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि यह मार्ग चारधाम यात्रा का मुख्य मार्ग है। इस मार्ग की दूरी कम होने के कारण अधिकांश तीर्थयात्री गंगोत्री, यमुनोत्री से केदारनाथ और बदरीनाथ जाते हैं, लेकिन मार्ग की चौड़ाई कम होने से परेशानियां उठानी पड़ती हैं। साथ ही यह मार्ग उत्तरकाशी के हर्षिल, नेलांग में आर्मी के कैंप से चमोली के जोशीमठ और माणा में कैंप को जोड़ता है। बताया कि इस मार्ग के चारधाम प्रोजेक्ट में शामिल होने से क्षेत्र के अविकसित पौराणिक, प्राकृतिक सौंदर्य से वाले स्थलों के भी विश्व मानचित्र पर पहचान मिल सकती है। जबकि बाबा विश्वनाथ, बूढ़ाकेदारनाथ के दर्शन से लेकर पवित्र भागीरथी नदी में स्नान की की सुविधा मिलेगी।

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किसानों का भारत बंद : चरखी दादरी में रोड और रेल मार्ग जाम - Dainik Tribune

प्रदीप साहू 

चरखी दादरी, 26 मार्च

संयुक्त किसान संगठनों के भारत बंद के आह्वान पर जिले में आज रोड व रेल मार्ग जाम किए गए। जिलेभर में किसानों ने 17 स्थानों पर रोड व रेल मार्ग पर बैठकर रोष प्रदर्शन किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा 10 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गये हैं। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ चार डीएसपी सहित पुलिस थानों के एसएचओ भी तैनात किए गये। डीसी ने आंदोलन के स्थल पर एंबुलेंस तैनात करने के निर्देश दिए। पुलिस द्वारा जाम के दौरान ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की। अनाज मंडी, सब्जी मंडी भी बंद की गई हैं। व्यापारियों ने भी किसानों के समर्थन में बाजार बंद रखा।

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Sita Ashok Tree: गदरा आनंद मार्ग में सीता अशोक के पौधे में लाल-पीले रंग के फूल खिले, है दुर्लभ पेड - दैनिक जागरण

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के गदरा आनंद मार्ग जागृति कैंपस में दुर्लभ प्रजाति के सीता अशोक के पौधे में लाल एवं पीले रंग के फूल खिले हैं। 31 मार्च बुधवार को सोनारी कबीर मंदिर के पास निश्शुल्क लाल फूल वाला सीता अशोक सुबह छह से 10 बजे तक बांटे जाएंगे।

आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल जमशेदपुर के सुनील आनंद का कहना है कि आनंद मार्ग के संस्थापक श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने यौगिक चिकित्सा एवं द्रव्य गुण एवं कृषि कथा में अशोक की उपलब्धता एवं औषधीय महत्व के विषय में चर्चा करते हुए बताते हैं कि सीता अशोक शो प्लांट के रूप में लगाए जाने वाले अशोक से भिन्न है। अशोक फूल अधिकांश क्षेत्रों में लाली फूल लिए होते हैं किंतु सुनहरे और पीले अशोक फूल भी होते हैं। अशोक अतिगर्म अंचल, अति शीतल अंचल छोड़कर भारत में सभी जगह अशोक का पेड़ होता है। अशोक का फूल, छाल और मूल नाना प्रकार के औषधीय बनाने में काम आते हैं। विशेषकर विभिन्न प्रकार महिलाओं से संबंधित व्याधियों में अशोक के औषधीय गुण सर्व स्वीकृत है। अशोकासव, अशोकारिष्ट औषधियां अशोक से बनती है। पौराणिक नवपत्रिका( 9 पौधे के पत्तों से बनी देवी मूर्ति) में अशोक अनंतम है। अशोक की अधिष्ठात्री तांत्रिक देवी का नाम है शोकरहित। अशोक का मतलब होता है जहां शोक ना हो।

ये है कहानी

कहा जाता है कि रावण ने जब सीता जी का हरण किया था तो रावण के पास बहुत सारी वाटिका थी परंतु सीता जी के स्वास्थ्य लाभ का ध्यान रखते हुए रावण ने सीता जी को अशोक वाटिका में ही रखा क्योंकि अशोक के संपर्क में रहने से महिलाओं से संबंधित बीमारियां का इलाज संभव है। लगभग सभी ऋषि महर्षियों का मानना है कि अशोक महिलाओं के संबंधित बीमारियों में काफी लाभप्रद है।

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किसानों ने किया प्रदर्शन, चंडीगढ़-बलटाना मार्ग बंद - Dainik Tribune

चंडीगढ़/पंचकूला, 26 मार्च (नस)

किसान आंदोलन के दौरान आज चंडीगढ़ में किसान भारत बंद के समर्थन में धरना दे कर सरकार के खिलाफ अपना रोष प्रकट कर रहे हैं। चंडीगढ़-बलटाना मार्ग को बंद करते हुए किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले मौलीजागरां, रायपुरखुर्द, रायपुरकलां के किसान भारी संख्या में प्रदर्शन कर रहे हैं।

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संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका: मुख्य मार्ग पर जमा हो रहा गंदा पानी, गिर रहे वाहन - दैनिक भास्कर

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खरगोन13 घंटे पहले

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ग्राम डोंगरचिचली पंचायत के ग्राम बड़ा के मुख्य मार्ग पर गंदा पानी जमा हो रहा है। इससे ग्रामीणों के साथ राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आसपास रहने वाले लोगाें को संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका है। भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष जगदीश जायसवाल ने बताया गांव का गंदा पानी निकासी के अभाव में यहां आकर जमा हो रहा है। कई दोपहिया वाहन चालक इसमें गिर चुके है। चार पहिया वाहन भी निकालने में भी दिक्कतें होती है। ग्राम के जसवंत सोलंकी, चेलारसिंह आदि ने कहा बैलगाड़ी निकालने के दौरान किसान अपने बैलों का नुकसान उठा चुके हैं। बारिश के दिनों में तो परेशानी और बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने कहा पानी निकासी की व्यवस्था के साथ यहां रपट बनाना चाहिए। सचिव दिनेश वास्कले ने बताया जल्द यहां सीमेंट के पाइप डाल पानी निकासी की व्यवस्था करवाई जाएगी।

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Thursday, March 25, 2021

भागलपुर हंसडीहा मार्ग पर दौड़ रही है मौत - Hindustan हिंदी

26 मार्च, 2021|4:19|IST

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’नई शिक्षा नीति प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी’ - अमर उजाला

सिद्धार्थ विवि में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षक। संवाद न्यूज एजेंसी - फोटो : SIDDHARTHNAGAR

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’नई शिक्षा नीति प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी’
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सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय चेतना और समग्रता का बोध विषयक कार्यक्रम में बोले पूर्व कुलपति
संवाद न्यूज एजेंसी
कपिलवस्तु। राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय मूल्यों और अपेक्षाओं के अनुकूल भारत के भविष्य का मार्ग निर्धारित करेगी। शिक्षा की समग्रता के लिए चिंतन की समग्रता आवश्यक है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति वास्तव में समग्रता की सोच लेकर निर्मित होने वाले समाज को बनाने में सक्षम होगी। ये विचार रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली के पूर्व कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ल ने व्यक्त किए। वह सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को आयोजित पुनश्चर्या पाठ्यक्रम के पांचवें दिन राष्ट्रीय चेतना और समग्रता का बोध विषयक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सामाजिक, सांस्कृतिक आर्थिक और तकनीकी क्षमता का विकास करके उन्हें नैतिक मूल्य के साथ जोड़ते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति समाज का पथ प्रदर्शक साबित होगी। कहा कि देश, चेतना और भाव द्वारा निर्मित होते हैं। पाश्चात्य शिक्षा ने हमें सोचने समझने और चिंतन करने की उसी प्रवृत्ति से विमुख कर दिया। जिसका दुष्परिणाम आज तक भारतीय समाज के ऊपर दिखाई पड़ता है। आजादी के 70 वर्षों बाद भी हमारी शिक्षा उसी अंग्रेजी शिक्षा के दुष्प्रभाव से ग्रसित थी, जिसने हमें अपनी मूल भावनाओं से दूर रहने के लिए निरंतर प्रेरित किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 हमें अपनी संस्कृति से जोड़कर प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी। भारत की चिंतन प्रणाली में सामूहिकता का भाव सर्वथा से निहित रहा है। शिक्षा राष्ट्र और समाज केंद्रित होनी चाहिए। नई नीति में समग्र ज्ञान का भंडार समाहित है। शिक्षक की भूमिका भी इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उसे ज्ञान प्राप्त कराने का पर्यावरण निर्मित करने वाला होना चाहिए। स्वागत नोडल अधिकारी प्रोफेसर हरीश शर्मा ने किया। इससे पूर्व प्रथम सत्र में प्रतिभागियों की ओर से शोधपत्रों का वाचन किया गया।

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सलेमपुर-मझौलीराज मार्ग के नदावर पुल पर हादसे में शिक्षक की मौत - अमर उजाला

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सलेमपुर-मझौलीराज मार्ग के नदावर पुल पर हादसे में शिक्षक की मौत
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सलेमपुर। पिकअप की चपेट से बाइक सवार प्राइवेट स्कूल के शिक्षक की मौत हो गई। घटना बृहस्पतिवार की सुबह करीब 9.30 बजे सलेमपुर-मझौली मार्ग के नदावर घाट पुल पर हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चालक को हिरासत में और पिकअप को पुलिस ने कब्जे में ले लिया।
भाटपाररानी थाना क्षेत्र के सोहनपार गांव निवासी शैलेंद्र द्विवेदी (48) प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते थे। बृहस्पतिवार की सुबह देवरिया से बाइक लेकर गांव के लिए चले थे। सलेमपुर-मझौली मार्ग के नदावर पुल पर सामने से आ रहे पिकअप की चपेट में आ गए। बाइक समेत वह पुल के नीचे गिर पड़े। बाइक रेलिंग में फंस गई। आसपास के लोगों ने उन्हें निकाला और सीएचसी पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। शैलेंद्र द्विवेदी के पाकेट से मिले 45 हजार रुपये युवाओं ने पुलिस को सौंप दिया।
मौत की खबर मिलते ही उसके परिवार के लोग अस्पताल पहुंच गए। शव देख परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। इस बाबत कोतवाल नवीन कुमार मिश्रा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुल की रेलिंग नहीं टूटा होता तो बच सकती थी शिक्षक की जान
नदावर पुल की रेलिंग काफी दिनों से क्षतिग्रस्त है। इसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। रेलिंग टूटी होने से लोगों का कहना है कि रेलिंग ठीक होती तो शिक्षक पुल के नीचे नहीं गिरे होते और शायद उनकी जान बच जाती।
भागने के प्रयास में पिकअप ने कार को भी चपेट में लिया
हादसे के बाद चालक पिकअप लेकर भागने लगा। उसने आगे कार को भी चपेट में ले लिया। कार चालक ने दौड़ाकर पिकअप को पकड़ लिया तथा पुलिस को सौंप दिया। वाहन स्वामी कुंती देवी ने पुलिस को तहरीर देकर पिकअप चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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मैनपुर-देवभोग मार्ग की समस्या को लेकर गडकरी से मिले सांसद साहू - Nai Dunia

Publish Date: | Thu, 25 Mar 2021 12:37 PM (IST)

मैनपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग 130 सी मैनपुर से देवभोग तक एकल मार्ग को चौड़ीकरण किए जाने मैनपुर देवभोग के क्षेत्रवासियों की वर्षो पुरानी मांग को लेकर महासमुंद सांसद चुन्नाीलाल साहू ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नीतिन गड़करी से सौजन्य मुलाकात कर मांगों से अवगत कराया।

सांसद चुन्नाीलाल साहू ने केन्द्रीय मंत्री नीतिन गड़करी से मिलकर रायपुर देवभोग नेशनल हाईवे मार्ग के एकल व पर्यावरण मंत्रालय द्वारा वन क्षेत्र होने के कारण रोक लगाए जाने के संबंध में अवगत कराते हुए बताया कि रायपुर से अभनपुर राजीव होकर देवभोग जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति उपरांत निर्माण के लिए विशेष वन क्षेत्र उदंती अभयारण्य होने के कारण पर्यावरण विभाग की अनुमति नहीं मिलने से सड़क निर्माण नहीं हो पा रहा है। देवभोग गरियाबंद जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर तथा उक्त मार्ग से ओडिशा राज्य के कालाहांडी जिला से संपर्क कर एकमात्र सड़क है। सांसद साहू ने बताया कि नियम 377 के तहत सदन में ध्यानाकर्षण प्रश्न सुपेबेड़ा क्षेत्र किडनी मरीजों के नाम से चर्चित गांव है जहां 100 से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं। स्थानीय स्तर पर चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को राजधानी रायपुर ले जाना पड़ता है। इस कारण 200 किलोमीटर से अधिक का सफर करना पड़ता है। सड़क की जर्जर हालत व एकांकी रोड होने के कारण मरीजों व आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है जिसके निर्माण की नितांत आवश्यकता है। सांसद चुन्नाीलाल साहू ने बताया राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय द्वारा दो पार्ट में स्वीकृति प्रदान की गई है लेकिन बीच का हिस्सा पर्यावरण वन विभाग में लंबित होने के कारण अपूर्ण हैं। लंबित प्रकरण को अतिशीघ्र स्वीकृति प्रदान करने की आवश्यकता है। एकांकी सड़क के चौड़ीकरण किए जाने से दुर्घटनाओं में कमी आएगी और मार्ग सुगम होगा। उल्लेखनीय है कि मैनपुर देवभोग मुख्य नेशनल हाइवे मार्ग 130 सी की हालत बेहद खराब हो चुकी है जिसके चलते यहां दुर्घटनाएं बढ़ गई है। क्षेत्र के जनता लंबे समय से इस सड़क की चौड़ीकरण की मांग करते आ रहे हैं। मैनपुर देवभोग नेशनल हाइवे एक ऐसा मार्ग है जो ओडिशा राज्य को सीधे जोड़ती है और शासन ने इसे नेशनल हाइवे 130 सी भी घोषित कर चुका है। सड़क की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है सड़क में बीचों बीच दरारे व गढ्ढे होते जा रहे हैं। नेशनल हाईवे 130 सी मैनपुर देवभोग मार्ग में जगह जगह गड्ढे व सडक किनारे पटरिया गायब हो जाने से दुर्घटनाओं में इजाफा हुृआ है।

Posted By: Nai Dunia News Network

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Wednesday, March 24, 2021

कप्तानगंज-सीवान रेल मार्ग पर चलेगी डेमू - अमर उजाला

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कप्तानगंज-सीवान रेल मार्ग पर चलेगी डेमू
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शनिवार से ट्रेन चलने से यात्रियों को आवागमन में होगी सुविधा
संवाद न्यूज एजेंसी
पडरौना/तमकुहीरोड। पूर्वोत्तर रेलवे ने कप्तानगंज-सीवान रेलमार्ग पर शनिवार से डेमू पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू करने की घोषणा की है। इसके पहले भी इस ट्रेन को एक मार्च से नियमित चलाने की घोषणा की थी, लेकिन ट्रेन नहीं चलाई गई थी। इस ट्रेन के संचालन से क्षेत्र के यात्रियों को यात्रा करने में सहूलियत मिलेगी।
कप्तानगंज-सीवान रेलमार्ग पर नियमित चलने वाली गोरखपुर-पाटलिपुत्र व गोमतीनगर-छपरा कचहरी स्पेशल ट्रेन को छोड़ दिया जाए तो पिछले एक साल से इस रूट पर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन ठप है। इसके चलते बिहार के थावे, सीवान, तरयासुजान, दुदही, पडरौना समेत गोरखपुर तक की यात्रा करने में लोगों को तीन गुना किराया देना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत जिला मुख्यालय जाने वाले लोगों को होती है। 24 फरवरी को रेलवे बोर्ड ने एक मार्च से गोरखपुर-कप्तानगंज-सीवान रेल मार्ग पर एक पैसेंजर ट्रेन चलाने की घोषणा की थी, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते ट्रेन का संचालन शुरू नहीं हो सका। अब एक बार फिर रेल प्रशासन ने गोरखपुर-कप्तानगंज-थावे-सीवान रेल मार्ग पर सभी स्टेशनों पर रुकने वाली डेमू ट्रेन संख्या 05153 को 27 मार्च से चलाने की घोषणा की है।
क्षेत्र के अशोक वर्मा, प्रभात मिश्र, संजय राय, मिंटू यादव आदि लोगों ने कहा कि ट्रेन का रेल विभाग की तरफ से जारी समयसारिणी के अनुसार संचालन होता है तो जिला मुख्यालय जाने वाले लोगों को राहत मिल सकती है। क्योंकि यह ट्रेन सीवान और गोरखपुर के बीच सभी स्टेशनों पर रुकेगी। एनई रेलवे बनारस के जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु राव ने बताया कि रेल प्रशासन ने 27 मार्च से गोरखपुर-कप्तानगंज-थावे-सीवान रेल मार्ग पर डेमू ट्रेन संचालन करने का निर्णय लिया है। तकनीकी दिक्कतों की वजह से पिछली बार घोषणा के बाद भी ट्रेन का संचालन शुरू नहीं हो सका था। इस ट्रेन को संचालित करने के लिए रेल विभाग की तरफ से समयसारिणी भी जारी कर दी गई है।
कब कहां पहुंचेगी ट्रेन
सीवान जंक्शन से सुबह 8:02 बजे डेमू ट्रेन खुलेगी। इसके बाद बिहार प्रांत के विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए सुबह 9:10 बजे तिनफेड़िया, 9:17 बजे तरयासुजान, 9:30 बजे तमकुहीरोड, 9:40 बजे गौरी श्रीराम, 9:47 बजे दुदही, 9:54 बजे चाफ, 10:02 बजे कठकुइयां, 10:13 बजे पडरौना, 10:26 बजे बड़हरागंज, 10:36 बजे रामकोला, 10:43 बजे लक्ष्मीगंज, 10:50 बजे मठिया बरघाट और 11:15 बजे कप्तानगंज होते हुए 13:25 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। शाम को सात बजकर 15 मिनट पर गोरखपुर से चलकर सभी स्टेशनों पर रुकते हुए रात नौ बजकर 11 मिनट पर पडरौना और रात के पौने बारह बजे सीवान कचहरी पहुंचेगी।

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मार्ग और नाला निर्माण की मांग उठाई - Hindustan हिंदी

24 मार्च, 2021|6:02|IST

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बाजपुर। ग्राम रेंहटा के ग्रामीणों ने वर्षों से जर्जर हालात में पहुंच चुके मार्ग व नाला निर्माण की मांग को लेकर आवाज बुलंद कर दी है। तहसीलदार के कार्यालय में ज्ञापन भी दिया है।

लोगों ने कहा है कि लोग ग्रामसभा रेंहटा के अंतर्गत नई कॉलोनी में करीब 15 परिवार दशकों से रहते आ रहे हैं। पक्की सड़क स्थित रोहताश के घर के सामने से कॉलोनी में पातीराम के घर तक जाने वाला करीब 12 फीट चौड़ा 250 मीटर मार्ग वर्षों से जर्जर हालात में है। मार्ग पर पानी निकासी की कोई उचित व्यवस्था एवं नाली क निर्माण नहीं होने के कारण घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क में फैल गया है। इससे ग्रामीणों व बच्चों को स्कूल आने-जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में पानी घरों में घुस जाता है स्थलीय निरीक्षण कर आरसीसी मार्ग एवं नाली निर्माण की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में पार्वती देवी, रामबहादुर, रोहताश सिंह, भगवानदास, दुर्गा, रजनी, रेनू, पातीराम, बबलू सिंह, राजेश सिंह, जयप्रकाश, सुमन, बलवंत सिंह, मुन्ना लाल, शीला देवी आदि रहे।

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  • Web Title:Raised demand for road and stream construction

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मार्ग और नाला निर्माण की मांग उठाई - Hindustan हिंदी
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Jabalpur News: रानीताल मार्ग में ब्रिज निर्माण, दिन भर लगा रहता है जाम - Nai Dunia

Publish Date: | Wed, 24 Mar 2021 04:32 PM (IST)

जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। रानीताल में चल रहे ओवर ब्रिज निर्माण के चलते दिन भर जाम की समस्या बनी रहती है। यातायात पुलिस ने इसके लिए कोई भी मार्ग डायवर्ट की व्यवस्था नहीं की है। जिससे राहगीरों को मार्ग से निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

चारों ओर से एक स्थान पर आते हैं वाहन : मदनमहल से रानीताल मार्ग में ब्रिज निर्माण कार्य चलने के कारण वह मार्ग भी बंद कर दिया गया है। इसके अलावा रानीताल मुख्य चौराहे में ब्रिज निर्माण से यातायात की समस्या बन गई है। मार्ग बंद होने के कारण जिन वाहन चालकों को आगा चौक की ओर जाना होता है, वह सभी वाहन रानीताल चौक पर आ जाते हैं। वहीं रानीताल से चंचलाबाई कॉलेज की ओर जाने वाले राहगीर भी उसी मार्ग पर आ जाते हैं। इसमें बसें, ऑटो और कार भी शामिल होती है, जिसके कारण जाम की समस्या हो जाती है। सबसे अधिक समस्या सुबह और शाम को होती है।

हादसा होने की बनी रहती है आशंका : दोनों ओर के वाहन एक ही मार्ग से आना-जाना कर रहे हैं, इससे हादसा होने की आशंका भी बनी रहती है। इसमें रात को ज्यादा हादसे हो रहे हैं। जिसमें वाहन चालक सामने से एक-दूसरे से टकरा रहे हैं। हालांकि गनीमत यह है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है।

गलियों का उपयोग कर जाम से बचा जा सकता है : रानीताल मार्ग से गोलबाजार की ओर जाने वाली गलियां है, जिन मार्गों का उपयोग कर जाम की परेशानी से बचा जा सकता है। वहीं यातायात पुलिस इस मार्ग को कुछ दिन के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाने की तैयारी कर रही है। ताकि रानीताल मार्ग पर दबाव कम हो सके।

Posted By: Brajesh Shukla

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कोशिश भी नाकाम: अवैध पार्किंग से घिरा टैगोर मार्ग, रांग साइड आने वाले वाहनों से लगता जाम - दैनिक भास्कर

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नीमच7 घंटे पहले

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यातयात बिना जाम के चले इसके लिए पुलिस के पास कोई तरीका नहीं है, मुख्य बाजार में जाम से निपटने के लिए बेरीकेड्स रखे गए हैं। जिससे तीन पहिया और चार पहिया वाहन प्रवेश न कर सकें, लेकिन यह कोशिश भी नाकाम साबित हो रही है। सड़क पर दोनों साइड बेतरतीब तरीके से खड़े दो व चार पहिया वाहन समस्या का कारण बन रहे हैं। ऐसे में चौड़ी सड़क संकरी नजर आती है। शहर में सबसे ज्यादा ट्रैफिक टैगोर मार्ग पर रहता है और वहीं यातायात व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है। सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर तो दुकानदारों ने अतिक्रमण कर कब्जा कर रखा बाकी ग्राहकों के वाहन खड़े होने से सड़क घिर जाती है। वैसे तो अधिकृत रूप से यहां कोई स्थायी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है ऐसे में कई बार दो व चार पहिया वाहन गलत दिशा में घुस आते है तो मुख्य मार्ग के हालात और ज्यादा बदतर हो जाते है। इसके बाद फिर सड़क पर जाम लग जाता है। इसी मार्ग पर यातायात अमला दिनभर घूमता रहता है फिर भी व्यवस्था नहीं सुधार पा रहे है। इसके पीछे उनका एक ही तर्क रहता है कि नगरपालिका ने कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं की और लोग अगर बाजार में आएंगे तो वाहन कहीं तो खड़े करना पड़ेंगे। वहीं नपा अधिकारी ट्रैफिक पुलिस पर ढोल देते है कि वह तो चालानी कार्रवाई करें।

जैन भवन रोड पर कराई लाइनिंग जहां दबाव कम

यातायात पुलिस द्वारा मंगलवार को जैन भवन रोड स्थित दुकानों के बाहर लाइनिंग खींची गई और दुकानदारों को हिदायत दी गई इससे बाहर कोई वाहन नहीं खड़े होना चाहिए। वैसे तो इस मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम होने से व्यवस्था इतनी नहीं बिगड़ी जितनी टैगोर मार्ग की हालत दिनभर रहती है। यहां भी लाइनिंग कराई चुकी है लेकिन उसका पालन कहीं पर भी नजर नहीं आता है।

शाम को मुख्य बाजार से निकलना मुश्किल
शहर के इस मुख्य बाजार क्षेत्र वाली सड़क से दोपहर और शाम वाहनों का फंसना तय है। यहां लोगों का कहना था कि इस रास्ते पर ट्रैफिक का काफी दबाव है। इसलिए मुख्य बाजार में अधिकतर जाम रहता है। जाम नहीं लगे इसलिए पुलिस ने कई प्रयोग भी किए लेकिन नतीजा नहीं निकला। बाजार में बारबार जाम लगता है।

व्यवस्था सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं
^शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयास किए जा रहे है। टैगोर पर पार्किंग का स्थान नहीं होने से लोग वहां वाहन खड़े करते है। गलत दिशा में कोई वाहन चालक सड़क पर नहीं घुसे इसको लेकर भी सख्त कार्रवाई की जाती है।
मोहन भर्रावत, सूबेदार, ट्रैफिक नीमच

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जोखिम भरा है सिढ़पुरा-सहावर मार्ग पर सफर करना - दैनिक जागरण

सिढ़पुरा, संवाद सूत्र : सिढ़पुरा-सहावर बाया मोहनपुर तक सड़क बदहाल हालत में है। इस मार्ग पर सफर करना जोखिम भरा है। वाहन चालकों को तो परेशानी ...